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विशेष संपादकीय

समान नागरिक संहिता पर ‘उगता भारत’ के सुझाव : समान नागरिक संहिता लागू करना समय की आवश्यकता

किसी भी राष्ट्र में विधि का प्रथम एवं परम उद्देश्य है – समाज में सामाजिक न्याय को स्थापित किया जाना। भारतवर्ष में भारतीय संविधान विधि का मूल स्रोत एवं मानक है अर्थात समस्त विधियां संविधान की अवधारणा को केंद्र में रखते हुए क्रियान्वित करने और वास्तविक स्वरूप देने में लगी हैं। इसमें दोनों प्रकार की […]

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पर्व – त्यौहार

देव शयनी एकादशी रहस्य* भाग 2

* भाग 2 अंतिम Dr DK Garg मां अम्बे गौरी दुर्गा :– जितने ‘देव’ शब्द के अर्थ लिखे हैं उतने ही ‘देवी’ शब्द के भी हैं। परमेश्वर के तीनों लिंगों में नाम हैं। जैसे-‘ब्रह्म चितिरीश्वरश्चेति’। जब ईश्वर का विशेषण होगा तब ‘देव’ जब चिति का होगा तब ‘देवी’, इससे ईश्वर का नाम ‘देवी’ है। दुर्गाणि […]

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देश विदेश

नाटो में भारत को लेने का अमेरिकी आग्रह कितना उचित?

संतोष पाठक अमेरिका की यह पुरानी आदत रही है कि वह न तो अपनी जमीन पर कोई युद्ध लड़ना चाहता है और न ही अकेले कोई युद्ध लड़ना चाहता है इसलिए आज यूक्रेन रूस के हमले का सामना कर रहा है और ताइवान पर चीन के हमले का खतरा मंडरा रहा है। वर्ष 1991 में […]

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आज का चिंतन

ओ३म् “ब्रह्मचर्यादि चार आश्रमों में गृहस्थ आश्रम ही ज्येष्ठ आश्रम है”

========== वैदिक धर्म वह धर्म है जिसका आविर्भाव ईश्वर प्रदत्त ज्ञान ‘वेद’ के पालन व आचरण से हुआ है। वैदिक धर्म के अनुसार मनुष्य को ईश्वर प्रदत्त शिक्षाओं को ही मानना व आचरण करना होता है। ऐसे ग्रन्थ वेद हैं जिसमें परमात्मा के सृष्टि की आदि में दिए गये सभी वचन व शिक्षायें विद्यमान है। […]

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आर्थिकी/व्यापार

वस्तुओं की कीमतों का निर्धारण भारतीय आर्थिक दर्शन पर आधारित होना चाहिए

कीमतों पर नियंत्रण के लिए कृषि उत्पादों का संयमित उपयोग हो वर्तमान में पूरे विश्व में सामान्यतः वस्तुओं की कीमतों का निर्धारण पश्चिमी आर्थिक दर्शन पर आधारित वस्तुओं की मांग एवं आपूर्ति के सिद्धांत के अनुरूप होता है। यदि किसी वस्तु की बाजार में मांग अधिक है और आपूर्ति कम है तो उस वस्तु की […]

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राजनीति

आखिर महाराष्ट्र में इतना बड़ा खेल किसके दिमाग की उपज रहा ,?

गंगाधर ढोबले महाराष्ट्र में पिछले तीन वर्षों में तीसरी राजनीतिक बगावत में ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार बनी है। सवाल है कि ये तीनों इंजन एक ही दिशा में कब तक चलेंगे? जब बीजेपी वाली ‘डबल इंजन’ सरकारें राज्यों में ठीक से न चल रही हों, तब ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार का भविष्य क्या होगा? हो सकता है […]

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संपादकीय

फ्रांस के दंगों से भारत को कुछ सीखना होगा

हमने इतिहास में पढ़ा है कि मोहम्मद बिन बख्तियार खिलजी नाम का एक विदेशी लुटेरा जो कि मानव की बौद्धिक संपदा का शत्रु था, 1199 में भारत पर हमलावर बनकर आया था। तब उसने नालंदा विश्वविद्यालय जैसे बौद्धिक संपदा के केंद्र को आग के हवाले कर दिया था। कहते हैं कि यह विश्वविद्यालय उस समय […]

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व्यक्तित्व

ओ३म् -स्वामी जी के 76-वे जन्म दिवस पर- ‘हम सबके प्रेरणास्रोत और श्रद्धास्पद स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती’

=========== परम पिता परमात्मा ने सृष्टि के आरम्भ में संसार के सभी मनुष्यों के पूवर्जों को वेदों का ज्ञान दिया था और आज्ञा की थी कि जीवात्मा व जीवन के कल्याण के लिए संसार की प्रथम वैदिक संस्कृति को अपनाओं व धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष के मार्ग का अनुसरण करो। इस मार्ग पर चलने […]

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इसलाम और शाकाहार

मुहम्मद का उस्ताद वरका बिन नौफल!

नोट -यह अति महत्त्वपूर्ण लेख 10 अगस्त 2010 को उस समय पुराने ब्लॉग में पोस्ट किया गया था ,जब धूर्त मुस्लिम ब्लॉगर अपने ब्लॉगों में मुहम्मद को अंतिम अवतार या मैत्रैय साबित करने का षडयंत्र कर रहे थे ताकि भोले हिन्दू और बौद्ध इनके झूठ से प्रभावित होकर मुस्लमान बन जाएँ , लेकिन जब हमने […]

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पर्व – त्यौहार

देव शयनी एकादशी रहस्य*

Dr DK Garg भाग;१ पौराणिक विश्वास : आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही देवशयनी एकादशी कहा जाता है। कहीं-कहीं इस तिथि को ‘पद्मनाभा’ भी कहते हैं। देव शयनी एकादशी को भगवान विष्णु चार महीने के लिए सो जाते है । इस दिन से भगवान श्री हरि विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं […]

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