जहांगीराबाद (विशेष संवाददाता) यहां चल रहे अथर्ववेद पारायण यज्ञ में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सुप्रसिद्ध इतिहासकार एवं लेखक डॉ राकेश कुमार आर्य ने कहा कि भारत के स्वाधीनता आंदोलन के समय स्वामी दयानंद जी महाराज और आर्य समाज ने क्रांति का रक्तबीज बिखेर दिया था जिससे क्रांतिकारियों ने जन्म लेकर अंग्रेजों को […]
महीना: फ़रवरी 2023
डॉ डी के गर्ग विशेष : कृपया अपने विचार बताये और अन्य ग्रुप में शेयर करे। होली सृष्टि के प्रारम्भ होने के साथ ही शुरू हो चुका था क्योंकि इसका मूल कारण कोई व्यक्ति विशेष या घटना विशेष नहीं है, इसका मूल कारण है नई फसल का आगमन और उस फसल के स्वागत के लिए […]
प्रवीण गुगनानी, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार मे राजभाषा सलाहकार यदि मध्यप्रदेश के सामाजिक ताने बाने, अर्थव्यवस्था, राजनैतिक वातावरण, व्यापार वयवसाय के पिछड़े होने की और इन सबसे धर्मांतरण के संबंध की चर्चा करें तो एक जनजातीय कहावत स्मरण मे आती है – तेंदू के अंगरा बरे के न बुताय के अर्थात दुष्ट व्यक्ति न स्वयं […]
ललित गर्ग राजनीतिक नजरिए से नड्डा के लिये यह साल काफी अहम होने वाला है। फरवरी और मार्च के बीच पूर्वोत्तर के तीन राज्यों- त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में चुनाव होंगे। वहीं, अप्रैल-मई में दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होगी। भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक धरातल को मजबूती देने, उसके […]
सुरेश हिन्दुस्थानी एक कहावत है कि बोए पेड़ बबूल का तो आत कहां से होय। यह कहावत आज पाकिस्तान के चरित्र को पूरी तरह से चरितार्थ करती हुई दिखाई दे रही है। आर्थिक रूप से विपन्नता की ओर बढ़ता पाकिस्तान अब आतंक के क्रूर पंजे में फंसकर फडफ़ड़ाने लगा है। घृणा के आधार पर निर्मित […]
कल्पना कुमारी मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार वर्ष 2023-24 के बजट में में शिक्षा के लिए पिछले वर्ष की तुलना में 8 हज़ार करोड़ रूपए अधिक आवंटित किये गए हैं. हालांकि समग्र शिक्षा के बजट में मात्र 0.19 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. इस वर्ष के बजट में सबसे ख़ास बात राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की […]
ओ३म् ========= ऋषि दयानन्द के प्रादुर्भाव के समय देश विदेश के लोग ईश्वर की सच्ची उपासना के ज्ञान व विधि से अपरिचित थे। यदि कुछ परिचित थे तो वह योगी व कुछ विद्वान धार्मिकजन ही रहे हो सकते हैं। वह लोग उपासना व अग्निहोत्र यज्ञों का प्रचार न कर उसे अपने तक ही सीमित किये […]
महाराणा क्षेत्र सिंह से महाराणा मोकल सिंह तक महाराणा हमीर सिंह के देहांत के पश्चात उनके पुत्र महाराणा क्षेत्र सिंह ने सत्ता भार संभाला। महाराणा हमीर सिंह ने बहुत अधिक सीमा तक मेवाड़ को एक सुव्यवस्थित राज्य में परिवर्तित करने में सफलता प्राप्त की थी। इस प्रकार महाराणा क्षेत्र सिंह को एक सुव्यवस्थित विरासत उत्तराधिकार […]
कर्म के नियम* मेरी पत्नी बहुत कुरूप है। क्या करूं? गजब के प्रश्न पूछते हो। अब मैं कोई प्लास्टिक सर्जन थोड़े हूं। अगर पत्नी कुरूप है, तो ध्यान करो पत्नी पर—लाभ होगा। सुंदर स्त्री खतरे में ले जाए; कुरूप न कभी खतरे में नहीं ले जाए। इस मौके को चूको मत सुकरात से किसी ने […]
डॉ डी के गर्ग विशेष वैज्ञानिकों का कहना है कि हमें अपने पूर्वजों का शुक्रगुजार होना चाहिए कि उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टि से समय समय पर ऋतू अनुसार पर्व निर्धारित किये ताकि स्वास्थ रक्षा के अतिरिक्त सामाजिक एकता और मनोरंजन भी उपलब्ध हो। होली के त्यौहार की तो मस्ती इतनी अधिक होती है कि लोग इसके […]