बात 1983 की है। जब गुटनिरपेक्ष आंदोलन का सातवां शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया गया था। नई दिल्ली को उस समय दुल्हन की तरह सजाया गया था। उस समय देश का नेतृत्व एक सक्षम और मजबूत प्रधानमंत्री के रूप में श्रीमती इंदिरा गांधी कर रही थीं। उनके समय में कई ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए […]
महीना: सितम्बर 2023
रामेन्द्र पाण्डेय राज्यों के उत्थान एवं पतन के वर्णन से इतिहास के पन्ने भरे पड़े हैं जिनमें कुछ पन्ने इतिहास के गौरवशाली अतीत की याद दिलाते हैं। मगध का इतिहास भी भारतवर्ष के लिए गौरवमयी रहा है। मगध के उत्थान एवं पतन दोनों ने भारतवर्ष के राजनैतिक, सामाजिक जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। […]
डॉ दिनेश चंद्र सिंह आधुनिक शिक्षा पद्धति ने गुरुकुल शिक्षा पद्धति की नींव हिला दी। बिडम्बना यह कि आधुनिक शिक्षा पद्धति वर्ष दर वर्ष खर्चीली और समयसाध्य यानी दीर्घसूत्री होती गई। इससे गूढ़ ज्ञान को गच्चा मिला, जिसने गुणहीन पर डिग्रीधारी लोगों में बेरोजगारी को बढ़ावा दिया। शिक्षा का महान उद्देश्य ज्ञान और कर्म है। […]
‘ सुरेश हिंदुस्तानी ‘एक देश, एक चुनाव’ राष्ट्रीय हित में उठाया गया कदम है, विपक्ष को इसका समर्थन करना चाहिए वर्तमान में भारत में ऐसे कई कारण हैं, जो राष्ट्रीय विकास में बाधक बन रहे हैं। इसमें एक अति प्रमुख कारण बार-बार चुनाव होना है। देश में होने वाले चुनावों के दौरान लगने वाली आचार […]
रमेश सर्राफ धमोरा परिवर्तन यात्राओं के लिए एक टोली का गठन किया गया है। जिसमें मीडिया, सोशल मीडिया, आईटी एंव प्रचार-प्रसार सभा के प्रमुख बनाए गए हैं। प्रदेश की गहलोत सरकार के राज में भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण एवं कुशासन के कारण प्रदेश की जनता त्रस्त है। राजस्थान भाजपा में आपसी गुटबाजी खुलकर उजागर हो रही है। […]
235 भारत में भारत बसे, लेय विशाल स्वरूप। चक्रवर्ती सम्राट हों , वही पुराने भूप।। वही पुराने भूप , फिर तक्षशिला नालंदा हों। हमसे लेकर ज्ञान, ना कोई कभी शर्मिंदा हो।। सारे भूमंडल को लोग कहें , फिर से भारत। सब भेदों को, समूल मिटा दे अपना भारत।। 236 ‘नवभारत’ कैसा बना, जान गये सब […]
* स्वाधीनता के पश्चात भारत में ऐसा वातावरण बनाया गया कि एक हिंदू बहुल देश में होने के बावजूद भी हम खुद को हिंदू कहने में संकोच करते रहे। ऐसा लगता था कि यदि हम खुद को हिंदू कहेंगे या अपने धार्मिक आयोजन, पूजा – पाठ की बात करेंगे तो हम पिछड़े हुए और सांप्रदायिक […]
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा देखा जाए तो इस दौरान रियल एस्टेट, फायनेंस और सर्विस सेक्टर में भी अच्छी विकास दर रही है। अब देश में त्यौहारी सीजन आरंभ हो जाने से यह माना जा रहा है कि दिसंबर तक देश की अर्थ व्यवस्था कुलाचे भरने की स्थिति में रहेगी। इसमें कोई दो राय नहीं कि […]
ललित गर्ग लोकसभा एवं पांच प्रांतों में विधानसभा चुनाव सन्निकट है, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, हैसियत से आगे निकलकर राजनीतिक दल जनता को मुफ्त की रेवड़ियां एवं सुविधाएं देने के लिए वादों का पिटारा खोलते जा रहे हैं, चुनाव सुधार की दिशा में सार्थक कदम इन चुनावों में भी उठते हुए दिखाई […]
मिला था ‘हीरोइन ऑफ हाईजैक’ का खिताब अनन्या मिश्रा हमारे देश में कई ऐसी महिलाएं हैं, जो देश की सीमा की सुरक्षा के लिए भारतीय रक्षा मंत्रालय में अधिकारी हैं। कुछ महिलाएं भारतीय वायुसेना, जलसेना और थल सेना में कार्य करती हैं। इन महिला अधिकारियों को देश की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। […]