विष्णु आख्यान. पार्ट/ 1 Dr D K Garg कृपया अपने विचार व्यक्त करे और अन्य ग्रुप में फॉरवर्ड करें विष्णू को लेकर पुराणों और पोराणिको में बहुत भ्रांति है , तरह तरह की कथाएं प्रचलित है,अच्छी खासी तुकबंदी है,कही विष्णु को सर्वुव्यापी ईश्वर बताया गया है तो इन्ही कथायो में विष्णू को शरीरधारी मानव के […]
Month: January 2023
भारत का वह सन्यासी कौन था जिसकी चर्चा अमेरिका में सबसे पहले हुई? भारत का वह महान विचारक कौन था जिसकी चर्चा अमेरिका में सबसे पहले हुई? भारत का वह महान सुधारक कौन था जिसकी चर्चा अमेरिका में सबसे पहले हुई? भारत का वह कौन सा महात्मा था जिसकी चर्चा अमरीका में सबसे पहले हुई […]
नई दिल्ली। ( अजय कुमार आर्य ) यहां स्थित गुरुकुल गौतम नगर में एक विशेष बैठक में निर्णय लिया गया कि राष्ट्र निर्माण पार्टी के संस्थापक और आर्य जगत के सुप्रसिद्ध विद्वान एवं दानवीर ठाकुर विक्रम सिंह की 80 वीं जयंती के अवसर पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को लेकर एक अभिनंदन ग्रंथ प्रकाशित किया […]
भारत का संविधान, संविधान सभा और गणतंत्र
डॉक्टर अंबेडकर के बारे में यह बात बड़ी प्रमुखता से स्थापित की गई है कि उन्होंने भारत का संविधान बनाया था। जबकि यह बात सिरे से ही गलत है ।जिसे उन्होंने स्वयं ने ही अपने जीवन काल में भरी पार्लियामेंट के भीतर खारिज कर दिया था। वे नहीं चाहते थे कि देश में बाबा छाप […]
आर्य सागर खारी 🖋️ भारत के इतिहास को अंग्रेजों के गज में ही यदि हम नापे तो आज से लगभग 2300 वर्ष पहले… आचार्य कौटिल्य जो चाणक्य के नाम से प्रसिद्ध है उन्होंने अर्थशास्त्र नामक ग्रंथ का सृजन किया| इस ग्रंथ में आचार्य ने एक राष्ट्र की लोक व्यवस्था अर्थात पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ,न्याय व्यवस्था, आर्थिक […]
बात तब की है जब कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं अपने चरम पर थीं। 1989-90 का वर्ष खासतौर पर इसलिए याद किया जाएगा क्योंकि इस साल रोज-रोज के बम धमाकों, अत्याचारों, आतंकी घटनाओं,हत्याओं आदि से तंग आकर बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित घाटी से विस्थापित होकर देश के दूसरे हिस्सों में चले आए।चले क्या आये,जिहादियों द्वारा […]
नरेन्द्र सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखण्ड उत्तराखंड के जोशीमठ में जो कुछ हो रहा है, उसे प्राकृतिक नहीं, बल्कि मानव निर्मित आपदा कहा जा रहा है. आर्थिक दृष्टिकोण से पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिस तरह से बिना किसी ठोस योजना के निर्माण कार्य किया गया, यह उसी का दुष्परिणाम है. हालांकि किसी भी […]
1– मोपला दंगों से पहले खिलाफत के दृश्य का प्रतीकात्मक संवाद अक्टूबर 1920,कालीकट आज खिलाफत मंडल की सभा में पंजाब से मौलाना अल्लाहबख्श आए हुए थे, कालीकट के मुसलमानों ने खिलाफत मंडल के नेता रामनारायण नंबूदिरी को समझाया कि अलाहबख्श के भाषण से पहले हिन्दू-मुस्लिम एकता दिखाने के लिए जुलूस में अलाहबख्श की बग्गी को […]
अंग्रेजों का भारत पर राज जो जितने वेग से दबाया जाता है वही एक दिन उतने ही वेग से ऊपर उठता भी है। इसे प्रकृति का सनातन सत्य कहा जाता है। अतः।इसी सनातन सत्य का सहारा लेकर भारत सदियों तक संघर्ष करता रहा और उसने 1857 की क्रांति के पश्चात तेजी से उठना आरंभ किया। […]
मोक्ष ✍🏻 लेखक – स्वामी स्वतन्त्रानन्द जी मोक्ष-प्राप्ति का साधन ज्ञान है, कर्म है वा ज्ञान-कर्म उभय हैं। ज्ञान-कर्म उभय होने पर भी कर्म समुच्चय है वा सम समुच्चय है। इस विषय में महर्षि दयानन्द जी का क्या पक्ष है ? मोक्ष-प्राप्ति के पश्चात् जीव पुनः जन्म प्राप्त करता है वा नहीं, अर्थात् मोक्ष सान्त […]