Categories
भारतीय संस्कृति

संतान को संस्कार देने के प्रति सजग रहें माता पिता

माता-पिता बच्चों के लालन-पालन में अनेक प्रकार के कष्ट उठाते हैं। यदि बच्चा अस्वस्थ या बीमार पड़ जाता है , तो माता – पिता ईश्वर की प्रार्थना करते हुए रातों को जागते हैं और अस्पताल में डाक्टरों या हकीमों का चक्कर लगा – लगा कर थक जाते हैं , तब कहीं जाकर बच्चे को स्वस्थ […]

Categories
पर्व – त्यौहार

रक्षाबंधन का महत्व और ऐतिहासिक घटनाएं

उगता भारत ब्यूरो रक्षा बंधन, ये शब्द सुनते ही भाई और बहन का वो पवित्र रिश्ता आँखों के दिखना शुरू हो जाता है जो एक धागे से बंधा होता है। इस दिन श्रावण मास की पूर्णमासी को ये धागा एक बहिन द्वारा अपने भाई की कलाई में बाँध कर भाई से अपनी रक्षा का वचन […]

Categories
भयानक राजनीतिक षडयंत्र

गांधी जी का चरखा और गांधीवादियों का झूठ

कांग्रेसी , कांग्रेस के समर्थक और गांधीवादी – सब यह कहते हैं कि गांधी के चरखा चलाने से हमें आजादी प्राप्त हो गई थी। यदि इस बात पर विचार किया जाए तो संसार के समकालीन इतिहास का यह सबसे बड़ा झूठ है। भारतवर्ष के संदर्भ में इस बात को पूरी तरह समझ लेना चाहिए कि […]

Categories
उगता भारत न्यूज़

स्वामी रामदेव के प्रयासों से लॉर्ड मैकाले के पापों का धोने का आ गया है समय

“मोदी सरकार का बड़ा निर्णय: देश में अब पारंपरिक तरीके से होगी स्कूली पढ़ाई, सरकार ने रामदेव को सौंपी नए बोर्ड की कमान” देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर सरकार ने 140 करोड़ देशवासियों को नया तोहफा दिया है। सरकार ने आजादी के 75 साल पूरे होने पर पारंपरिक भारतीय शैली में […]

Categories
धर्म-अध्यात्म

“विश्व में ईश्वरीय ज्ञान वेद का धारक, रक्षक एवं प्रचारक केवल आर्यसमाज है”

ओ३म् ========== प्रश्न क्या परमात्मा है? क्या वह ज्ञान से युक्त सत्ता है? क्या उसने सृष्टि की आदि में मनुष्यों को ज्ञान दिया है? यदि वह ज्ञान देता है तो वह ज्ञान उसने कब किस प्रकार से मुनष्यों को दिया था? इन प्रश्नों पर विचार करने पर उत्तर मिलता है कि परमात्मा का अस्तित्व सत्य […]

Categories
आज का चिंतन

पाखण्ड खंडिनी, समाज सुधार, हिन्दी अंधविश्वासों का खण्डन समाज की उन्नति के लिए परम आवश्यक’

मनमोहन कुमार आर्य जिस प्रकार से मनुष्य शरीर में कुपथ्य के कारण समय-समय पर रोगादि हो जाया करते हैं, इसी प्रकार समाज में भी ज्ञान प्राप्ति की  समुचित व्यवस्था न होने के कारण सामाजिक रोग मुख्यतः अन्धविश्वास, अपसंस्कृति एवं किंकर्तव्यविमूढ़ता आदि हो जाया करते हैं। अज्ञान, असत्य व अन्धविश्वास का पर्याय है। जहां अज्ञान होगा […]

Categories
कविता

गीता मेरे गीतों में ( गीता के मूल ७० श्लोकों का काव्यानुवाद) गीत 23

कर्तव्य का निश्चय नित्य – कर्म करते चलो , हो जीवन का उत्थान। गुरुजनों और मात – पिता का करते रहो सम्मान।। शरीर की रक्षा करना भी, नित्य कर्म ही होय। जो इनका निश्चय करे ,सदा उसका मंगल होय।। समय – समय पर जो हमें, करने पड़ते काम। नैमित्तिक उनको कहें, बात सही मेरी मान।। […]

Categories
भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भीम मीम की राजनीति और आतंकी पीएफआई का मिशन 2047 

भीम मीम की राजनीति का षड़यंत्र भारत में शताधिक वर्षों से किया जा रहा है। जोगेंद्रनाथ मंडल, इस कुत्सित राजनीति का एक पठनीय व स्मरणीय अध्याय है, दलित बंधुओं को अवश्य पढ़ना चाहिए।                   आज भी दलितों पर सर्वाधिक अत्याचार मुस्लिमों द्वारा किए जाते हैं। ये अत्याचार केवल सामाजिक प्रकार के नहीं होते बल्कि वे आपराधिक […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

गांधी जी की हत्या के पश्चात चित्तवावन ब्राह्मण हिंदुओं पर क्या बीती

भारत की विडंबना ही तो है जो हिन्दुओ की हत्याओं पर राजनेताओ को मौन धारण करवा देती है। नाथूराम गोडसे एवं गांधी जी के नाम पर आज तक धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही है। गांधी जी की हत्या को आज तक देश रो रहा है पर उन हिन्दुओ की हत्याओं को रोने वाला […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

अमृत महोत्सव लेखमाला सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ — भाग-3 वासुदेव बलवंत फड़के ने थामी स्वतंत्रता संग्राम की मशाल

– नरेन्द्र सहगल – इतिहास साक्षी है जहाँ एक ओर हमारे देश में राष्ट्र समर्पित संत-महात्मा, वीरव्रती सेनानायक, देशभक्त सुधारवादी महापुरुष एवं कुशल राजनेता हुए हैं, वहीं दूसरी ओर देश-हित को नकारकर मात्र अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए शत्रुओं का साथ देने वाले देशद्रोहियों और गद्दारों की भी कमी नहीं रही। इन्हीं गद्दारों की […]

Exit mobile version