छठा प्रश्न भारत के पास मर्यादा पुरुषोत्तम राम एक ऐसी जगह विख्यात शख्सियत हैं जिन्हें संसार के सभी देशों में जाना जाता है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम चंद्र जी महाराज को सारे संसार में इसलिए भी जाना जाता है कि उनका राज्य सारे संसार में फैला हुआ था। इतिहास के भीतर दर्ज साक्ष्यों से यह भी […]
महीना: अगस्त 2022
एक बात ध्यान रखनी चाहिये इतिहास से आप बड़ा लाभ उठा सकते हैं लेकिन यह तभी होगा जब आप वर्तमान में भी सक्षम होंगे। एक व्यक्ति सड़क पर पत्थर कूटने की मजदूरी कर रहा था। उससे किसी ने पूछा तू कौन हैं। यह बोलता हैं मेरे पिताजी तहसीलदार थे। उसने फिर अपना प्रश्न दोहराया तू […]
*प्रस्तुति – आचार्य राहुलदेवः* अंग्रेजी सरकार ने आर्यसमाज को कुचलने तथा दबाने का पूर्ण निश्चय कर लिया था, स्थान-स्थान पर आर्यसमाजियों तथा आर्यसमाज से सम्बन्धित पुरुषों को उत्पीड़ित किया जाने लगा था, उस समय की सरकारी नौकरियों में विद्यमान आर्यसमाजियों पर तो मानो विपत्तियों का पहाड़ ही टूट पड़ा था, क्योंकि सरकारी नौकरी में होने […]
मराठा_शासक_वीर_पेशवा_बाजीराव_प्रथम का जन्म सन् 1700 में आज के दिन ही हुआ था ॥ बाजीराव प्रथम मराठा साम्राज्य का महान् सेनानायक था। वह बालाजी विश्वनाथ और राधाबाई का बड़ा पुत्र था। राजा शाहू ने बालाजी विश्वनाथ की मृत्यु हो जाने के बाद उसे अपना दूसरा पेशवा (1720-1740 ई.) नियुक्त किया था। बाजीराव प्रथम को ‘बाजीराव बल्लाल’ […]
रचना और प्रलय तर्ज :- कह रहा है आसमां कि यह समा ……. रचना भी करता हूँ मैं ही , पालना करता हूँ मैं। सब चराचर की जगत में प्रलय भी करता हूँ मैं।। अहंकार वश जिसने किया जीना कठिन संसार का। ऐसे हर इक दुष्ट जन का संहार भी करता हूँ मैं ।। झोपड़ी […]
——————————————— भारत के स्वाधीनता आंदोलन के बारे में यह बात अब पूर्णतया सत्य साबित हो चुकी है कि यह एक क्रांतिकारी आंदोलन था और उस क्रांतिकारी आंदोलन से गांधी नेहरू या उनकी कांग्रेस का दूर-दूर तक भी कोई वास्ता सरोकार नहीं था। देश को आजादी मिली तो इसी क्रांतिकारी आंदोलन के कारण मिली थी। यह […]
ओ३म् =========== मनुष्य का जन्म आत्मा की उन्नति के लिये होता है। आत्मा की उन्नति में गौण रूप से शारीरिक उन्नति भी सम्मिलित है। यदि शरीर पुष्ट और बलवान न हो तो आत्मा की उन्नति नहीं हो सकती। आत्मा के अन्तःकरण में मन, बुद्धि, चित्त एवं अहंकार यह चार उपकरण होते हैं। इनकी उन्नति भी […]
तीसरा प्रश्न अभी हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लोगों का आवाहन किया कि घर-घर तिरंगा फहराया जाए। इस पर कांग्रेसी नेतृत्व की ओर से जो प्रतिक्रिया आई वह उचित नहीं कही जा सकती। कांग्रेस के नेतृत्व का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी और उसके मूल संगठन आरएसएस के द्वारा 1947 से […]
(2016 में भी मोदीजी राष्ट्र के प्रपितामह का नाम लालकिले से भूले थे या अन्य कोई कारण रहा हो।इस पर कीर्तिशेष आचार्य धर्मवीर जी ने ‘परोपकारी’ का संपादकीय लिखा था,जो आज पुनः प्रासंगिक हो गया है।….) अभी-अभी देश ने स्वतन्त्रता-दिवस उत्साहपूर्वक मनाया। कांग्रेस की सरकार स्वतन्त्रता-दिवस को नेहरू गांधी तक सीमित रखने का प्रयास करती […]
*आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक* देश आजादी का 75 अमृत महोत्सव मना रहा था। जनता हर्षोल्लास से प्रफुल्लित थी ।घर घर तिरंगा लहराया जा रहा था। चौक चौराहे स्वतंत्रता दिवस के पर्व के रंग में सजे हुए थे। वही लाल किला के प्राचीर से ध्वजारोहण की तैयारी भी जोरों शोर से चल रही थी ।प्रतीक्षा थी […]