दिल्ली एसपीजी के जवान महामहिम के घर पहुँचे , पीएम मोदी , जेपी नड्डा , गृहमंत्री और रक्षामंत्री समेत मोदी कैबिनेट के अधिकांश मंत्री महामहिम को बधाई देने के लिए पहुंचना शुरू हुए !! थोड़ी डिटेल भी पढ़िए !!! राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोटिंग हुई थी. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल […]
Month: July 2022
संभल। ( ज्योति वसु आर्य ) भारत स्वाभिमान के राज्य संगठन मंत्री उत्तर प्रदेश (पश्चिम) दयाशंकर आर्य का कहना है कि मधुमेह, रक्तचाप, सरदर्द, पुराना जुखाम, बुखार एवं जोड़ों के दर्द सहित विभिन्न शारीरिक व्याधियों का उपचार यज्ञ के माध्यम से किया जा सकता है। यज्ञ के प्रति पूरी तरह समर्पित श्री आर्य कई प्रकार […]
बदायूं। जीवन के पीछे मौत एक शिकारी की तरह लगी होती है। यह शिकारी कब झपट्टा मार ले और कब हमारे जीवन का अंत हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। किसी किसी कवि ने बड़ा सुंदर लिखा है :- कफन बढ़ा तो किस लिए नजर तू डबडबा गई, श्रंगार क्यों सहम गया बाहर क्यों […]
विद्या और अविद्या का भेद
ईशोपनिषद का मंत्र है कि :- ॐ असुर्या नाम ते लोका अन्धेन तमसाऽऽवृताः। ताँस्ते प्रेत्याभिगच्छन्ति ये के चात्महनो जनाः॥३॥ इसका भावार्थ है कि इस संसार में रहते हुए जो अज्ञान अंधकार में भटकते हैं, आत्मा का हनन करते हैं, वे मृत्यु के पश्चात ऐसे लोकों में जन्म लेते हैं जिनमें सूर्य के दर्शन भी […]
अल्लाह जन्नत वालों को भगवा कपडे पहिनायेगा
इस लेख का शीर्षक पढ़ते ही दिग्विजय सिंह , ओवैसी और राहुल गाँधी जैसे हिन्दू द्वेषी लोगों का मुंह उतर जाएगा और उनको डूब जाने के लिए चुल्लू भर पानी भी नहीं मिलेगा ,क्योंकि इन हिन्दू शत्रु लोगों ने सभी लोगों ने हिन्दुओं को अपमानित करने और आतंकी साबित करने के लिए भगवा वस्त्र धारण […]
ओ३म् ============ महाभारत काल के बाद देश में अज्ञानता के कारण अन्धविश्वास व कुरीतियां उत्पन्न होने से देश निर्बल हुआ जिस कारण समय समय पर उसके कुछ भाग पराधीन होते रहे। पराधीनता का शिंकजा दिन प्रतिदिन अपनी जकड़ बढ़ाता गया। देश अशिक्षा, अज्ञान, अन्धविश्वास, पाखण्ड व सामाजिक विषमताओं से ग्रस्त होने के कारण पराधीनता का […]
ओ३म् =============== हमारी जीवात्माओं को मनुष्य जीवन ईश्वर की देन है। ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप, सर्वव्यापक, सर्वशक्तिमान होने के साथ सर्वज्ञ भी है। उससे दान में मिली मानव जीवन रूपी सर्वोत्तम वस्तु का सदुपयोग कर हम उसकी कृपा व सहाय को प्राप्त कर सकते हैं और इसके विपरीत मानव शरीर का सदुपयोग न करने के कारण हमें […]
ऐतरेय उपनिषद भी अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण उपनिषद है।इस उपनिषद् में तीन अध्याय हैं। प्रथम अध्याय में यह स्पष्ट किया गया है कि सृष्टि के आरम्भ में केवल एक आत्मा ही था, उसके अतिरिक्त और कुछ नहीं था। उसने लोक-रचना के लिये ईक्षण (विचार) किया। ईक्षण एक प्रकार का उच्चतम कोटि का तप है। […]
ओ३म् ======== भारत में मध्यकाल में देश में अविद्या छा जाने के कारण जो नाना अन्धविश्वास एवं कुरीतियां उत्पन्न हुईं उससे कई मत-मतान्तर उत्पन्न हुए और इनसे परस्पर वैर भावना में वृद्धि हुई। ऋषि दयानन्द ने अपने अथक परिश्रम से इसका कारण जाना और पाया कि वेदों में निहित सत्यज्ञान को भूल जाने के कारण […]
कारण जो भी हो, यह बहुत दुखद है कि हमारे किसान, हमारे देश के खाद्य प्रदाता, अपनी दैनिक दिनचर्या को ईमानदारी से निभाने में मर रहे हैं। नयी योजनाओं के साथ-साथ बिजली के ढीले तार ठीक करना, हाईवोल्टेज बिजली पोल का समाधान ढूंढना, खेत में लगाई जाली से बचना, रात को पानी चलाते समय सावधानी […]