याद कीजिए फरवरी 2016 की वह शाम जब जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह… इंशा अल्लाह…, अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं…, भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी, जंग रहेगी…’ जैसे नारे लगाए गए थे। तब राष्ट्रवादी सोच रखने वालों को यह अंदेशा तो गया था कि भारत में भीतर ही […]
गजवा ए हिंद का मिशन 2047
