Categories
आज का चिंतन

ईश्वर से भला क्यों नाराज रहते हैं लोग ?

बहुत से लोग ईश्वर से नाराज़ रहते हैं। क्योंकि जैसा वे चाहते हैं, वैसा उनको जीवन में नहीं मिल पाता। वे बहुत कुछ चाहते हैं और भगवान से प्रार्थना भी करते हैं, कि “हे भगवान्! हमको बंगला दिला दो। कार दिला दो। नौकरी दिला दो। बेटा दिला दो। अच्छी धन संपत्ति और सम्मान दिला दो, […]

Categories
भयानक राजनीतिक षडयंत्र

ओम अल्लाह एक है तो ओम क्यों नहीं बोलते?

मदनी का ज्ञान ओम अल्लाह एक है तो ओम क्यों नहीं बोलते? अल्लाह बोलने की जिद क्यों? इस्लाम की पैदाइश जहां हुई वहां के हाल देखें: मदनी जब हज़ या उमेरा करने मक्का जाएँ तो वहाँ 8000वर्ष प्राचीन सउदी में मक्का के निकट हुई खुदाई में एक प्राचीन शहर के अवशेष देखने जाएँ जहां एक […]

Categories
आतंकवाद

मौलाना अरशद मदनी जब ॐ और अल्लाह एक, फिर अज़ान और नमाज में ॐ क्यों नहीं?

चलो देर आए दुरुस्त आए, अप्रयत्क्ष रूप में इस्लामिक संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद और उसके चीफ मौलाना अरशद महमूद मदनी ने मान गए कि ॐ और अल्लाह एक हैं। अब हिन्दू संगठन यह भी प्रश्न कर रहे है कि जब ॐ और अल्लाह एक है फिर अज़ान और नमाज़ में ॐ का जाप कब? अल्पज्ञानी मदनी को […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

मेवाड़ के महाराणा और उनकी गौरव गाथा अध्याय – 14 ( ख ) भारत में जिहादी परंपरा कब से आरंभ हुई?

भारत में जिहादी परंपरा कब से आरंभ हुई? ओमप्रकाश विर्लेय अपनी पुस्तक “भारतीय इतिहास के गौरव क्षण” के पृष्ठ 57 पर लिखते हैं “बाबर ने महाराणा सांगा के साथ जो युद्ध किया, उसका नाम उसने जेहाद दिया था। मुसलमानों ने अन्य धर्मावलंबियों के विरुद्ध जो युद्ध जब भी कहीं और किसी भी समय किए, उनमें […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

पर्सनल लॉ की वकालत करने वाले क्या इससे होने वाली परेशानियों को जानते हैं?

अश्विनी उपाध्याय आर्टिकल 14 के अनुसार देश के सभी नागरिक एक समान हैं, आर्टिकल 15 जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र और जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव का निषेध करता है, आर्टिकल 16 सबको समान अवसर उपलब्ध कराता है, आर्टिकल 19 देश में कहीं पर भी जाकर पढ़ने, रहने, बसने, रोजगार करने का अधिकार देता है […]

Categories
भारतीय संस्कृति

धर्म और सनातन धर्म*

Dr DK Garg भाग 4 धर्म और पंथ में अंतर् : धर्म संस्कृत भाषा का शब्द हैं जोकि धारण करने वाली धृ धातु से बना हैं। “धार्यते इति धर्म:” अर्थात जो धारण किया जाये वह धर्म हैं। अथवा लोक परलोक के सुखों की सिद्धि के हेतु सार्वजानिक पवित्र गुणों और कर्मों का धारण व सेवन […]

Categories
Uncategorised

हे राम: दर्द का दस्तावेज

1999 में प्रकाशित 900 पेज के उपन्यास ‘पहला गिरमिटिया’ में लेखक गिरिराज किशोर ने लिखा था- ‘महात्मा गाँधी के जीवन के तीन पक्ष हैं-एक मोहनिया पक्ष, दूसरा मोहनदास पक्ष और तीसरा महात्मा गाँधी पक्ष।’ यह उपन्यास गाँधी के दक्षिण अफ्रीकी जीवन केंद्रित मोहनदास पक्ष पर था। उन्होंने लिखा-आने वाली पीढ़ी को मोहनदास की ज्यादा जरूरत […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

देश की विरासत और विकास को मजबूत करने में आर्य समाज का विशेष योगदान : पीएम मोदी देश की आजादी के आंदोलन में दयानंद के योगदान को सराहनीय कहने वाले पहले प्रधानमंत्री

गाजियाबाद ( ब्यूरो डेस्क) प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि आर्य समाज का देश की विरासत और विकास को मजबूत करने में विशेष योगदान रहा है। आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद जी सरस्वती महाराज के जन्म की 200 वीं जयंती के कार्यक्रमों का शुभारंभ करते हुए रविवार 12 फरवरी को नई दिल्ली के इंदिरा […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

मेवाड़ के महाराणा और उनकी गौरव गाथा अध्याय – 14 ( क ) अपनों से मिले सहयोग और विश्वासघात

अपनों से मिले सहयोग और विश्वासघात कर्नल टॉड ने भारत के वीर शूरमा महाराणा संग्राम सिंह और विदेशी आक्रमणकारी बाबर के मध्य हुए बयाना के युद्ध पर प्रकाश डालते हुए हमें बताया है कि :- “बाबर दिल्ली का राज्य प्राप्त करके बड़ी बुद्धिमानी के साथ सैनिक शक्तियों का संगठन करता रहा और उसके पश्चात 1500 […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

“भारत को समझो” अभियान समिति की ओर से नि:शुल्क बांटी गई पुस्तिका

नई दिल्ली। ( अजय आर्य /अमन आर्य ) आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद जी महाराज की 200 वीं जयंती के अवसर पर यहां “भारत को समझो” अभियान समिति की ओर से उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं को समेकित करने वाली लघु पुस्तिका को निशुल्क बांटा गया। “समग्र क्रांति के अग्रदूत महर्षि दयानंद” नामक इस […]

Exit mobile version