डॉ. सुरेन्द्रकुमार भारतीय शिक्षा-पद्धति में सुधार, परिष्कार और समयानुकूल परिवर्तन हेतु नीति-निर्धारण के लिए भारत सरकार ने विगत समय में प्रसिद्ध वैज्ञानिक के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था। उस समिति ने अपने सुझावों का प्रारूप ३१ मई २०१९ को मानव संसाधन मन्त्रालय को सौंप दिया। समिति ने अपने प्रारूप […]
Month: July 2022
बिना भक्ति के मानव जीवन सफल नहीं हो सकता। अनेक संतों ने भक्ति से मिलने वाली शक्ति का गुणगान किया है। इस संबंध में कलाम हज़रत सुल्तान बाहू का कथन है :- कर इबादत पच्छोतासें उम्र चार दिहाड़े हूँ। थी सौदागर कर लै सौदा , जा तक हटटन तोडे हूँ । परमपिता परमेश्वर के नाम […]
बिखरे मोती तुच्छ जन संसार में, करें तुच्छता की बात:- तुच्छ जन संसार में, करे तुच्छता की बात। सत्पुरुष सहते रहें, भिन्न – भिन्न आघात॥1802॥ नीच- किच से बच रहो, करो नहीं तकरार। न जाने किस वक्त ये, इज्जत देंय उतार॥1803॥ महिमा मण्डित गुण करे, हीरा सा अनमोल। वाणी से मत पाप कर, तोल -तोलकर […]
गतांक से आगे….. यहाँ तक हमने विदेशियों द्वारा नवीन सम्प्रदायों का प्रवर्तन और वैदिक साहित्य का विध्वंस दिखलाया । अब हम यह समस्त कथा यहीं पर समाप्त करते हैं । इतने ही वर्णन से अनुमान करने के लिए मौका न छोड़ना चाहिये और तुरन्त ही यह बात ध्यान में ले लेना चाहिये कि जब दीर्घकाल […]
*विपक्ष की हालत खस्ता*
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* राष्ट्रपति के लिए द्रौपदी मुर्मू के चुनाव ने सिद्ध कर दिया है कि भारत के विरोधी दल भाजपा को टक्कर देने में आज भी असमर्थ हैं और 2024 के चुनाव में भी भाजपा के सामने वे बौने सिद्ध होंगे। अब उप—राष्ट्रपति के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गेरेट अल्वा […]
अशोक मधुप भारत में 8.5 फ़ीसदी आदिवासी जनसंख्या है, जो कुछ सात-आठ उत्तरी और पश्चिमी राज्यों (जैसे मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा) में ज़्यादा है। पूर्वोत्तर के आदिवासियों को छोड़ दिया जाए तो भी भाजपा के लिए ये सभी राज्य अहम हैं। भारत के राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हो गया। […]
मनुष्य मांसाहारी या शाकाहारी?
हवा-पानी-भोजन सभी जीवधारियों के जीवन आधार हैं। हवा-पानी साफ हों प्रदूषित न हों, यह भी सर्वमान्य है। मनुष्य को छोड़ कर शेष सभी शरीरधारी अपने भोजन के बारे में भी स्पष्ट हैं उनका भोजन क्या है? यह कितनी बड़ी विड़म्बना है कि सबसे बुद्धिमान् शरीरधारी मनुष्य अपने भोजन के बारे में स्पष्ट नहीं है। मैं […]
गीता मेरे गीतों में गीत संख्या ,….19 स्वधर्म की श्रेष्ठता हर श्रेष्ठतम कर्म को ही यज्ञ माना वेद ने । यज्ञ करो भी , कराओ भी – संदेश दिया वेद ने।। देवयज्ञ नियम से करो – यही उपदेश दिया वेद ने। संगतिकरण और दान का भी आदेश दिया वेद ने।। सबसे चले मिलकर सदा – […]
गाजियाबाद,शुक्रवार 21 जुलाई 2022,केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “सच्चा गुरू कौन” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कोरोना काल में 420 वां वेबिनार था। वैदिक प्रवक्ता अतुल सहगल ने इस अत्यंत मौलिक और सर्वदा प्रासांगिक विषय को लेते हुए गुरु की विस्तृत परिभाषा प्रस्तुत की और सृष्टि में ज्ञान,शिक्षा और […]
कैसे मिलेगा वह सच्चा शिव ?
जो मिथ्याज्ञान में विचरण करते हैं, जो अज्ञान रूपी अंधकार में पड़े होते हैं, अर्थात जो मूढ होते हैं वह गूढ़(वैदिक शिक्षा के रहस्य को) को न समझ कर रूढ़(सामान्यतः प्रचलन) की बात करते हैं, ऐसे मूढ लोगों से क्षमा चाहते हुए विचारवान विद्वान , सत्यान्वेषी, सत्यपारखी ,सत्यग्रही, लोगों के समक्ष एक प्रकरण उद्धत करना […]