प्राणाचार्य धन्वंतरि भारत के महान ऋषियों ने संसार को प्राणशक्ति अर्थात स्वास्थ्य प्रदान किए रखने के लिए आयुर्वेद का आविष्कार करके दिया। यह बहुत संभव है कि संसार में रहते हुए व्यक्ति चौबीसों घंटे और हर दिन खाने-पीने के प्रति सतर्क नहीं रह सकता, कहीं न कहीं चूक हो सकती है। आहार-विहार और आचार-विचार को […]
महीना: मई 2023
Afghanistan तक होगा China के BRI प्रोजेक्ट का विस्तार, गौतम मोरारका अब तक तालिबान शासन को किसी भी देश ने मान्यता नहीं दी है लेकिन पाकिस्तान और चीन ने लगातार तालिबान शासन से संवाद बनाये रखा है और उसे करोड़ों डॉलर की मदद भी मुहैया कराई है। हालांकि पाकिस्तान के संबंध तालिबान शासन से पिछले […]
यज्दियों के कत्लेआम का असली कारण ? क्योंकि यह विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है ,जो मानता है कि हरेक व्यक्ति जो भले कर्म करता है ,मरने के बाद उसका जन्म भारत में ही होता है ,जबकि इस्लाम पुनर्जन्म को नहीं मानता यदि हम निष्पक्ष होकर मुसलमानों का इतिहास और उनकी कुरान से प्रेरित कपट […]
गोरों की युद्धक की निशानियां….! आज 10 मई है भारतीय स्वाधीनता संग्राम 1857 को लगभग 176 वर्ष पूरे हो गए हैं। कभी दुनिया के 50 देशों पर शासन करने वाले अंग्रेज राजघराने का शासन आज महज इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड आयरलैंड जैसे 5 देशों में सिमट गया है कोई लंबे चौड़े देश नहीं है उन्हें देश […]
काबा की तरफ मूतने वाले रसूल ! मुसलमानों की मान्यता है कि मुहम्मद साहब अल्लाह के अंतिम रसूल हैं ,और उनको अल्लाह इतना चाहते थे कि बिना किसी योग्यता के और अनपढ़ होने पर भी उनको रसूल नियुक्त कर दिया , इसी विशेषता के कारण हर जिहादी संगठन अपने झंडे में अल्लाह के साथ मुहम्मद […]
दीपा दानू/ दीपा लिंगडीया बागेश्वर, उत्तराखंड आजादी के 70 साल बाद भी लगभग 50% भारतीय लोग पीने के पानी तक पहुंच नहीं पाते हैं. हालांकि केंद्र और राज्य स्तर पर अलग-अलग सरकारों ने इसके लिए काम किया है. लेकिन वास्तविकता यह है कि आज भी देश में लोगों, विशेषकर महिलाओं को पीने के पानी के […]
-अनुज अग्रवाल बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि अपना काम करके जा चुकी है और किसान व फल- सब्ज़ी उत्पादक बस चुपचाप बर्बादी की दास्ताँ देख रहा है। हर दो – तीन महीने में बदलने वाले मौसम ने पिछले तीन वर्षों में इतनी करवटें ली है जिसका कोई पैटर्न ही नहीं नजर आ रहा। मौसम के बदलाव […]
1857 की क्रांति की जयंती के अवसर पर विशेष: एक और क्रांति की दरकार अनुभव करता देश 18 57 की क्रांति कोई आकस्मिक घटना नहीं थी। देश के लोगों के भीतर 1757 के प्लासी के युद्ध के पश्चात से ही लावा धधक रहा था। अंग्रेज गवर्नर जनरल मैटकॉफ ने लिखा था कि भारत के लोग […]
मेरठ ( विशेष संवाददाता )1857 की क्रांति के नायक धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान के तत्वावधान में यहां चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अप्लाइड साइंस ऑडिटोरियम सभागार में एक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 1857 की क्रांति के नायक धनसिंह कोतवाल सहित उन सभी क्रांतिकारियों को याद किया गया, जिन्होंने उस समय मां भारती […]
प्रवीण गुगनानी, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार मे राजभाषा सलाहकार 9425002270 बुद्ध जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, वेसाक या हनमतसूरी समूचे भारत वर्ष के लिए एक महत्वपूर्ण, आस्था जन्य और उल्लासपूर्वक मनाया जाने वाला पर्व है। विश्व के अनेक भागों में फैले हुए हिंदू, बौद्ध इस पर्व को वेसाक (हिंदू कैलेंडर के वैशाख का अप्रभंश) के नाम से […]