आर्य सागर खारी 🖋️ सिकंदराबाद। यहां स्थित आर्य समाज ने अमर क्रांतिकारी और आर्य समाज के पुरोधा स्वामी श्रद्धानंद जी महाराज के बलिदान दिवस 23 दिसंबर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर अमर क्रांतिकारी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। अमर हुतात्मा, शुद्धि आंदोलन के प्रणेता ,गुरुकुल शिक्षा पद्धति के उद्धारक ,महर्षि दयानंद के अनन्य […]
Month: December 2022
चालुक्य वंश चालुक्य वंश एक भारतीय शाही राजवंश था, जिसने छठी और 12वीं शताब्दी के बीच दक्षिणी और मध्य भारत के बड़े हिस्से पर शासन किया। इस वंश का साम्राज्य विस्तार लगभग 12 लाख वर्ग किलोमीटर था। हमने इस मानचित्र को यहां पर इसलिए दिया है जिससे कि पाठकों को यह बात समझ में आ सके कि भारतवर्ष में महमूद […]
आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने आर्योद्देश्यरत्नमाला नामक एक छोटी सी पुस्तक लिखी है। इस लघु ग्रंथ में महत्वपूर्ण व्यावहारिक शब्दों (आर्यों के मंतव्यों) की परिभाषाएं प्रस्तुत की गई है जो वेदादि शास्त्रों पर आधारित हैं। इसमें 100 मंतव्यों (नियमों) का संग्रह है अर्थात सौ नियमों रूपी रत्नों की माला गूंथी गई […]
कोरोना : तीसरी लहर से असहाय होता चीन
पिछले दो साल से कोरोना का कहर झेल चुके कई देश अब तक पटरी पर नहीं आ सके थे, उनके समक्ष फिर से कोरोना वायरस का खतरा दिखने लगा है। जिसकी शुरूआत अब तक अविश्वसनीय प्रमाणित हो चुके चीन से हो गई है। कोरोना की तीसरी लहर के चलते चीन की स्थिति ऐसी हो चुकी […]
के. विक्रम राव यदि सर्वोच्च न्यायालय और संसद परस्पर उदार सहयोग करने पर गौर नहीं करते हैं तो भारत के संवैधानिक इतिहास में भयावह विपदा की आशंका सर्जेगी। न्यायपालिका और विधायिका का आमना-सामना तीव्रतर होना लोकतंत्र पर ही प्रश्न लगा देगा। राज्यसभा में NJAC (जजों की नियुक्ति-आयोग) पर कड़वी बहस से ऐसे ही आसार उभरे […]
ईसाई लोगों की दृढ़ व प्रमुख मान्यता है कि मुक्ति केवल यीशु के माध्यम से ही मिल सकती है और ईसाई धर्मांतरण भी ठीक इसी बात पर आधारित है कि यीशु में विश्वास से सभी पाप धूल जाते है और हमेशा के लिए मुक्ति (salvation) मिल जाती है। इसलिए हिंदुओ व अन्य लोगों, जिसका धर्मांतरण […]
अगर स्वामी श्रद्धानंद के हत्यारे अब्दुल राशिद को ~महात्मा~ गांधी अपना भाई कहते हैं, तो स्वामी श्रद्धानंद के समर्थक भी क्यों न गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को अपना भाई कहने लग जाएं?_ स्वामी श्रद्धानंद जी , लाला लाजपत राय जी और महात्मा हंसराज इन तीनो आर्य नेताओं ने धर्म परिवर्तन करने वाले हिन्दुओं को […]
गुप्त साम्राज्य गुप्त राजवंश के शासकों के द्वारा भी भारत की राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखने और राष्ट्र, राष्ट्रवाद और राष्ट्रीयता को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया गया। इस राजवंश में एक से बढ़कर एक कई प्रतापी शासक हुए। इसकी राजधानी पाटलिपुत्र थी। इसके पहले शासक श्री गुप्त थे। जिसने […]
बहुआयामी गरीबी और शोषण में जी रहे बच्चे
भाग्यश्री बोयवाद महाराष्ट्र नांदेड़, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के ऐतिहासिक स्थानों में से एक है. यह क्षेत्र गोदावरी नदी के उत्तरी तट पर स्थित है और अपने सिख गुरुद्वारों के लिए प्रसिद्ध है. यह मराठवाड़ा मंडल के तहत महाराष्ट्र के 36 जिलों में से एक है और इसे पिछड़े जिलों की श्रेणी में रखा जाता […]
23 दिसंबर: राष्ट्रीय किसान दिवस पर विशेष प्रवीण गुगनानी देश में मोटे अनाजों की कृषि, उत्पादन व उपभोग को पर केंद्रित इस लेख के पूर्व यह कविता पढ़िए – यह रागी हुई अभागी क्यों? चावल की किस्मत जागी क्यों? जो ‘ज्वार’ जमी जन-मानस में, गेहूँ के डर से यह भागी क्यों? यूँ होता श्वेत ‘झंगोरा’ […]