कोलिकाता। ( विशेष संवाददाता) गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर वैदिक गुरुकुलम् मंदिर आश्रम बिड़ा के पावन प्रांगण में आर्य वीर दल के स्थापना दिवस , वीर हकीकत राय एवं पृथ्वीराज चौहान के बलिदान दिवस पर राष्ट्रभृत यज्ञ का आयोजन गुरुकुल के आचार्य एवं ब्रह्मचारियों द्वारा किया गया। राष्ट्र ध्वज फहराने के पश्चात गुरुकुल के […]
महीना: जनवरी 2023
बहुत सुना है आपने क्या लेकर तू आया जग में क्या लेकर तू जाएगा ? उपरोक्त के अतिरिक्त सुना है कि न कुछ लेकर के आए ना कुछ लेकर जाना। खाली हाथ आए थे खाली हाथ जाना है। क्या यह कहना सत्य है? हम ले करके आते भी हैं और लेकर के जाते भी हैं। […]
जागरूकता की कमी के कारण हमारे देश में ब्रेन-डेड डोनर्स की भारी कमी पटना: लिवर फेल हो जाना जान के लिए खतरा बन जाता है, लेकिन नई तकनीक और रोबोट की मदद से होने वाली डोनर सर्जरी बहुत ही सुरक्षित तरीके से हो रही है। इसमें मरीज की रिकवरी भी जल्द हो जाती है और […]
चित्तौड़ अभियान पर इतिहासकारों के मत अलाउद्दीन खिलजी के चित्तौड़ अभियान पर मुहम्मद हबीब का कहना है कि अलाउद्दीन खिलजी के नेतृत्व में शाही सेनाएं राजस्थान में प्रवेश कर गंभीरी और वेहद नदियों के बीच पहुंचकर शिविर लगाकर और चित्तौड़ दुर्ग का घेरा डालकर युद्घ के लिए सन्नद्घ हो गयीं। सुल्तान ने अपनी सेना को […]
“फरवरी दस, याद रखना बस” दिल्ली, 27 जनवरी: देश में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता की तैयारियों को अंतिम रूप दे कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 फरवरी से देश भर के कई राज्यों में एमडीए.आईडीए अभियान शुरू किया जा रहा है. अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों की टीम लोगों के घर-घर जाकर फाइलेरिया जैसी खतरनाक […]
सीटू तिवारी पटना, बिहार हरियाणा के जींद में सड़क किनारे ढ़ाबे पर तेज आवाज में एक हरियाणवी गाना बज रहा है, जिसका अर्थ है “इतनी उम्र में ब्याह नहीं हो पाया है तो एक जरूरी बात सुनो, 30-35 हज़ार का जुगाड़ करो और बहु ले आओ मोल (खरीद) की, रेल पर बैठ कर कोई बिहार, […]
Dr DK Garg Note -यह आलेख महात्मा बुद्ध के प्रारम्भिक उपदेशों पर आधारित है। ।और विभिन्न विद्वानों के विचार उपरांत है। ये 9 भाग में है। इसको पढ़कर वे पाठक विस्मय का अनुभव कर सकते हैं जिन्होंने केवल परवर्ती बौद्ध मतानुयायी लेखकों की रचनाओं पर आधारित बौद्ध मत के विवरण को पढ़ा है । कृपया […]
उमेश चतुर्वेदी मशहूर समाजवादी डॉक्टर राममनोहर लोहिया ने जाति तोड़ने का क्रांतिकारी विचार दिया था। लेकिन सबसे ज्यादा जाति केंद्रित राजनीति को बढ़ावा लोहियावादी राजनीति से ही मिला। जाति तोड़ने के लोहिया के विचार का मतलब था, समाज में ऊंच-नीच का भाव खत्म करके उसे बराबरी पर लाना। लेकिन लोहियावादी राजनीति की वजह से हुआ […]
नवीन कुमार पाण्डेय बागेश्वर महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर मीडिया कैमरों का फोकस हो गया है। हंगामा मचा है- बागेश्वर धाम में आस्था के नाम पर अंधेरगर्दी हो रही है। एक और बाबा सीधे-सादे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। टीवी चैनल बागेश्वर धाम को लेकर विशेष कार्यक्रमों की महफिल सजा रहे हैं। वहां कथित […]
शिवेश प्रताप तुलसीदास जी सनातन धर्मावलम्बियों के अभिभावक के रूप में सबको शिक्षा देते हुए कभी प्रेम से पुचकारते तो कभी कठोरता से डांटते दिखते हैं। केवल दलित या गैर ब्राह्मण जाति को रेखांकित कर तुलसीदास जी को लक्ष्य करना जातिवादी भेड़ियों द्वारा राजनैतिक जठराग्नि को शांत करने का कुचक्र प्रतीत होता है। अपनी बात […]