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विश्वगुरू के रूप में भारत

भारत के 50 ऋषि वैज्ञानिक अध्याय – 45 वैदिक हिंदू धर्म के रक्षक ऋषि देवल

वैदिक हिंदू धर्म के रक्षक ऋषि देवल सामान्यतया एक ऐसी धारणा हमारे देश में बनाई गई है कि ऋषि मनीषियों का धर्म और राजनीति से किसी प्रकार का मेल नहीं होता। जबकि सच यह है कि शस्त्र की धार जब कभी काल विशेष में हल्की पड़ी है तो शास्त्ररक्षकों ने उसे तेज करने में अपने […]

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आर्थिकी/व्यापार

भारतीय बैंकों की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ तो हुई है परंतु अभी भी सतर्कता जरूरी

आपको याद होगा कि कुछ समय पूर्व ही भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकारी क्षेत्र की 11 बैंकों को, इन बैंकों में खराब कर्ज के खतरनाक स्तर तक बढ़ जाने के कारण, त्वरित सुधारात्मक ढांचे के तहत रखा था। पिछले कुछ वर्षों के दौरान सरकारी क्षेत्र के बैंकों को कम पूंजी आधार, गैर-पेशेवर प्रबंधन, हताश कर्मचारियों […]

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आर्थिकी/व्यापार

भारतीय बैंकों की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ तो हुई है परंतु अभी भी सतर्कता जरूरी

आपको याद होगा कि कुछ समय पूर्व ही भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकारी क्षेत्र की 11 बैंकों को, इन बैंकों में खराब कर्ज के खतरनाक स्तर तक बढ़ जाने के कारण, त्वरित सुधारात्मक ढांचे के तहत रखा था। पिछले कुछ वर्षों के दौरान सरकारी क्षेत्र के बैंकों को कम पूंजी आधार, गैर-पेशेवर प्रबंधन, हताश कर्मचारियों […]

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भाषा

साहित्यिक प्रदूषण

साहित्यिक प्रदूषण छा रहा हर ओर साहित्यिक प्रदूषण, पद्य एवं गद्य दोनों मर रहे हैं। पंत जी का कवि नहीं होता वियोगी, अब नहीं दिनकर व्यथायें छंद बनतीं। अब इलाहाबाद के पथ पर निराला, तोड़ पत्थर नारियाँ कब राह गढ़तीं! निर्मला होरी गबन गोदान गायब, सत्य कहने से समीक्षक डर रहे हैं। व्यास बाल्मीकि तुलसीदास […]

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पर्यावरण

हमारे पापों का परिणाम है आकस्मिक आपदाएं

डॉ. दीपक आचार्य मूड और मौसम ये दोनों ही अब ऐसे हो गए हैं कि इनका पता ही नहीं चलता। पहले बारह महीनों में कुछ-कुछ माह तय होते थे क्रमिक रूप से गर्मी, सर्दी और बरसात के। और इनका क्रम भी कुछ वर्ष पूर्व तक तकरीबन इसी तरह बना हुआ रहता था। हाल के कुछ […]

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पर्यावरण

पर्यावरण बचाने को सीएनजी की तरफ बढ़ता बिहार

डॉ. संतोष सारंग मुजफ्फरपुर, बिहार ग्लोबल वॉर्मिंग के लिए जिम्मेदार घातक कारकों में सड़कों पर दौड़ाने वाले वाहनों की बेतहाशा बढ़ती संख्या एक प्रमुख कारक है. सार्वजनिक वाहनों को छोड़ कर जानलेवा व दूषित कणों को उत्सर्जित करने वाली निजी गाड़ियों का उपयोग लोगों का स्टेटस सिंबल बनता जा रहा है. यही कारण है कि […]

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आज का चिंतन

ईश्वर के 60 विभिन्न नाम और भ्रान्ति निवारण*

By Dr D K Garg भाग 1 साभार: सत्यार्थ प्रकाश ईश्वर निराकार और एक ही है तथा उसके अनेको नाम उसके कार्यो के अनुसार है इसलिए ईश्वर को शरीरधारी बना देना और नए नए रूप देना कही भी उचित नहीं है। 1– (अञ्चु गतिपूजनयोः) (अग, अगि, इण् गत्यर्थक) धातु हैं, इनसे ‘अग्नि’ शब्द सिद्ध होता […]

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आओ कुछ जाने

*एक ने दो लाख और दूसरे ने पांच लाख का दिया ऑफर* *फिर भी नहीं बेचूंगा मोदी चुनाव सर्वे रिपोर्ट 2024*

==================== आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मैंने जैसे ही नरेन्द्र मोदी के भविष्य पर आधारित चुनाव सर्वे रिपोर्ट 2024 की आंशिक जानकारी सार्वजनिक की वैसे ही मुझसे संपर्क करने वालों की बाढ़ आ गयी और सभी की जिज्ञाषा पूरी रिपोर्ट पढ़ने की बढती चली गयी। कइयों ने रिपोर्ट मुफ्त में मांगी तो कइयों ने पैसे का […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

भारत के 50 ऋषि वैज्ञानिक अध्याय – 44 भारत के प्राचीन चिकित्साशास्त्री : माधवकर

भारत के प्राचीन चिकित्साशास्त्री : माधवकर भारत में दक्षिण की ओर पड़ने वाले आज के हैदराबाद राज्य में गोलकुंडा हीरों के लिए विशेष रूप से विख्यात है। इसी क्षेत्र को रामायण काल में किष्किंधा के नाम से जाना जाता था। किष्किन्धा का शाब्दिक अर्थ बंदरों का राज्य है’। यही वह क्षेत्र है जहां कभी राजा […]

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महत्वपूर्ण लेख

कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनते ही भारत का वर्चस्व दुनियाभर में तेजी से बढ़ने लगा है

ललित गर्ग वर्तमान सरकार ने कृषि को सर्वाधिक महत्व दिया है। अवसर और संसाधन तो पूर्ववर्ती सरकारों को भी पर्याप्त मिले थे, लेकिन परिणाम निराशाजनक ही रहे। कृषि कभी भी उनकी प्राथमिकता का क्षेत्र नहीं रहा। कृषि का प्राथमिकता के क्षेत्रों में आना सुदृढ़ एवं शक्तिशाली भारत का द्योतक है। भारत में उन्नत कृषि की […]

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