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आज का चिंतन

स्वस्थ, सुखी व दीर्घ जीवन का आधार सन्ध्योपासना व इसके मन्त्रों का अर्थ सहित चिन्तन

मनुष्य जीवन परमात्मा से हम सबको अपनी आत्मा और शरीर की उन्नति के लिये मिला है। आत्मा की उन्नति का साधन सत्य ज्ञान की प्राप्ति सहित उसके अनुरूप आचरण करना है। ईश्वर के ध्यान, चिन्तन, उपासना को सन्ध्या कहा जाता है। सन्ध्या का अर्थ है ईश्वर का भली भांति ध्यान करना है। सन्ध्या के लिये […]

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Uncategorised

राष्ट्रपति पुतिन के काफिले पर हुआ जानलेवा हमला

राष्ट्रपति पुतिन (फोटो साभार: टीवी9 भारतवर्ष) देश और दुनिया के तमाम बड़े मीडिया संस्थान अपनी रिपोर्ट्स में रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर हुए जानलेवा हमले की बात बता रहे है। हालाँकि, इसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इन रिपोर्ट्स के अनुसार पुतिन के काफिले को पहले एक एम्बुलेंस ने रोका और उसके […]

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राजनीति

भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत से गोवा के सिद्धांतमुक्त भारत तक

  डॉ वेदप्रताप वैदिक इधर राहुल गांधी की केरल में ‘भारत जोड़ो’ यात्रा चल रही है और उधर गोवा में ‘कांग्रेस तोड़ो’ का हादसा हो गया है। इस मौके पर गोवा में कांग्रेस के 11 में से आठ विधानसभा सदस्यों का टूटकर भाजपा में मिल जाना अपने आप में ऐसी घटना है, जो सारी यात्रा […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

गुलामी के दिनों में अपनी प्रतिभा से लोहा मनवाने वाले सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

नवनीत कुमार गुप्ता गुलामी के दौर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया था सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया ने ईंट, पत्थर, लोहे और सीमेंट की इमारत बनाने वाला कोई इंजीनियर एक शिल्पकार ही माना जाता है। पर, उसकी इंजीनियरिंग में विशिष्ट तकनीकी कौशल के साथ-साथ सामाजिक सरोकार भी जुड़ जाएं तो वह महान बन जाता है। […]

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उगता भारत न्यूज़

यज्ञोपवीत हमारे आत्मिक कल्याण का प्रतीक है : आचार्य विद्या देव

ग्रेटर नोएडा ( विशेष संवाददाता ) गुरुकुल मुर्शदपुर में नवीन विद्यार्थियों के उपनयन संस्कार पर बोलते हुए आर्य जगत के सुप्रसिद्ध विद्वान आचार्य विद्या देव जी ने कहा कि जनेऊ को उपवीत, यज्ञसूत्र, व्रतबन्ध, बलबन्ध और ब्रह्मसूत्र भी कहते हैं। जनेऊ धारण करने की परम्परा बहुत ही प्राचीन है। वेदों में जनेऊ धारण करने की […]

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उगता भारत न्यूज़

शूद्रों को गले लगाने वाले महर्षि दयानंद का कोई सानी नहीं : देव मुनि

ग्रेनो ( विशेष संवाददाता ) गुरुकुल मुर्शदपुर में चल रहे 21 दिवसीय वेद प्राणी यज्ञ में बोलते हुए देव मुनि जी ने कहा कि खान-पान या स्पृश्यास्पृश्यता की दृष्टि से देखें तो ऋषि दयानन्द का प्रगतिशील व्यक्तित्व हमें पदे-पदे नजर आता है। सन् 1867 में गढ़मुक्तेश्वर में वे मांझी की आधी रोटी खाते हैं। सन् […]

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इतिहास के पन्नों से

राजभाषा हिंदी और पंडित नेहरू

आज हम स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक हैं। हमारी राज-भाषा हिंदी है, हिंदीभाषी विश्व में सबसे अधिक हैं। अंग्रेजी को ब्रिटेन के लगभग दो करोड़ लोग मातृभाषा के रूप में प्रयोग करते हैं, जबकि हिंदी को भारत में उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे प्रांतों में लगभग साठ- पैंसठ करोड़ लोग अपनी मातृभाषा के रूप में प्रयोग करते हैं। हिंदी संपर्क भाषा के रूप में […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्रांतिकारी मैना कुमारी और बिना खड़ग बिना ढाल का काला सच

उगता भारत ब्यूरो 11 सितम्बर 1857 आज का ही दिन था जब…बिठूर में एक पेड़ से बंधी 13 वर्ष की लड़की को, ब्रिटिश सेना ने जिंदा ही आग के हवाले किया, धूँ धूँ कर जलती वो लड़की, उफ़ तक न बोली और जिंदा लाश की तरह जलती हुई, राख में तब्दील हो गई। ये लड़की […]

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मुद्दा

Why I left Congress after serving Congress for long 43 years — Er. shyam Sundar

— Er. shyam Sundar Poddar, National General Secretary. Alhil Bharat Hindu Mahasabha. ———————————————I had started my political Ijourney from 1970 joining Chhatra Parishad students’ wing of West Bengal Congress. I had joined Jadavpur University in 1969 for doing Electrical Engineering Course. At that time entire Bengal was burning due to Newly emerged Naxalite movement. In […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

लाला जगत नारायण जी के शाकाहारी बनने की कहानी, उन्हीं की जुबानी -लाल जगत नारायण

मेरा जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ जो आर्य समाजी था। मेरे पिता जी भी आर्य समाजी थे और माता जी तथा उनका परिवार भी आर्य समाजी था। हालांकि मैं यहां स्पष्ट कर दूं कि मेरे पिताजी के जीवन में कुछ विशेष परिवर्तन काफी लम्बे समय बाद घटित हुए। आर्यसमाज की विचारधारा के अनुरूप उनमें […]

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