सरगना सईद अंसारी और बरामद की गई लड़कियाँ (फोटो साभार: Zee news) उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 26 जुलाई 2022 को हिंदू लड़कियों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ। झारखंड से लड़कियों की तस्करी करने वाले इस गिरोह के 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला है। तीन […]
महीना: जुलाई 2022
ममता सरकार की दुर्दशा*
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* प. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार भयंकर दुर्गति को प्राप्त हो गई है। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि ममता बेनर्जी की सरकार इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर सकती है। ममता के राज में मैं जब-जब कोलकाता गया हूँ, वहां के कई पुराने उद्योगपतियों और व्यापारियों से बात […]
लेखक- अरुण लवानिया चेन्नई की झुग्गी-झोपड़ी में एक दलित परिवार में जन्मे और वहीं पचीस वर्ष बिताने वाले ऐम वेंकटेशन एक आस्थावान हिंदू हैं। उन्होंने चेन्नई के विवेकानन्द महाविद्यालय से दर्शन शास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। जब वेंकटेशन ने महाविद्यालय में प्रवेश लिया तो उनके कथनानुसार उन्हें प्रतिदिन पेरियारवादियों के एक ही कथन […]
हम अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्षय में अमृत महोत्सव मना रहे हैं। कुछ लोग इस अमृत महोत्सव को आजादी का महोत्सव कहकर बोल रहे हैं जबकि ऐसा कहना गलत हैं । जिन लोगों को हमारी संस्कृत और हिंदी भाषा का व्याकरण बोध नहीं है, उनके द्वारा इसे आजादी का महोत्सव कहा […]
कहां है दशानन रावण की लंका ?
प्रमोद भार्गव विरोधाभास और मतभिन्नता भारतीय संस्कृति के मूल में रहे हैं। यही इसकी विशेषता भी है और कमजोरी भी। विशेषता इसलिए कि इन कालखंडों के रचनाकारों ने काल और व्यक्ति की सीमा से परे बस शाश्वत अनुभवों के रूप में अभिव्यक्त किया है। इसीलिए वर्तमान विद्वान रामायण और महाभारत के घटनाक्रमों, नायको और […]
संजय सक्सेना आज 18 जुलाई है। वैसे तो यह दिन और दिनों के जैसा ही सामान्य है,लेकिन भारत के इतिहास में आज का दिन काफी महत्व रखता है,क्योंकि आज ही के दिन 18 जुलाई 1947 को अंग्रेजोें ने टू नेशन थ्योरी पर मोहर लगाई थी,जिसका उस समय के कुछ कांग्रेसियों ने विरोध […]
एनआर/एके (डीपीए) 1947 में भारत के बंटवारे का दंश सबसे ज्यादा महिलाओं ने झेला।अनुमान है कि इस दौरान 75 हजार से एक लाख महिलाओं का अपहरण हत्या और बलात्कार के लिए हुआ। जबरन शादी, गुलामी और जख्म ये सब बंटवारे में औरतों को हिस्से आया। 1947 और 1948 के बीच सरला दत्ता को एक पाकिस्तानी […]
डॉ॰ राकेश कुमार आर्य जब तक ये तथ्य हमारे सामने नहीं लाये जाएंगे-तब तक हमारे भीतर इस शब्द को अपनाने में हीन भाव बना रहेगा। वस्तुत: हिन्दू एक चुनौती का नाम है, जिसका पर्याय काला, काफिर आदि हो ही नहीं सकते। यह चुनौती वही है जो मध्यकाल में हमारे पूर्वजों द्वारा विदेशी मुस्लिम आक्रांताओं को […]
*पहले मुसलमान बजाते थे ताली अब हिन्दू बजाते हैं ताली* पृथ्बीराज चौहान के हस्र से सबक नहीं लेने वाले इतिहास के गर्त में समा जायेंगे ====================================== 2014 के पहले पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ मुसलमानों के अति समर्थक थे और उनकी टोली में मुसलमान होते थे। वे अपने आप को कुरान और इस्लाम के विशेषज्ञ बताते थे और […]
मनुष्य के सुधार एवं बिगाड़ के बहुत से कारण हैं। “जैसे माता पिता आचार्य पड़ोसी मित्र प्रेस मीडिया सरकार के कानून अपने पूर्व जन्मों के संस्कार और वर्तमान जीवन का पुरुषार्थ इत्यादि।” “उनमें से मुख्य कारण हैं, माता-पिता और आचार्य। जिस व्यक्ति को ये तीन शिक्षक उत्तम मिल जाते हैं, उसका कल्याण हो जाता है। […]