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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

देश का वो शहीद, जिसको अब तक परिवार ने नहीं अपनाया

मदन लाल धींगरा 17 अगस्त 1909 को मदन लाल धींगरा को फांसी हुई थी. वो लड़का जिसने लंदन में कर्जन वायली को गोली मार दी थी. उस वक़्त, जब गोरे साहिबों के सामने हिन्दुस्तानी खड़े होने से भी डरते थे. जिसके पिता ने अखबार में छपवा दिया था कि इस लड़के से मेरा कोई लेना-देना […]

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विविधा

बाइबिल में हिन्दुओं का उल्लेख

बाइबिल में हिन्दुओं का उल्लेख जिहादियों का मुकाबला इस्राएल से सीखो ! हमें यह लेख तब लिखना पड़ा जब 12 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख के लेह में लोगों के सामने यह बात कहीं कि ” पाकिस्तान में सीधी लड़ाई लड़ने की हिम्मत नहीं है ,इसलिये वह आतंकवादियों के सहारे परोक्ष युद्ध […]

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आर्थिकी/व्यापार

गरीबी दूर कर भारत ने संसार में जमाया अपना सिक्का

प्रह्लाद सबनानी अतिगरीबी का आकलन 1.9 अमेरिकी डॉलर प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन आय के आधार पर किया जाता है। इस परिभाषा के अनुसार किए गए आकलन के अनुसार अब भारत में केवल 0.9 प्रतिशत नागरिक ही इस गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। भारत में विशेष रूप से कोरोना महामारी के बीच एवं इसके […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

भारत के 50 ऋषि वैज्ञानिक अध्याय – 34 भारत के महान समाज वैज्ञानिक महात्मा बुद्ध

भारत के महान समाज वैज्ञानिक महात्मा बुद्ध बौद्ध मत के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध संसार के इतिहास के एक महान समाज सुधारक थे। उनके बारे में यह मिथ्या धारणा है कि उन्होंने कोई नया पंथ चलाकर आर्य वैदिक सिद्धांतों की आलोचना की। सच यह है कि उन्होंने समकालीन समाज में वैदिक सिद्धांतों के प्रति आई शिथिलता […]

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आतंकवाद

भारतीयता के पूर्णतया विपरीत अवधारणा है वामपंथ

▪️वामपंथ का विषैला दंत अपने ग्राउंड-ब्रेकिंग लेखन से वामपंथी इतिहासकारों को जिस तरह श्री अरुण शौरी जी बेनकाब करते हैं वो और कोई नहीं कर सकता। उन्हीं के जरिए हमने समझा है कि वामपंथी इतिहासकार कितने झूठे और मिथक फैलाने में माहिर हैं। आज चर्चा करते है वामपंथी इतिहासकारों की टोली का एक सबसे बेहतर […]

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व्यक्तित्व

सेवा, साहस और शौर्य के प्रतीक सरदार श्री जागीर सिंह ‘बेन्स’ को मिला ‘भारत गौरव’

भारत से बहुत दूर सात समंदर पार भारत की संस्कृति के प्रति समर्पित भाव रखकर मानवता की सेवा करने वाले समाजसेवी सरदार जागीर सिंह बैंस हो अमेरिका की प्रमुख संस्था संस्कृति युवा संस्था के द्वारा भारत गौरव से सम्मानित किया गया है। संसार में दिखाया है कि प्रतिभा किसी के परिचय की मोहताज नहीं होती। […]

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आज का चिंतन

वैदिक धर्म का भक्त ‘काले खाँ’ अर्थात् ‘कृष्णचन्द्र’

प्रियांशु सेठ यह कहना तो नितान्त उचित है कि ऋषि दयानन्द की वैचारिक क्रान्ति ने न केवल किसी मत अथवा व्यक्ति विशेष को कल्याण का मार्ग दिखाया अपितु सारे मनुष्य समाज को मानवता के एकसूत्र में भी बांधने का प्रयत्न किया। महर्षि के विचार-शक्ति में इतना सामर्थ्य था कि उसके प्रभाव से अन्य मत वाले […]

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विविधा

17 मई विश्व दूरसंचार दिवस पर विशेष तकनीकी और विज्ञान ने दूरसंचार के अनेक साधन उपलब्ध कराएं

— सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” सत्रह मई को पूरी दुनिया में हर साल दूरसंचार दिवस मनाया जाता है। दूरसंचार दिवस को साल 2005 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व सूचना समाज दिवस के रूप में घोषित किया। इसके बाद से ही सत्रह मई को विश्व दूरसंचार और सूचना सोसायटी दिवस के रूप में मनाया जाने […]

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इतिहास के पन्नों से

इतिहास से सीख!

अकबर के दरबार में एक कट्टर सुन्नी मुस्लिम अब्द अल कादीर बदायूनी था उसने हल्दीघाटी की युद्ध का आंखों देखा वर्णन जिसमें वह खुद शामिल था अपनी किताब मुंतखाब–उत–तवारीख में किया है। मूल किताब अरबी में है जिसका 18वीं सदी में अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। दोनों तरफ की सेनाओं में 90% राजपूत लड़ रहे […]

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विविधा

पहले आलोचना, अब सराहना होती है

हरीश कुमार पुंछ, जम्मू भारत में आज भी यह मानसिकता हावी है कि कमाई करना केवल पुरुषों का ही काम है और घर का चूल्हा चौका संभालना महिलाओं का. हालांकि बदलते वक़्त के साथ शहरी क्षेत्रों में इस संकुचित सोच में बदलाव आया है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी यह सोच बहुत हद तक […]

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