योगेश कुमार गोयल इस समय चीन की आबादी दुनिया में सर्वाधिक 1.426 अरब है और उसके बाद भारत की आबादी 1.412 अरब है। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि 2050 तक भारत की आबादी 1.668 अरब हो जाएगी जबकि चीन की आबादी उस समय 1.317 अरब रहने का अनुमान है। यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) […]
महीना: नवम्बर 2022
प्रश्न: हमारे देश का सबसे पुराना नाम क्या है? उत्तर: आर्यावर्त्त प्रश्न: क्या आर्य बाहर से आये हैं? उत्तर: नहीं ! आर्य भारत के मूल निवासी थे। “ऋग्वेद में आर्य शब्द का प्रयोग 37 बार आया है।” आर्य बाहर से नहीं बल्कि यहीं के मूल निवासी हैं।वेद में परमात्मा कहता है-“मैंने यह भूमि आर्यों को […]
लेखक – पं.भगवतदत्त रिसर्च स्कॉलर वैवस्वत मनु- महर्षि कश्यप की पत्नी अदिति से विवस्वान अर्थात सूर्य का जन्म हुआ था| इन्ही सूर्य के पुत्र का नाम वैवस्वत मनु था| इन्हें महर्षि वाल्मीकि ने पृथ्वी का प्रथम राजा भी माना है|अर्थशास्त्रकार कौटिल्य भी इनको प्रथम राजा मानते हैं| मनु का वंश विश्व में बहुत व्यापक हुआ| […]
सपना सिंह दुनिया की आबादी आज के समय में 8 अरब हो चुकी है, और जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है, उसे देखकर तो यही लगता है कि आने वाले समय में इसकी गणना करना भी मुश्किल होगा। लेकिन इसी में कुछ ऐसे देश भी हैं, जिनकी आबादी आप समझ लीजिए एकदम न के […]
युद्ध में भी धर्म निभाने वाला देश है भारत जब महाभारत का युद्ध आरंभ हुआ तो उससे पहले युद्ध के लिए नियम बनाए गए थे कि दोनों पक्षों के द्वारा दिन भर न्यायपूर्वक युद्ध करने के बाद संध्या काल में दोनों पक्षों के लोगों के बीच आपसी प्रेम बना रहेगा। उस समय कोई भी शत्रुता […]
दीपक वर्मा आपातकाल के बाद, 1977 में इंदिरा गांधी सत्ता से बेदखल कर दी गईं। आम चुनाव में हार के बाद इंदिरा अपनी बहुओं, पोते-पोतियों के साथ 12, विलिंगटन क्रेसेंट में शिफ्ट हो गईं। उस दौर में, संजय गांधी की पत्नी मेनका ‘सूर्या’ मैगजीन निकालती थीं। अपनी सास के विरोधियों को किनारे लगाने में मेनका […]
अविनाश पाण्डेय सावरकर का हिंदू राष्ट्र का आईडिया काफी प्रभावशाली रहा था। जिसको लेकर आज भी सियासत होती रहती है। इसके अलावा मराठी भाषा के परिमार्जन के लिए किए गए उनके प्रयासों ने उन्हें राज्य में एक अहम दर्जा दिलाने के काफी मदद की थी। उन्होंने अपने समय में मंदिरों में दलितों के प्रवेश को […]
लाला लाजपत राय ने आज से 100 साल पहले ही कुरान के खिलाफ हिंदुओं को सावधान किया था । – 17 नवंबर 1928 को लाला लाजपत राय का निधन हुआ था । – लाला लाजपत राय ने देशबंधु चितरंजन दास को एक चिट्ठी लिखी थी । इस चिट्ठी का जिक्र भीम राव अंबेडकर ने अपनी […]
राम रूप सर्वत्र समाना। देखत रहत सदा हर्षाना।। विधि शारदा सहित दिनराती। गावत कपि के गुन बहु भाँति।। प्रभु श्रीराम के कृतित्व हेतु हनुमान जी का जो महत्त्व था वही महत्त्व स्वामी विवेकानंद के कृतित्व को प्रस्तुत करने हेतु एकनाथ जी रानाडे का रहा है. यद्दपि भगवान् श्रीराम व राम भक्त हनुमान जी समकालिक रहे […]
मुंबई में हिन्दुद्वेषी हास्यकलाकार वीर दास और मुनव्वर फारूकी के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था । इन दोनों ही कार्यक्रमों का हिन्दू जनजागृति समिति और विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों, तथा राष्ट्रप्रेमी नागरिकों ने संगठित होकर विरोध किया । परिणामस्वरूप वीर दास और मुनव्वर फारूकी को मुंबई से अपना बोरिया बिस्तर बांधकर भागना पडा । हिन्दू […]