==================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त टूटा टूटा एक सपना ऐसे टूटा जो टूट कर फिर जुड़ न पाया गिरता हुआ वह आसमान से आकर गिरा जमीन पर ख्वाबों में फिर पीड़ा और बेबशी की राख ही भरी थी अमेरिका में सनातन की सुरक्षा और शस्त्र-शास्त्र की अनिवार्यता विषय पर लेक्चर देने का सपना मेरा कैसे टूटा […]
महीना: मार्च 2023
डॉ. राधे श्याम द्विवेदी भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। देश का कानून और संसद इसके द्वारा ही संचालित होती है। देश में जब जब कोई संकट आता या राजनीतिक विवाद होते हैं, तब-तब संविधान का ही हवाला देकर उस विवाद और संकट को हल करने की बात की जाती है। […]
रितिका कमठान भारतीय एयरफोर्स में सात मार्च का दिन ऐतिहासिक रहा है। भारतीय वायुसेना ने ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी को नई जिम्मेदारी है। पश्चिमी सेक्टर में फ्रंटलाइन कॉम्बैट यूनिट की कमांड अब भारतीय वायुसेना की ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी संभालेंगी। भारतीय वायुसेना में ये पहला मौका है जब कोई महिला कॉम्बैट यूनिट की जिम्मेदारी संभालेगी। […]
जीवन का मोह छोड़कर लड़े हिंदू वीर हिंदू वीर योद्धा अपने इतिहास के महानायक महाराणा प्रताप के नेतृत्व में अपने प्राणों का मोह छोड़कर देश के लिए लड़ रहे थे। श्री केशव कुमार ठाकुर ने अपनी पुस्तक ‘भारत की प्रसिद्ध लड़ाइयां’ के पृष्ठ 277 पर लिखा है कि :- “जीवन का मोह छोड़कर राणा की […]
उमेश चतुर्वेदी यूक्रेन के साथ युद्ध में जूझ रहे रूस पर पूरी दुनिया का दबाव है कि वह यूक्रेन से लड़ाई बंद करे। लेकिन रूस चाहता है कि एशिया की तीन महाशक्तियों- चीन और भारत के साथ रूस की दोस्ती बने और दुनिया के सामने एक नया गठबंधन बनकर उभरे। हाल ही में खत्म हुए […]
==================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त बागेश्वर धाम वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जैसे अबोध, मंद बुद्धि के कथित धर्मचार्यों का गुब्बारा भी जल्द फूटता है और वे जिस तरह से चमकते हैं उसी तरह अस्त भी हो जाते हैं। इसके कोई एक नहीं बल्कि अनेक उदाहरण है। राम-रहीम, आसाराम, रामपाल जैसे उदाहरण भी है। रामदेव को तो […]
साभार…. #रंग रंग शब्द हमारा नहीं है। लेकिन हमने इसे न केवल अपनाया है, बल्कि आत्मसात किया है। बसंत की सुंदरता से लेकर फागुन के गीतों तक यह रच बस गया है। इसका आगमन फारसी भाषा से उर्दू के जरिए हुआ है। रंग शब्द का असल में अर्थ होता है, आनंद। यह अर्थ ही इस […]
आर्य मान्यतऐं—— जिनके अपनाने से होता है हमारे जीवन का श्रंगार भारत के आर्य ऋषियों की मान्यताएं वास्तव में वैश्विक मान्यताएं हैं। यह ऐसी मान्यताएं हैं जिनसे विश्व समाज सृष्टि के पहले दिन से लाभान्वित होता आ रहा है। वैदिक मान्यताओं के अनुसार नारी व शूद्र को भी विद्या का समान अधिकार है। जहां तक […]
ललित गर्ग विदेश जाकर देश की आलोचना करने वाले राहुल गांधी पर कैसे विश्वास करेगी जनता? देश पर सर्वाधिक समय शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेशी की धरती पर होहल्ला मचाते हुए भारत की छवि को धूमिल करने का घृणित एवं गैरजिम्मेदाराना काम किया है। गांधी ने […]
ललित गर्ग होली एक ऐसा त्योहार है, जिसका धार्मिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक-आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं की रोशनी में होली के त्योहार का विराट् समायोजन बदलते परिवेश में विविधताओं का संगम बन गया है, दुनिया को जोड़ने का माध्यम बन गया है। बदलती युग-सोच एवं जीवनशैली से होली त्यौहार के रंग […]