याद कीजिए फरवरी 2016 की वह शाम जब जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह… इंशा अल्लाह…, अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं…, भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी, जंग रहेगी…’ जैसे नारे लगाए गए थे। तब राष्ट्रवादी सोच रखने वालों को यह अंदेशा तो गया था कि भारत में भीतर ही […]
महीना: जुलाई 2022
छांदोग्य उपनिषद की एक प्रेरक कथा
*🔥 ओ३म् 🔥* *🌷उपनिषद् की प्रेरक कथा🌷* छान्दोग्य-उपनिषद् में एक कथा आती है। भारत में महाराजा अश्वपति उस समय राज्य कर रहे थे। एक बहुत बड़ा वैश्वानर यज्ञ उनकी राजधानी में होने वाला था। पाँच महानुभाव ब्रह्मज्ञान की खोज में राजा अश्वपति के पास पहुँचे। राजा ने उन्हें कहा कि आपको भी उतना ही धन […]
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है ताकि यह पहचाना जा सके कि एक स्वस्थ पर्यावरण एक स्थिर और उत्पादक समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक नींव है। प्रकृति है तो जीवन है, जीवन है तो मानव है, मानव है तो मानवता है। प्रकृति संरक्षण सबसे बड़ा पुण्य […]
न्यूक्लियर पावर का विस्तार करे भारत
सीमा सिरोही भारत-अमेरिका के रिश्तों को और मजबूत बनाने का एक ‘बड़ा’ आइडिया इधर आया है। असल में, चीन लगातार अपने न्यूक्लियर हथियार बढ़ा रहा है। अमेरिका इसमें भारत को चीन से आगे निकलने में मदद कर सकता है। यह आइडिया उतना ही बड़ा है, जितना कि 2005 में हुआ भारत-अमेरिका परमाणु करार। इस न्यूक्लियर […]
ममता बनर्जी की सरकार और भ्रष्ट मंत्री
ललित गर्ग आज हम जीवन नहीं, राजनीतिक मजबूरियां जी रहे हैं। राजनीति की सार्थकता नहीं रही। अच्छे-बुरे, उपयोगी-अनुपयोगी का फर्क नहीं कर पा रहे हैं। मार्गदर्शक यानि नेता शब्द कितना पवित्र व अर्थपूर्ण था पर नेता अभिनेता बन गया। नेतृत्व व्यवसायी बन गया। भ्रष्टाचार के खेल ने दुनिया के सारे लोकतंत्रों को खोखला कर दिया […]
उत्तर प्रदेश पुलिस का एक सब-इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह जो लगभग विगत तीन साल से जेल में निरुद्ध हैं। शैलेन्द्र सिंह का नाम तब चर्चा में आया, जब उन पर आरोप लगा कि उन्होंने इलाहाबाद जिला अदालत में हमलावर वकील नबी अहमद को आत्मरक्षा में गोली मार दी थी। ये वो समय था जब न सिर्फ […]
राष्ट्र गौरव पर वोट बैंक भारी
आज 26 जुलाई को कारगिल विजय की वर्षगांठ है। कितने भारतीय बच्चों को फिल्म वालों के नाम या क्रिकेटर के नाम पता हैं? कितने बच्चों ने स्कूल में गांधी या नेहरू का नाम पढा है ? कितने बच्चों ने सैम मानकेशा का नाम सुना है? कितने बच्चों को पता है कि विश्व का सबसे बड़ा […]
धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि संसार धर्म से चल रहा धर्म ही सबका मूल। धर्म युक्त जीवन यदि चुभे न कोई शूल।। जब धर्म की हो कमी अधर्म बहुत बढ़ जाय । त्राहिमाम जन कर उठें , पाप – ताप बढ़ जाय।। जीव – जीव अशांत हो और जीवन हो बेचैन। दिन काटना […]
मरे हुए को भी, मरा नहीं मानते* “
——————————————————— यह इंडोनेशिया के सोलवासी दीप के तोराजा जनजाति के लोग हैं| इंडोनेशिया में इस खास एथेनिक ग्रुप की 1100000 के लगभग आबादी है| तोराजा जनजाति में ‘मायने, नाम की प्रथा अजीबोगरीब डरावनी है…. इस जनजाति में जब कोई बाल युवा वृद्ध मरता है… उसे ताबूत में रखकर तत्काल दफन नहीं किया जाता….. मृतक देह […]
ग्रीस कैसे तुर्की बना: इस्लामिक समुदाय और देशों के विभाजन -पंकज सक्सेना कैसे तुर्की सेकुलर चरित्र का दावा करते हुए असमान विभाजन के बाद अपने पूर्व ईसाई उपनिवेशों का इस्लामीकरण कर रहा है। आज जो तुर्की है वह कभी ग्रीस हुआ करता था। यह पहला भौगोलिक तथ्य है जिससे आपको परिचित होने की आवश्यकता है […]