ज्ञान का रहस्य कान सुनना चाहे नहीं, नाक दे क्रिया छोड़। रसना चखना छोड़कर , लेवे मुखड़ा मोड़ ।। बोले से भी बोले नहीं, मेरी जिह्वा ऐसी होय। स्पर्श छूना छोड़ दे , और पैर भी निश्चल होय।। हाथ पकड़ना छोड़ दे , और काम विदा हो जाय। हष्ट – पुष्ट हों इंद्रियां पर काम […]
