मृत्युंजय दीक्षित पसमांदा मुस्लिम समाज के नेताओं की सरकार से सबसे बड़ी मांग यह रही है कि उन्हें भी एससी में शामिल किया जाए और आरक्षण की सुविधाओं का लाभ दिया जाये। सच्चर कमेटी ने भी दलित पसमांदा को एससी में शामिल करने का सुझाव दिया था। 2024 लोकसभा चुनावों तथा उससे पूर्व जम्मू-कश्मीर सहित […]
महीना: अक्टूबर 2022
‘गौ घृत और यज्ञ’
=========== *ताहवन दीदिवः प्रतिष्म रिषतो दह। अग्ने त्वं रक्षस्विनः*।। घी से प्रदीप्त यज्ञाग्नि, हमारे प्रतिकूल शत्रुओं और दोषों को सर्वथा भस्म करने में समर्थ है। *जिघम्र्यग्निं हविषा घृतेन प्रतिक्षियन्तं भुवनानि विश्वा*।। सम्पूर्ण लोकों का आधार, प्रत्येक पदार्थ में विद्यमान अग्नि को मैं होम के योग्य घी से प्रदीप्त करता हूँ। *यत्र सोमः सूयते यत्र यज्ञो […]
मातृभाषा माध्यम: बहुत कठिन है डगर पनघट की।*
*संसदीय राजभाषा समिति द्वारा उच्च शिक्षा के माध्यम को लेकर क्या सिफारिशें की गई हैं, यह तो मुझे नहीं पता। रिपोर्ट प्रकाशित न होने के कारण केवल कयास लगाए जा रहे हैं। अभी तो भारत सरकार द्वारा इस पर व्यापक विचार विमर्श के बाद कोई निर्णय लेना है और तब जाकर राष्ट्रपति जी के आदेश […]
महरौनी (ललितपुर)। महर्षि दयानन्द सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में विगत 2 वर्षों से वैदिक धर्म के मर्म को युवा पीढ़ी से परिचित कराने के उद्देश्य से प्रतिदिन मंत्री आर्यरत्न शिक्षक लखनलाल आर्य द्वारा आयोजित आर्यों का महाकुंभ कार्यक्रम में दिनांक 20 अक्टूबर 2022 दिन गुरुवार को “सकामता से निष्कामता की ओर” […]
यह हुई ना दोस्ती वाली बात उगता भारत ब्यूरो रूस ने भी जम्मू-कश्मीर, लद्धाख और अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा माना है। रूसी सरकार द्वारा जारी किए गए एससीओ सदस्य देशों के नक्शे ने यह साबित कर दिखाया है। रूसी समचारा एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, जारी किए गए नक्शे में पाकिस्तान के कब्जे […]
आर्य लोग व्यक्तिगत जीवन की पवित्रता पर बल दिया करते थे। विवाह से पूर्व वीर्य स्खलन की संभावना उनके व्यक्तिगत जीवन में रंचमात्र भी नहीं होती थी। संतानोत्पत्ति के लिए विवाह करना उनके जीवन का लक्ष्य होता था। वीर्य शक्ति के संरक्षण से ही व्यक्तिगत जीवन की शुचिता बनी रह सकती है, इस बात को […]
महर्षि दयानंद की पुण्यतिथि पर विशेष आलेख। गुजरात प्रांत की भूमि युगो युगो से महापुरुषों को पैदा करती आई है जिसनेअनेक महापुरुष भारत मां की गोद में रतन के रूप में प्रदान किए हैं। भारतवर्ष का गुजरात प्रांत बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है। जिसका क्षेत्रफल बहुत ही विस्तृत, बहुत विशाल और बहुत ही विशद था। […]
(स्वामी दयानन्द के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रकाशित) लेखक वीरसेन वेदश्रमी प्रस्तोता- #डॉ_विवेक_आर्य वह मूलशंकर था, चैतन्य था, महाचैतन्य था, दयानन्द था। सरस्वती था, वेदरूपी सरस्वती को वह इस धरातल पर प्रवाहित कर गया। वह स्वामी था, वह सन्यासी था, परिव्राट था। दंडी था, योगी था, योगिराज था, महा तपस्वी था। योग सिद्धियों से […]
लेखक- स्व० श्री पं० चमूपति जी, एम०ए० (स्वामी दयानन्द के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रकाशित) ऋषि दयानन्द की जन्मभूमि होने का गौरव गुजरात प्रान्त को है। पिता जन्म के ब्राह्मण थे, और भूमिहारी तथा जमीदारी का कार्य करते थे। शिव के बड़े भक्त थे। शिवरात्रि के दिन बालक को मन्दिर में ले गए और […]
दीपावली क्या है?
*शारदीय नवसस्येष्ठी(दीपावली) की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं* (आर्य विचार) दीपावली क्या है? दीप = दिया (Lamp) आवली = पंक्तियाँ (Queues) दीपावली एक त्योहार है, जो की कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन शरद ऋतु की समाप्ति में केवल 15 दिन शेष रह जाते हैं। इसके पश्चात् […]