डीके गर्ग जब कभी अवधूत रूपी शरीरधारी शिव के काल्पनिक चित्र की चर्चा करते है या अवलोकन करते है तो एक पौराणिक मान्यता है कि शरीरधारी शिव ने भभूत शरीर पर लपेट रखी है। विष्लेषण: भस्म तो मृत्यु व्यक्ति की दाह संस्कार के पश्चात हुयी राख को कहते हैं तथा भभूति पवित्र हवन आदि की […]
Month: July 2023
भारत में प्राचीन काल से जिस वर्ण व्यवस्था, आश्रम व्यवस्था और 16 संस्कारों जैसी परंपराओं को मान्यता प्रदान की गई उससे यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि भारत में सृष्टि प्रारंभ से ही सब राष्ट्रवासियों के लिए एक जैसी विधिक व्यवस्था की गई। देश में अपराधिक कानूनों में ही नहीं बल्कि दीवानी […]
भारतीय समाज में विवाह के अनुशासन की झलक ऋग्वेद के यम-यमी सूक्त में मिलती है । दम्पति में परस्पर सखा-भाव को प्रधानता है । विवाह को नियमों में बाँधे जाने का प्रथम कार्य दीर्घतमस ऋषि द्वारा किया गया था. इसका अगला संस्करण औद्दालकि द्वारा हुआ. हिन्दू विवाह अग्नि के साक्षित्व , सप्तपदी और ध्रुव-अरुन्धति दर्शन […]
सिर्फ इस्लाम ही एक ऐसा मजहब है ,जिसमे आज तक कोई स्त्री नबी नहीं बन सकी , और न कोई स्त्री पीर या औलिया बन सकी , यहां तक कोई स्त्री मौलवी और मुफ़्ती बन सकी है ,आज इस लेख में इसका कारण दिया जा रहा है इस बात से कोई भी इंकार नहीं कर […]
कहीं आग तो कहीं पानी, क्या है असल कहानी?
नरपतदान बारहठ इस साल दुनिया में कहीं आग बरस रही है तो कहीं पानी काल बन गया है। एक तरफ दिल्ली डूबी तो दूसरी ओर एशिया से लेकर अमेरिका तक फैली हीटवेव लोगों को झुलसा रही है। इटली में तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तक है। फ्रांस, ग्रीस और पोलैंड भी गर्मी से उबल […]
कुंडलियां … 29 , संसार के माया जाल में…..
85 सुख देते संसार के, विषय भोग कछु नाय। जिसको सुख हम मानते, वह कहां से आय ? वह कहां से आय , करते रहे हम माथापच्ची। जिन बातों में सुख बतलाया, हुई नहीं सच्ची।। जितने भोग्य पदारथ हैं, हमें सारे ही दुख देते। व्यर्थ जीवन बिता दिया, विषय हमें सुख देते।। 86 संसार के […]
बरखा त्रेहन फर्राटेदार अंग्रेजी, बोलते समय कोई हिचकिचाहट नहीं, धाराप्रवाह हिंदी एवं एक रटी रटाई स्क्रिप्ट जैसे प्यार की कहानी आदि, और भारत का मीडिया, ऐसा लग रहा है जैसे कोई फिल्म चल रही हो और लोग उसे देख रहे हों। मगर यह फिल्म नहीं है, यह सत्यता है और भारत की मीडिया तो जैसे […]
समान नागरिक संहिता और भारतीय संविधान
गोपा नायक समान नागरिक संहिता ने एक बार फिर विधि आयोग का ध्यान आकर्षित किया है और इस तरह यह उम्मीद जगी है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार रिकॉर्ड को दुरुस्त करने का काम कर सकती है। “राज्य पूरे भारत में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का प्रयास […]
गंगा का शिव की जटा से निकलना*
* डॉ डी के गर्ग इस विषय में अनेको पौराणिक कथाये सुनने को मिलती है इसलिए कुछ ही कथाओ को हम यहाँ लिख रहे है : एक पौराणिक कथा के अनुसार गंगा शिव की जटाओ से निकली है। इन कथाओ के अनुसार गंगा नदी के तेज जल प्रवाह की वजह से उनका धरती पर सीधे […]
पंडित जवाहरलाल नेहरू वेद में आए ‘दक्षिणा’ शब्द का अर्थ नहीं जानते थे। भौतिक जगत में मंदिरों में होने वाली दक्षिणा को वह ‘हिंदू सांप्रदायिकता’ के साथ जोड़कर देखते थे। यही कारण था कि वे मंदिरों को भी संप्रदाय का प्रतीक मानते थे और नए मंदिर बनाने की वकालत नए-नए उद्योग ,हॉस्पिटल, स्कूल आदि बनाकर […]