मुहम्मद साहब के बारे में अनेकों लेखकों ने कई भाषाओँ में किताबें लिखी हैं , लेकिन मुस्लिम विद्वानों ने जो भी मुहम्मद के बारे में लिखा है उसमे मुहम्मद का महिमा मंडन ही किया है , कुछ समय पहले श्री जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ़ वसीम रिजवी जी ने भी मुहम्मद के बारे में एक किताब […]
Month: August 2022
अमृत महोत्सव लेखमाला सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ — भाग 5 (नरेन्द्र सहगल) भारतीयों का कल्याण अंग्रेज शासकों का उद्देश्य कभी नहीं रहा। भारत को लूटकर अपने देश इंग्लैण्ड को समृद्ध बनाने कि लिए उन्होंने प्रत्येक प्रकार के अनैतिक, पाशविक एवं अमानवीय हथकंडे अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भारत के सनातन धर्म, गौरवशाली इतिहास, […]
गाजियाबाद ( ब्यूरो डेस्क ) राजनीति बड़ा अजब गजब खेल है। इसमें कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। लड़ाई कोई लड़ता है तो सेहरा किसी और को जा बंधता है। यदि देश के नए राष्ट्रपति बने जगदीप धनखड़ के बारे में विचार किया जाए तो यही बात सच साबित होती दिखाई देती […]
उगता भारत ब्यूरो वैदिक काल प्राचीन भारतीय संस्कृति का एक काल खंड है। उस दौरान वेदों की रचना हुई थी। हड़प्पा संस्कृति के पतन के बाद भारत में एक नई सभ्यता का आविर्भाव हुआ।इस सभ्यता की जानकारी के स्रोत वेदों के आधार पर इसे वैदिक सभ्यता का नाम दिया गया। वैदिक काल में वेदों की […]
आतंकवादी जवाहिरी और पाकिस्तान की हुकूमत
रंजीत कुमार अल कायदा के सरगना ऐमन अल जवाहिरी को काबुल स्थित उसकी गोपनीय रिहाइश पर ड्रोन हमले में मार गिराकर अमेरिका ने एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल की है। इसी तरह मई 2011 में उसने अल कायदा के संस्थापक और मुखिया ओमामा बिन लादेन को पाकिस्तान के एबटाबाद स्थित गोपनीय निवास पर मार […]
उगता भारत ब्यूरो रक्षा बंधन, ये शब्द सुनते ही भाई और बहन का वो पवित्र रिश्ता आँखों के दिखना शुरू हो जाता है जो एक धागे से बंधा होता है। इस दिन श्रावण मास की पूर्णमासी को ये धागा एक बहिन द्वारा अपने भाई की कलाई में बाँध कर भाई से अपनी रक्षा का वचन […]
– -प्रियंका सौरभ भाई-बहन का रिश्ता दुनिया के सभी रिश्तों में सबसे ऊपर है। हो भी न क्यों, भाई-बहन दुनिया के सच्चे मित्र और एक-दूसरे के मार्गदर्शक होते है। जब बहन शादी करके ससुराल चली जाती है और भाई नौकरी के लिए घर छोड़कर किसी दूसरे शहर चला जाता है तब महसूस होता है कि […]
कश्मीर का दर्द कितना पुराना है? इसके सच को देश के लोगों से छुपा कर रखा गया। अभी कुछ समय पूर्व ही जब कश्मीर से हिंदुओं का सामूहिक पलायन कराया गया तो उसका भी पूरा सच लोगों के सामने नहीं आने दिया। धरती का स्वर्ग कही जाने वाली कश्मीर उसके मूल निवासियों अर्थात हिंदुओं के […]
अमेरिका और चीन के बीच तनाव के जो मुद्दे हैं वो बने हुए हैं, चाहें वो ताइवान हों, दक्षिण चीन सागर में बढ़ता चीन का प्रभाव हो या फिर दोनों देशों के बीच चल रहा ट्रेड वॉर हो इन सभी से परे ताइवान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भी साख का सवाल बनता जा […]
वे पन्द्रह दिन….१ अगस्त, १९४७
वे पन्द्रह दिन….१ अगस्त, १९४७ प्रशांत पोळ शुक्रवार, १ अगस्त १९४७. यह दिन अचानक ही महत्त्वपूर्ण बन गया। ‘इस दिन कश्मीर के सम्बन्ध में दो प्रमुख घटनाएं घटीं, जो आगे चलकर बहुत महत्त्वपूर्ण सिद्ध होने वाली थीं।’ इन दोनों घटनाओं का आपस में वैसे तो कोई सम्बन्ध नहीं था, परन्तु आगे होने वाले रामायण-महाभारत में […]