निसंग रहता है सदा जो तेरे – मेरे से उठे और मिटा देत दुर्भाव। मुझको पाता है वही, जो रखता हो सद्भाव।। परमपिता – परमात्मा स्वयं रमा मेरी देह। निसंग रहता है सदा , पर रखता सबसे नेह।। आकाश सर्वत्र व्याप्त है, पर नहीं किसी में लिप्त। हर वस्तु से दूर है , होकर भी […]
महीना: अक्टूबर 2022
आगरा के ताज महल (Taj Mahal) का सच क्या है? इसका पता लगाने की अपील करते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर की गई है। इसमें कहा गया है कि इस बात के वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं कि शाहजहाँ (Shah Jahan) ने ताज महल का निर्माण करवाया था। विवाद निपटारे और इसकी असली […]
जन्म: 4 अक्टूबर 1857, मांडवी, कच्छ, गुजरात स्वामी दयानंद सरस्वती का साहित्य पढ़ने के बाद श्यामजी कृष्ण वर्मा उनके राष्ट्रवाद और दर्शन से प्रभावित होकर पहले ही उनके अनुयायी बन चुके थे। स्वामी दयानंद सरस्वती की प्रेरणा से ही उन्होंने लन्दन में ‘इंडिया हाउस’ की स्थापना की थी जिससे मैडम कामा, वीर सावरकर, वीरेन्द्रनाथ चटोपाध्याय, […]
‘मनुस्मृति’ में गायत्री
‘मनुस्मृति’ में गायत्री मनु महाराज ने गायत्री को विशेष महत्त्व दिया है। निम्नलिखित श्लोक देखिए― सहस्र कृत्वस्त्वभ्यस्य बहिरेतत् त्रिक्रं द्विजः । महतोऽप्येनसो मासात् त्वचेवाहिर्विमुच्यते ।। (2.79) ―जो द्विज एक मास तक बाहर एकान्त स्थान में प्रतिदिन एक हजार बार गायत्री मन्त्र का जप करता है, वह बड़े भारी पाप से भी इस प्रकार छूट जाता […]
के वी रमेश चोलों ने 8वीं-9वीं शताब्दी से 13वीं शताब्दी तक दक्षिण में, मुख्य रूप से तमिल क्षेत्र पर शासन किया ।उन्हें पल्लवों, चेरों और उत्तर के काकतीयों के साथ निरंतर चुनौतियां मिलती रहीं। ऐसे ही पश्चिम के राष्ट्रकूट, गंगा और चालुक्य के साथ उनका संघर्ष लगता रहा I हालांकि, इन संघर्षों में जीत-हार का […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लाख मना करें कि उन्होंने अपने कांग्रेस विधायकों को नहीं भड़काया है लेकिन उनकी इस बात पर कौन भरोसा करेगा? उनके 92 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफे सौंपकर वह काम कर दिखाया है, जो मेरी याददाश्त में कांग्रेस तो क्या, किसी भी पार्टी के राज्य में […]
आरएस चौहान ब्रिटेन की महारानी एजिलाबेथ द्वितीय के निधन के बाद कोहिनूर हीरा भारत को वापस करने की मांग उठने लगी। भारत और दूसरे देशों को पूरा हक भी है कि वो लूटी गई अपनी अकूत संपदा को लौटाने की मांग जोर-शोर से उठाएं। इसी वर्ष मार्च महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के […]
जब कंधे पर अस्थि कलश लाए थे मोदी
अनुराग मिश्रा देश को आजाद कराने के लिए श्यामजी ने लंदन में इंडिया हाउस, ‘द इंडियन सोशियोलॉजिस्ट’ और ‘द इंडियन होम रूल सोसाइटी’ की स्थापना की थी। संस्कृत और शास्त्रों के प्रकांड विद्वान श्यामजी का 1930 में निधन हो गया था। उन्हें उम्मीद थी कि देश की आजादी के बाद उनकी अस्थियां स्वदेश पहुंचेंगी। 1947 […]
सब हो जाओ निसंग करता जो मेरे लिए अपने सारे काम । आनन्द जग में वह करे पाता है कल्याण।। निष्काम कर्मी बन सदा , भजत प्रभु का नाम। भक्त बने भगवान का , मिले मोक्ष का धाम।। जिसने त्यागा बैर को , चले बाँटता प्रीत। उसको ही भगवान की मिलती हरदम प्रीत।। ना किसी […]
ललित गर्ग नारी-शक्ति की पूजा तभी सार्थक है जब महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर लगाम लगे शारदीय नवरात्र मनाते हुए हम एक बार फिर स्त्री शक्ति के सम्मान के लिये बेटियों एवं महिलाओं के आदर एवं अस्तित्व की बात कर रहे हैं। यह देखना भी दिलचस्प है कि जहां साल में दो बार […]