बरेली। ( विशेष संवाददाता ) बरेली आर्य समाज के प्रधान और आर्य जगत के प्रति समर्पित भाव रखने वाले समाजसेवी डॉ वेद प्रकाश शर्मा का कहना है कि बरेली आर्य समाज महर्षि दयानंद जी महाराज के सपनों को साकार करने के लिए समर्पित है। उन्होंने ‘उगता भारत’ के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि […]
महीना: फ़रवरी 2023
निशा गढ़िया कपकोट, उत्तराखंड बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार का सख्त फैसला इस वक़्त देश और दुनिया में सुर्खियां बनी हुई है. यह शायद पहला मौका है जब किसी राज्य सरकार ने इस सामाजिक बुराई के खिलाफ न केवल सख्ती की है बल्कि एक्शन भी लिया है. अब तक करीब तीन हज़ार से अधिक […]
महाराणा रतन सिंह, विक्रमादित्य और बनवीर मेवाड़ के महाराणा संग्राम सिंह के पश्चात उनके उत्तराधिकार को लेकर युद्ध आरंभ हो गया था। इस संबंध में कर्नल टॉड का कथन है कि :- “राणा संग्राम सिंह के भी अनेक रानियां थीं। राणा के मरने के पश्चात सभी रानियां अपने- अपने लड़कों को राज्यसिंहासन पर बैठाने का […]
(विशेष संवाददाता) बरेली । विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी आर्यसमाज बिहारीपुर, बरेली द्वारा अपने वार्षिकोत्सव एवं ऋषि बोधोत्सव के अवसर पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लगभग 1 किलोमीटर लंबी भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसका नेतृत्व आनंद पुरुषार्थी जी, सुप्रसिद्ध इतिहासकार डॉ राकेश कुमार आर्य एवं बरेली आर्य समाज […]
इतिहास पशु हिंसा और अश्लीलता गतांक से आगे…. जिस प्रकार गौ शब्द के अनेक अर्थ हैं, उसी तरह वृषभ शब्द भी अनेक अर्थों में आता है। यहां हम वैद्यक के ग्रन्थों से दिखलाते हैं कि संस्कृत में जितने शब्द बैल के अर्थ में आते हैं, वे सब काकड़ासिंगी औषधि के लिए भी प्रयुक्त हुए हैं। […]
ऋषिराज नागर(एड़वोकेट) भगवत गीता (4-34) में उपदेश है कि तू पूर्ण गुरु के चरणों में गिर कर योग का अभ्यास कर। जो गुरु तत्व के भेद को जानता है, केवल वही तुझे ज्ञान का उपदेश दे सकता है। :- ‘तद्विद्धि प्राणे पातेन परिप्रश्नेन सेवया। उपदेक्ष्यन्ति ते ज्ञान क्षानिनस्तत्त्वदर्शिन।। गुरु के बिना हमें परमार्थ के मार्ग […]
ये लेख विभिन्न विद्वानों के लेख पर आधारित ४ भागो में है। *डॉ डी के गर्ग मुस्लिम नेता मेहमूद मदनी ने कहा है की ईश्वर और अल्ला एक ही है ,ऐसा गाँधी ने भी कहा की ईश्वर अल्ला तेरो नाम ,और बहुत से सेक्युलर नेता ऐसा कहते आये है की ईश्वर कहो या अल्ला दोनों […]
मिथ्याचार से सदाचार ही श्रेयस्कर है- मिथ्याचार को छोड़ कै, धारण कर सदाचार। सम्यक संयम विवेक से, करना सद्व्यवहार॥2165॥ संसार में परमपिता परमात्मा सबसे बड़ा सहारा है – आश्रय ले हरि ओ३म का, सबसे बड़ा सहाय। सीधा जा बैकुंठ को, ज्यो उसका हो जाय॥2166॥ भक्ति – मार्ग अति कठिन है इसलिए सदैव सतर्क रहिए- भक्ति […]
★ 10 कुॅंओं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ियों के बराबर एक तालाब, 10 तालाब के बराबर 1 पुत्र एवं 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष है। ( मत्स्य पुराण ) ★ जीवन में लगाये गये वृक्ष अगले जन्म में संतान के रूप में प्राप्त होते हैं। (विष्णु धर्मसूत्र 19/4) ★ जो व्यक्ति पीपल अथवा […]
(व्यभिचारी एवं चरित्रहीन व्यक्ति नष्ट हो जाता है।) आज समाज में अश्लीलता को आधुनिकता के नाम पर परोसा जा रहा है। इसे एक प्रकार से बौद्धिक आतंकवाद भी कहा जा सकता ह। युवावस्था के अपरिपक्व मस्तिष्क को अफीम के समान व्यभिचार कि लत के लिए प्रेरित कर उसे भोगवाद के अंधे कुएँ में धकेल दिया […]