कामनाओं का त्याग याचक नहीं उपासक बनकर जीवन को तुम जीना सीखो। दर्शक नहीं दृष्टा बनकर – जीवन की सब सामग्री भोगो ।। कृष्ण बोले – अर्जुन ! आज तेरा परम सौभाग्य उदय हुआ। योग में तेरी रूचि हुई, ऐसा सौभाग्य- किसे है प्राप्त हुआ।। तू नहीं पथिक एक जीवन का – न जाने कितने […]
