मानव चिकित्सा के लिए आयुर्वेद की खोज करके जहां भारत के ऋषियों ने महान कार्य किया, वहीं पशु चिकित्सा के क्षेत्र में भी सर्वप्रथम भारत ने ही पहल की थी। इस क्षेत्र में संपूर्ण संसार के चिकित्सा विज्ञानी आज तक भी पूर्णता का दावा नहीं कर पाए हैं। उनका कहना होता है कि मनुष्य से […]
महीना: जून 2023
डॉ डी के गर्ग अक्सर आपने देखा होगा की मूर्ति पूजा करते समय तस्वीर या मूर्ति के आगे धूपबत्ती /अगरबत्ती जलाते है। कही कही तो ये भी देखा है की धूपबत्ती से वहा की दीवारे ,फोटो काली पड़ जाती है। इस विषय में दो प्रश्न उठते है – १ क्या धूपबत्ती /अगरबत्ती जलाने से ईश्वर […]
डॉ. राकेश मिश्र योग को इस प्रकार प्रतिष्ठित करने का श्रेय भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को है, जिनके प्रयास से भारत की यह अमूल्य पद्धति आज पूरी दुनिया में स्वीकार्य हुई है। इस वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूनेस्को मुख्यालय में उपस्थित होकर योग करेंगे। स्वामी विवेकानंद […]
देश को धर्मनिरपेक्षता का सिद्धांत देकर बेड़ा गर्क करने वाले नेहरू के नाती के पुत्र राहुल गांधी इस समय उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं । देश को दो टुकड़ों में बांटने वाली मुस्लिम लीग जिसने लाखों की संख्या में हिंदुओं का नरसंहार कराया और मां भारती को खून के […]
#राष्ट्र शब्द का प्राचीनतम प्रयोग सृष्टि के उषाकाल की पहली पुस्तक #ऋग्वेद में आया है। राजनैतिक रूप से पचीसों राज्यों में विभक्त होने पर भी मोटे तौर पर अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, बाँग्लादेश, वर्तमान भारत, नेपाल, थाइलैंड, बर्मा, मलेशिया, इंडोनेशिया आदि को #भारतयाहिन्द समझा जाता रहा है। 712 ईस्वी में भारत के एक राज्य सिंध पर #इस्लामी […]
* ==================== आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मैंने चार महीनें का समय लगाया और पूरे देश की राजनीतिक स्थिति तथा जनता के मन-मिजाज का अध्ययण किया। मेरी कसौटी पर देशभक्ति थी और जिहाद था तथा आत्म जनता की निजी व स्थानीय आंकाक्षाएं भी थी, नये वोटिंग समूह की सोच भी थी। कहीं न कहीं विरोध की […]
अत्याचार के घोर विरोधी : महर्षि परशुराम लोगों को बताया जाता है कि परशुराम जी ने पृथ्वी को 21 बार क्षत्रियविहीन किया। ऐसा करके परशुराम जी के साथ न्याय नहीं किया जाता। इसके विपरीत भारत की हिंदू समाज की एकता को भंग करने का प्रयास किया जाता है। परशुराम जी कोई आतंकवादी या बुद्धि शून्य […]
हर-हर गंगे, नमामि गंगे.. प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी भारतीय संस्कृति में गंगा को मां का दर्जा दिया गया है। एक ऐसी मां, जो अपने बच्चों का भरपूर ख्याल रखती है। लेकिन, अगर मां ही स्वस्थ नहीं होगी, तो वह अपने बच्चों का ध्यान कैसे रख पाएगी। जीवनदायिनी मां गंगा के बिगड़ते स्वास्थ्य में, सबसे ज्यादा […]
रमेश सर्राफ धमोरा देश-दुनिया में शिक्षा नगरी के नाम में प्रसिद्ध राजस्थान के कोटा शहर में कोचिंग संस्थानों की संख्या में वृद्धि के साथ ही आत्महत्याओं की घटनाओं में भी बढ़ोत्तरी हो रही हैं। कोचिंग की मंडी बन चुका राजस्थान का कोटा शहर अब आत्महत्याओं का गढ़ बनता जा रहा है। यहां शिक्षा की बजाय […]
अनन्या मिश्रा आज के समय में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रही हैं। न सिर्फ आज बल्कि पुराने समय में भी कई ऐसी महिलाएं ऐसी रहीं, जिन्होंने अपने कार्यों से इतिहास में अपना दर्ज कराया है। ऐसी ही एक महिला अहिल्या बाई होल्कर थीं। जीवन में आने वाली परेशानियों से किस […]