Categories
भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत के मूल निवासियों की कम्युनिस्ट संकल्पना को समझना आवश्यक

*भारत में ‘मूलनिवासी’ संकल्पना – वामपंथियों की गहरी साजिश जिसे समझना आवश्यक है।* “If there is to be revolution , there must be a revolutionary party” ये माओ के विचार थे। सम्पूर्ण क्रान्ति यह कम्युनिस्ट विचार धारा का एक प्रमुख लक्ष्य है। अगर क्रान्ति का लक्ष्य प्राप्त करना है तो उनके लिए समस्या होना जरूरी […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

नालंदा विश्वविद्यालय के जलाने वाले मोहम्मद बिन बख्तियार खिलजी की ऐसे हुई थी मृत्यु

*क्या आप जानते हैं कि विश्वप्रसिद्ध नालन्दा विश्वविद्यालय को जलाने वाले जेहादी बख्तियार खिलजी की मौत कैसे हुई थी ???* असल में ये कहानी है सन 1206 ईसवी की…! 1206 ईसवी में कामरूप में एक जोशीली आवाज गूंजती है… *”बख्तियार खिलज़ी तू ज्ञान के मंदिर नालंदा को जलाकर कामरूप (असम) की धरती पर आया है… […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत माता के सम्मान के रक्षक शहीद ऊधम सिंह

मन मोहन कुमार आर्य सृष्टि का आरम्भ तिब्बत से हुआ। ईश्वर ने वेदो का ज्ञान सृष्टि की आदि में  चार ऋषियों अग्नि, वायु , आदित्य व अंगिरा व उनके माध्यम से  सभी मनुष्यों को प्रदान किया। इन मनुष्यो को ‘‘आर्य ’’ नाम की संज्ञा दी गई । बाद में गुण, कर्म, स्वभाव व भौगोलिक कारणो […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

जब सद्दाम हुसैन के व्यवहार को देखकर तमतमा गए थे प्रणब मुखर्जी

टीएसआर सुब्रमणियन (पूर्व कैबिनेट सचिव, भारत सरकार) सन 1980 में मैं तत्कालीन वाणिज्य मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल का सदस्य बनकर बगदाद गया। मौका बाथ क्रांति की 12वीं जयंती पर मनाए जाने वाले उत्सव का था। मेरे अलावा प्रतिनिधिमंडल में कांत भार्गव थे, जो कि विदेश मंत्रालय से थे। यह इराक-ईरान युद्ध […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

पुनरुत्थान युग का द्रष्टा : महर्षि दयानन्द सरस्वती

—————————————— ऋषि दयानन्द के जीवन, कार्यों तथा उनके विचारों पर अनेक भारतीय तथा पाश्चात्य लेखकों ने समय-समय पर अपनी लेखनी चलाई है। पाश्चात्य लेखकों की कुछ सीमाएँ तथा पूर्वाग्रहग्रस्त दृष्टि अवश्य रही है, जबकि भारत के कुछ ऐसे लेखकों और विश्लेषकों ने, जो आर्यसमाज से औपचारिक रूप से कभी सम्बद्ध नहीं रहे, अपनी-अपनी दृष्टि और […]

Categories
संपादकीय

ओवैसी के इरादे और मोदी सरकार

ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन एक ऐसा राजनीतिक दल है, जिसका भारत और भारतीयता से दूर-दूर का भी संबंध नहीं है। अंग्रेजों के शासन काल में 1927 ईस्वी में इस राजनीतिक दल की स्थापना हुई थी। इसके नाम से ही यह स्पष्ट है कि यह केवल और केवल मुसलमानों के हितों की बात करता […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

शिव भजन गाने पर फरमानी नाज को है अब मुस्लिम कट्टरपंथियों से जान का खतरा

फ़रमानी नाज़ (चित्र साभार- फ़रमानी नाज़ यूट्यूब) सोशल मीडिया पर काफी चर्चित गायिका फ़रमानी नाज़ (Farmani Naaz) ने सावन के महीने में भगवान शिव पर एक भजन लॉन्च किया। यह भजन अब वायरल हो गया। इस गाने के बाद उनके सोशल मीडिया हैंडल पर इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा लगातार उल्टे-सीधे कमेंट किए जा रहे हैं। इस्लामी […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

*कोश्यारी की गलती क्या है?*

*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के एक बयान को लेकर महाराष्ट्र के नेता लोग कैसा धमाल मचा रहे हैं ? कोश्यारी ने मारवाड़ियों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि यदि मारवाड़ी और गुजराती व्यापारियों को हटा दिया जाए तो मुंबई देश की आर्थिक राजधानी नहीं रह पाएगी। कोश्यारी […]

Categories
आतंकवाद

70 % मुस्लिम आबादी वाले किशनगंज के 37 सरकारी स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी होती है…. सोती रही… बीजेपी गठबंधन की सरकार*

-राष्ट्र निर्माण पार्टी का मानना है कि बेहद संवेदनशील और बांग्लादेश से सटे हुए चिकेन नेक (भारत और नॉर्थ ईस्ट को जोड़ने वाला पतला गलियारा) के पास किशनगंज में अब इस्लामीकरण नजर आने लगा है । -किशनगंज के 37 सरकारी स्कूलों में अब छुट्टी रविवार को नहीं बल्कि शुक्रवार को होती है । हम आप […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

गौरक्षक वीर शिवाजी

#डॉ_विवेक_आर्य हिन्दू इतिहास के सबसे बड़े गौ-भक्तों के नाम के जगह लिखे जायें तो शिवाजी महाराज का नाम विशेष रूप से स्मरणीय है। गौ भक्त शिवाजी महाराज के लिए गाय सदैव पूजनीय रही थी। वह हमेशा बोलते थे कि गाय हिन्दू धर्म की शान है। जो भी इसको मात्र पशु समझ रहा है वह अज्ञानी […]

Exit mobile version