पाकिस्तान पर फिर क्यों मेहरबान हुआ अमेरिका रंजीत कुमार ऐसे वक्त जब अमेरिका पाकिस्तान को फिर से गले लगा रहा है, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले शनिवार उसे दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हैरान कर दिया। पाकिस्तान ने 150 से अधिक परमाणु हथियारों का भंडार जमा कर लिया है और […]
Month: October 2022
गोरों पर भारतीय मूल के ऋषि का राज
देश को दिवाली का एक और तोहफा, उगता भारत ब्यूरो इस बार दिवाली हर तरफ़ से ख़ुशहाली की रौनक़ लेकर आई है। दिवाली के एक दिन पहले विराट कोहली ने असंभव को संभव बनाते हुए अविस्मरणीय पारी खेली और पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत को दिवाली का बड़ा तोहफ़ा दिया था। उधर दिवाली के दिन […]
क्या है गोवर्धन? गौ का क्या तात्पर्य है? इन सभी प्रश्नों का शास्त्रोक्त उत्तर देने से पूर्व एक असत्य घटना को उद्धृत करना आवश्यक समझता हूं, क्योंकि इसी घटना से अथवा कथानक से गोवर्धन पूजा का आरंभ होना माना जाता है। एक बार मथुरा गोवर्धन अर्थात ब्रजभूमि में 7 दिन तक लगातार वर्षा होती रही, […]
*Premkumar Mani* 14 अगस्त 1947 की अर्द्ध रात्रि को जब प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भारत की नेशनल असेम्बली को सम्बोधित कर रहे थे तब अपने इतिहास प्रसिद्ध भाषण, जिसे ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ के नाम से जाना जाता है, में कहा था, “जब आधी रात के घंटे बजेंगे और दुनिया सो रही होगी, तब भारत अपनी जिंदगी […]
उगता भारत ब्यूरो प्लेइंग कार्ड्स के इतिहासकार सैमुअल सिंगर के अनुसार, आधुनिक प्लेइंग कार्ड्स डेट फ्रांसीसी सामाजिक स्थिति को दर्शाता है । इसमें 4 तरह के कार्ड्स हैं जिसमें हुकुम (spades), रॉयल्टी का, पान (hearts) पादरियों का, ईंट (diamond) व्यापारियों का और चिड़ी (clubs) किसानों और मजदूरों का प्रतीक था। ऑनलाइन गेमिंग की नकली दुनिया […]
मृत्युंजय दीक्षित त्रेता युग में दीपावली यानी कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान श्री रामचंद्र 14 वर्ष का वनवास पूरा करके तथा श्रीलंका के राक्षसराज रावण का वध करके अयोध्या वापस आये थे। तब अयोध्या वासियों ने राम के स्वागत पर दीपमालाएं जलाकर महोत्सव मनाया था। भारतीय संस्कृति में कार्तिक माह में मनाए जाने वाले पांच […]
आर्य वैदिक संस्कृति नगर ,ग्राम प्रधान ना होकर वन प्रधान रही है।आर्यों के चार आश्रम में से तीन आश्रम ब्रह्मचर्य, वानप्रस्थ ,सन्यास वनों में ही केंद्रित आश्रित थे। हमारे पूर्वजों को खुला परिवेश वातावरण बहुत भाता था। नगर ग्रामों में रहने की छूट केवल ग्रहस्थ आश्रम को ही मिली हुई थी। भारत की दो तिहाई […]
क्षत्रिय भी वेदाध्ययन करने वाले हों वेद मनुष्य के मनुष्यत्व को देवत्व में परिवर्तित करने की शक्ति और सामर्थ्य रखते हैं। इनके अध्ययन से मनुष्य देवत्व की अपनी साधना को प्राप्त करता है। उसी से वह मोक्ष की प्राप्ति करने में सफल होता है। इस प्रकार वेदाध्ययन मनुष्य को मोक्ष दिलाता है । जबकि अन्य […]
लव त्रिपाठी हमारे इतिहास में राजा पोरस को वह स्थान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। राजा पोरस कौन थे इसके बारे में भी अधिक जानकारी इतिहास में नहीं मिलती है। जबकि हमारे इतिहास में मुगल आक्रमणकारियों के बखान भरे पड़े हैं। जबकि सच यह है की भारत का इतिहास आज राजा पोरस के कारण […]
उगता भारत ब्यूरो एक समय सोने की चिड़िया कहलाता था पर क्या आपको पता है की भारत सोने की चिड़िया किस राजा के काल में कहलाया, क्या आपको पता है की एक ऐसा राजा था जिसका साम्राज्य अरब से लेकर टर्की तक फैला हुआ था। किस राजा के शासन काल में विक्रम संवत की शुरुआत […]