बिखरे मोती “प्रकृति परिवर्तनशील है” किन्तु इस नियम में अपवाद भी है, जैसे:- हवा सदा बहती रहे, पर्वत रहें कठोर। रवि सदा तपता रहे, सांझ होय चाहे भोर।।1998॥ भक्ति की परिकाष्ठा के संदर्भ में – भक्ति चढ़े परवान तो, छूट जाय संसार। कण-कण में दिखने लगे, सबका प्राणाधार॥1999॥ वैश्वानार एक रूप अनेक – फूलों में […]
Month: October 2022
अजय कुमार मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी घोषणा की है कि वह भी अपने यहां मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में कराने की तैयारी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में कराये जाने का साहसिक निर्णय लिया है उसका […]
भारत का आध्यात्मिक शिक्षा संस्कार “सन्तानों को उत्तम विद्या, शिक्षा, गुण, कर्म्म और स्वभावरूप आभूषणों का धारण कराना माता, पिता, आचार्य्य और सम्बन्धियों का मुख्य कर्म है।” महर्षि दयानंद अपने इस पवित्र वचन के साथ ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के तृतीय समुल्लास का शुभारंभ करते हैं । हम सभी भली प्रकार यह जानते हैं कि भारत ज्ञान […]
सर संघचालक श्री मोहन भागवत जी ने गोवाहाटी में बयान दिया कि 1930 से मुस्लिमों की आबादी बढ़ाई गई क्योंकि भारत को पाकिस्तान बनाना था। इसकी योजना पंजाब, सिंध, असम और बंगाल के लिए बनाई गई थी और यह कुछ हद तक सफल भी हुई। माननीय सर संघचालक जी ने अपने बयान में कहा है […]
पंडित केरी पोथियां जो तीतर को ज्ञान,
ऋषि राज नागर एडवोकेट हमारे देश में विभिन्न धर्म एवं जाति के मनुष्य रहते हैं, जो अपने- अपने व्यवसाय या विभिन्न कार्य (कर्म) करके अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। कुछ मनुष्य कृषि करके कुछ वाणिज्य-व्यापर द्वारा तो कुछ, देश की सरहदों की सुरक्षा में व कुछ देश की आन्तरिक सुरक्षा में, […]
दीप जलाओ, आरोग्य लाओ!
================== सरसों के तेल दीपक की बरनिंग केमिस्ट्री🔥🦠 बेहद आरोग्यप्रद है। वर्षा के मौसम में वातावरण में आद्रता तापमान के कारण हानिकारक बैक्टीरिया फफूंद जमकर वृद्धि करते हैं।फंगस शब्द कोरोना महामारी के दौरान काफी कुख्यात रहा है। ब्लैक फंगस हवा में जिसके बीजाणु तैरते रहते हैं उसने कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले हजारो व्यक्तियों की आंख […]
*नरेंद्र मोदी और अंग्रेजी हटाओ*
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* गुजरात के स्कूलों में 5 जी की तकनीक के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमाल कर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री की हैसियत से ‘अंग्रेजी की गुलामी’ के खिलाफ जो बात कह दी है, वह बात आज तक भारत के किसी प्रधानमंत्री की हिम्मत नहीं हुई कि वह कह सके। मोदी […]
ओ३म् ========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के शरदुत्सव का समापन समारोह दिनांक 16-10-2022 को आश्रम के भव्य सभागार में हुआ। इससे पूर्व अथर्ववेद महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई। पूर्णाहुति के बाद यजमानों को आशीर्वाद देने के साथ यज्ञ प्रार्थना, भजन तथा डा. वेदपाल जी का सम्बोधन हुआ। इसका विवरण हम कल एक लेख के द्वारा […]
एक ज़िंदगी जो सम्मान की हक़दार है
समीना दिल्ली जीवन का सबसे अच्छा पल बचपन ही होता है. यह वह पल होता है जब हमें किसी भी बात की चिंता नहीं रहती है. न वर्तमान की चिंता होती है और न भविष्य का डर सताता है. हम खिलौनों से खेलते हैं और सभी लोग हमें प्यार करते हैं, साथ ही हम जो […]
गर्भाधान संस्कार का महत्व प्राचीन भारत में संतानोत्पत्ति कोई खेल खेल में किया गया कार्य नहीं होता था, अपितु इस क्रिया को इस प्रकार संपन्न किया जाता था कि जैसे यह माता-पिता का विशेष और सबसे पवित्र कर्तव्य हो। जिसके निर्वाह के माध्यम से समाज और संसार को उत्तम संतान देकर वे एक महान ऋण […]