Categories
Uncategorised

पाकिस्तान की ओर एक बार फिर झुकते अमेरिका के इरादे क्या है ?

पाकिस्तान पर फिर क्यों मेहरबान हुआ अमेरिका रंजीत कुमार ऐसे वक्त जब अमेरिका पाकिस्तान को फिर से गले लगा रहा है, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले शनिवार उसे दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हैरान कर दिया। पाकिस्तान ने 150 से अधिक परमाणु हथियारों का भंडार जमा कर लिया है और […]

Categories
Uncategorised

गोरों पर भारतीय मूल के ऋषि का राज

देश को दिवाली का एक और तोहफा, उगता भारत ब्यूरो इस बार दिवाली हर तरफ़ से ख़ुशहाली की रौनक़ लेकर आई है। दिवाली के एक दिन पहले विराट कोहली ने असंभव को संभव बनाते हुए अविस्मरणीय पारी खेली और पाकिस्तान को धूल चटाकर भारत को दिवाली का बड़ा तोहफ़ा दिया था। उधर दिवाली के दिन […]

Categories
Uncategorised

क्या है गोवर्धन पूजा का वैज्ञानिक सत्य

क्या है गोवर्धन? गौ का क्या तात्पर्य है? इन सभी प्रश्नों का शास्त्रोक्त उत्तर देने से पूर्व एक असत्य घटना को उद्धृत करना आवश्यक समझता हूं, क्योंकि इसी घटना से अथवा कथानक से गोवर्धन पूजा का आरंभ होना माना जाता है। एक बार मथुरा गोवर्धन अर्थात ब्रजभूमि में 7 दिन तक लगातार वर्षा होती रही, […]

Categories
Uncategorised

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बहाने*

*Premkumar Mani* 14 अगस्त 1947 की अर्द्ध रात्रि को जब प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भारत की नेशनल असेम्बली को सम्बोधित कर रहे थे तब अपने इतिहास प्रसिद्ध भाषण, जिसे ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ के नाम से जाना जाता है, में कहा था, “जब आधी रात के घंटे बजेंगे और दुनिया सो रही होगी, तब भारत अपनी जिंदगी […]

Categories
देश विदेश

ताश में क्‍यों बादशाह-बेगम पर भारी होता है इक्‍का? फ्रांस की क्रांति से है ऐतिहासिक कनेक्‍शन

उगता भारत ब्यूरो प्लेइंग कार्ड्स के इतिहासकार सैमुअल सिंगर के अनुसार, आधुनिक प्‍लेइंग कार्ड्स डेट फ्रांसीसी सामाजिक स्थिति को दर्शाता है । इसमें 4 तरह के कार्ड्स हैं जिसमें हुकुम (spades), रॉयल्टी का, पान (hearts) पादरियों का, ईंट (diamond) व्यापारियों का और चिड़ी (clubs) किसानों और मजदूरों का प्रतीक था। ऑनलाइन गेमिंग की नकली दुनिया […]

Categories
पर्व – त्यौहार

आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लेने का पर्व है दीपावली

मृत्युंजय दीक्षित त्रेता युग में दीपावली यानी कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान श्री रामचंद्र 14 वर्ष का वनवास पूरा करके तथा श्रीलंका के राक्षसराज रावण का वध करके अयोध्या वापस आये थे। तब अयोध्या वासियों ने राम के स्वागत पर दीपमालाएं जलाकर महोत्सव मनाया था। भारतीय संस्कृति में कार्तिक माह में मनाए जाने वाले पांच […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

*क्या राम ने शबरी के झूठे बेर खाए*?

आर्य वैदिक संस्कृति नगर ,ग्राम प्रधान ना होकर वन प्रधान रही है।आर्यों के चार आश्रम में से तीन आश्रम ब्रह्मचर्य, वानप्रस्थ ,सन्यास वनों में ही केंद्रित आश्रित थे। हमारे पूर्वजों को खुला परिवेश वातावरण बहुत भाता था। नगर ग्रामों में रहने की छूट केवल ग्रहस्थ आश्रम को ही मिली हुई थी। भारत की दो तिहाई […]

Categories
भारतीय संस्कृति

सत्यार्थ प्रकाश में इतिहास विर्मश ( एक से सातवें समुल्लास के आधार पर) अध्याय 6 , क्षत्रिय भी वेदाध्ययन करने वाले हों

क्षत्रिय भी वेदाध्ययन करने वाले हों वेद मनुष्य के मनुष्यत्व को देवत्व में परिवर्तित करने की शक्ति और सामर्थ्य रखते हैं। इनके अध्ययन से मनुष्य देवत्व की अपनी साधना को प्राप्त करता है। उसी से वह मोक्ष की प्राप्ति करने में सफल होता है। इस प्रकार वेदाध्ययन मनुष्य को मोक्ष दिलाता है । जबकि अन्य […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

क्या राजा पोरस ने सिकंदर को हराया था ?

लव त्रिपाठी हमारे इतिहास में राजा पोरस को वह स्थान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। राजा पोरस कौन थे इसके बारे में भी अधिक जानकारी इतिहास में नहीं मिलती है। जबकि हमारे इतिहास में मुगल आक्रमणकारियों के बखान भरे पड़े हैं। जबकि सच यह है की भारत का इतिहास आज राजा पोरस के कारण […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

भारत को सोने की चिड़िया कहलाने वाले सम्राट विक्रमादित्य

उगता भारत ब्यूरो एक समय सोने की चिड़िया कहलाता था पर क्या आपको पता है की भारत सोने की चिड़िया किस राजा के काल में कहलाया, क्या आपको पता है की एक ऐसा राजा था जिसका साम्राज्य अरब से लेकर टर्की तक फैला हुआ था। किस राजा के शासन काल में विक्रम संवत की शुरुआत […]

Exit mobile version