Categories
राजनीति

यह भारत जोड़ो नहीं, सत्ता के लिए यात्रा है

वर्तमान में कांग्रेस पार्टी जिस दो राहे पर खड़ी है, वह भूलभुलैया जैसी स्थिति को प्रदर्शित कर रहा है। क्योंकि कांग्रेस में जो सुधार की आवाजें मुखरित हो रही हैं, उसे कांग्रेस नेतृत्व सिरे से नकारने का काम कर रहा है। इसे कांग्रेस का बहुत कमजोर पक्ष कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि […]

Categories
भारतीय संस्कृति

भारत में कुटुंब सबसे छोटी इकाई होकर भी अतुलनीय शक्ति वाली है

ब्रिटेन एवं अन्य विकसित देशों में शादियों के पवित्र बंधन टूटने की घटनाएं बहुत बड़ी मात्रा में हो रही हैं, तलाक की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए ब्रिटेन की भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती मार्ग्रेट थेचर ने एक बार कहा था कि क्यों न ब्रिटेन भी भारतीय विवाह मूल्यों को अपना ले क्योंकि […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

क्या संविधान ‘प्रस्तावना’ की विकृति सुधरेगी?

———————————————— 1950 ई. में बने भारतीय संविधान की “प्रस्तावना” ने भारत को ‘लोकतांत्रिक गणराज्य’ कहा था। उस में छब्बीस वर्ष बाद दो भारी राजनीतिक शब्द जोड़ दिये गये – ‘सेक्यूलर’ और ‘सोशलिस्ट’ । तब से भारत को ‘लोकतांत्रिक समाजवादी सेक्यूलर गणराज्य’ कर डाला गया। अब सुप्रीम कोर्ट डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी की याचिका पर सुनवाई करने […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

यदि देश को इस्लामिक राष्ट्र बनने से बचाना है तो अवश्य पढ़ें :*आर्य विदुषी का अतुलनीय योगदान।*

*आर्य विदुषी का अतुलनीय योगदान।* सिकंदराबाद के निकट पिलखन गाँव की कहानी यह है। 1904 का सन् था, बरसात का मौसम और मदरसे की छुट्टी हो चुकी थी… लड़कियाँ मदरसे से निकvल चुकी थी… अचानक ही आँधी आई और एक लड़की की आँखों में धूल भर गई, आँखें बंद और उसका पैर एक कुत्ते पर […]

Categories
कृषि जगत स्वास्थ्य

बाजरा खाइए, हड्डियों के रोग नहीं होंगे

बाजरे की रोटी का स्वाद जितना अच्छा है, उससे अधिक उसमें गुण भी हैं। 1 — बाजरे की रोटी खाने वाले को हड्डियों में कैल्शियम की कमी से पैदा होने वाला रोग आस्टियोपोरोसिस और खून की कमी यानी एनीमिया नहीं होता। 2 — बाजरा लीवर से संबंधित रोगों को भी कम करता है। 3 — […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

11 सितंबर शिकागो संभाषण दिवस पर विशेष –          • शिकागो संभाषण भारत की सांस्कृतिक और आर्थिक प्रगति का रोडमैप है – 

                         स्वामी विवेकानंद जी ने भारत को व भारतत्व को कितना आत्मसात् कर लिया था, यह कविवर रविन्द्रनाथ टैगोर के इस कथन से समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने कहा था कि – यदि आप भारत को समझना चाहते हैं तो एक व्यक्ति को पूरा पढ़ लीजिये, और वो व्यक्ति हैं स्वामी विवेकानंद। नोबेल से सम्मानित […]

Categories
कविता

गीता मेरे गीतों में , गीत 47 ( गीता के मूल ७० श्लोकों का काव्यानुवाद)

वह विभूति में प्रकट होता है अमृतमय जीवन जीने की गीता शिक्षा हमको देती। त्रिगुणातीत रहो जीवन में – अनुपम संदेश हमको देती।। पृथक स्वयं को प्रकृति से मानो , जीवन का श्रंगार करो। विशुद्ध रूप में आकर अपने,आत्मा का परिष्कार करो।। श्री राम को गीता ने माना परम प्रतापी क्षत्रिय वीर पुरुष। गीता ने […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय एसडीजी एक्शन जोन में उपस्थित रहेंगे राकेश छोकर ●संयुक्त राष्ट्र महासभा से वर्चुअल उपस्थिति हेतु मिला निमंत्रण ●21 से 23 सितंबर तक इस अद्वितीय आयोजन में दुनिया भर के चेंज मेकर्स लेंगे हिस्सा

……………………… नई दिल्ली ………………….. संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सप्ताह के दौरान सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर कार्रवाई में तेजी लाने के लिए प्रति वर्ष एक समर्पित अद्वितीय आयोजन होता हैं। इस वर्ष यह आयोजन 21 से 23 सितंबर 2022 तक की अवधि में होना सुनिश्चित हैं। संयुक्त राष्ट्र नेतृत्व के उच्चतम स्तरों से […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

धर्म में युद्ध और युद्ध में धर्म की अनोखी परंपरा रही है भारत की :—- डॉ राकेश कुमार आर्य “हमारा स्वर्णिम अतीत : विश्व गुरु के रूप में भारत” हुई वेबीनार संपन्न

महरौनी (ललितपुर) । महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्यसमाज महरौनी जिला ललितपुर के तत्वावधान में आर्यरत्न शिक्षक लखन लाल आर्य के संयोजकत्व में आयोजित वैदिक धर्म के मर्म को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के शिवसंकल्प से संकल्पित होकर लगभग दो वर्षों से अनवरत चल रहे आर्यों के महाकुंभ कार्यक्रम में दिनांक 10 सितम्बर 2022 को […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

राजस्थान में सरपंच मोनिका सिंह के विरुद्ध न्यायालय ने लिया प्रसंज्ञान : तोड़ी थी एक श्रमजीवी की कैंटीन

पाली। ( विशेष संवाददाता ) राजनीति का अपराधीकरण रोकने की मांग वैसे तो भारत के राजनीतिक क्षेत्रों में बहुत समय से की जाती रही है परंतु सच यह है कि राजनीति का अपराधीकरण रुका नहीं है बल्कि अपराधियों का राजनीतिकरण करने की प्रक्रिया और भी अधिक तेज होती जा रही है। छोटे-छोटे लोग छोटी सोच […]

Exit mobile version