सुप्रभातम। शुभ दिवस। योग की संक्षिप्त में कविता के रूप में प्रस्तुति । कविता। आप सदैव संपन्न ,प्रसन्न ,स्वस्थ रहें। ईश्वर से हम एक दूजे के लिए ऐसा कहें। हम सदैव ईश्वर की शरण में रहें कर्मफल मानकर सुख -दुख को सहैं। हताशा निराशा का ना हो बोझ। अवसाद का भी ना हो कहीं खोज। […]
Month: December 2022
महर्षि दयानन्द एक पौराणिक पिता व परिवार में गुजरात प्रान्त के मौरवी जनपद के टंकारा नाम ग्राम में 12 फरवरी, सन् 1825 को जन्में थे। उनके पिता शिवभक्त थे। उनके परिवार के सभी सदस्य भी पौराणिक आस्थाओं में विश्वास रखने वाले जन्मना ब्राह्मण थे। स्वामी दयानन्द का बचपन का नाम मूलजी व मूलशंकर था। आपने […]
देहरादून का प्रसिद्ध वैदिक साधन आश्रम तपोवन, नालापानी रोड, देहरादून जब तक रहेगा, इसके संस्थापकबावा गुरमुख सिंह जी और उनके प्रेरक महात्मा आनन्दस्वामी जी के नाम को अमर रखेगा। बावा गुरमुख सिंह जीका जन्म अमृतसर में एक सिख परिवार में पिता प्रद्युम्न सिंहजी के यहां हुआ था। आपके जन्म का गांव अमृतसर सेलगभग 50 किमी. […]
भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में वस्तुओं के आयात के मामले में एक बार पुनः भारत की निर्भरता चीन पर बढ़ी है। हालांकि पिछले 3 साल के दौरान भारत के चीन से आयात लगातार कम हो रहे थे परंतु वित्तीय वर्ष 2021-22 में चीन […]
वैसे तो हमारे देश में ऐसा कई बार हुआ है कि जब केंद्र में किसी पार्टी विशेष की सरकार होती है तो प्रदेश के लोग किसी दूसरी पार्टी को अपने यहां सरकार बनाने का जनादेश दे देते हैं। ऐसा हमने उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से देखा है, जब यहां पर सपा या बसपा की […]
आर्य पुरुषों के अल्प-ज्ञात संस्मरण यह बात उस काल की हैं जब हमारे देश में लड़कियों को पढ़ाना बुरी बात समझा जाता था। स्वामी दयानंद जी द्वारा सत्यार्थ प्रकाश में किये गए उद्घोष की नारी का काम जीवन भर केवल चूल्हा चोका करना नहीं अपितु गार्गी के समान प्राचीन विदुषी बनकर अपना कल्याण करना हैं […]
महरौनी (ललितपुर)। महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में विगत 2 वर्षों से वैदिक धर्म के मर्म को युवा पीढ़ी को परिचित कराने के उद्देश्य से प्रतिदिन मंत्री शिक्षक आर्य रत्न लखनलाल आर्य द्वारा आयोजित आर्यों का महाकुंभ में दिनांक 6 दिसंबर 2022 मंगलवार को “”जीवात्मा की सिद्धि का शास्त्रीय आधार””विषय […]
आत्मा – परमात्मा, जीव और भाषा संसार के सारे ऐश्वर्य बहुत ही फीके हैं ,अपेक्षाकृत परमपिता परमेश्वर के आनंद को पाने के। भारत के ऋषि पूर्वज आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति करते थे और परम पिता परमेश्वर के सानिध्य में रहकर जीवन को जीने की उत्कृष्ट कला में पारंगत थे। संसार की सभी इच्छाओं से मुक्त […]
अभी हाल ही में अमेरिका के निवेश के सम्बंध में सलाह देने वाले एक प्रतिष्ठित संस्थान मोर्गन स्टैनली ने अपने एक अनुसंधान प्रतिवेदन में यह बताया है कि वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास की दृष्टि से अगला दशक भारत का होने जा रहा है। इस सम्बंध में उक्त प्रतिवेदन में कई कारण गिनाए गए हैं। […]
उमेश कुमार सिंह आज के समय में कम उम्र के लोगों में भी कमजोर हड्डी व जोड़ों की समस्या होने लगी है। कमजोर हड्डियों के कारण लोग समय से पहले बूढ़े होने लगे हैं। बदलती लाइफस्टाइल के साथ हम अपने स्वास्थ्य को खुद बिगाड़ रहे हैं। इसके कुछ खास कारणों में धूम्रपान, शराब का अत्यधिक […]