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महत्वपूर्ण लेख

हिंदी पत्रकारिता का रहा है देश के निर्माण में विशेष योगदान

 डॉ. पवन सिंह मलिक साहित्यिक व पत्रकारिता का कार्य है ठहरे हुए समाज को सांस और गति देना। जो समाज बनने वाला है, उसका स्वागत करना। समाज को सूचना देना व जागरुक करना, नयी रचनाशीलता और नयी प्रतिभाओं को सामने लाना। साहित्यिक व पत्रकारिता की यही जरूरी शर्त है। 30 मई ‘हिंदी पत्रकारिता दिवस’ देश […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

देश का ऐतिहासिक घटनाक्रम और चौधरी चरण सिंह

उगता भारत ब्यूरो चौधरी चरण सिंह जी की पुण्यतिथि पर विशेष खालिस्तान जिंदाबाद , दल खालसा और शिरोमणि अकाली दल जिंदाबाद ( हमारे साथ जो अड़़े सो चढ़े , सिख होमलैंड जिंदाबाद ) जहां सिखों का खून बहे , वहां केसरी निशान बहे , हमारा धर्म करो या मरो। जो हमारी मांगों का विरोध करेगा […]

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भाषा

मीडिया में अपने गौरव की महत्ता स्थापित करती हिंदी

उगता भारत ब्यूरो 30 मई ‘हिंदी पत्रकारिता दिवस’ देश के लिए एक गौरव का दिन है। आज विश्व में हिंदी के बढ़ते वर्चस्व व सम्मान में हिंदी पत्रकारिता का विशेष योगदान है। हिंदी पत्रकारिता की एक ऐतिहासिक व स्वर्णिम यात्रा रही है जिसमें संघर्ष, कई पड़ाव व सफलताएं भी शामिल है। स्वतंत्रता संग्राम या उसके […]

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आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

कश्मीरी आतंकवाद : अध्याय 10,( 1 ) अंधकार के गर्त में डूबा रहा कश्मीर

कश्मीर में चाहे जिन कारणों से भी ऐसा रहा हो, लेकिन मुगल काल में प्रशासन के उच्च पदों पर कई हिंदू नियुक्त किए जा चुके थे। मुगल काल में इन नियुक्तियों तक पहुंचने में सफल हुए हिंदुओं से ईर्ष्या और घृणा करने वाले मुसलमानों के एक वर्ग की संख्या में बड़ी तेजी से वृद्धि होती […]

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राजनीति

क्या भाजपा की राजनीति में वसुंधरा अप्रासंगिक हो चुकी है ?

 रमेश सर्राफ धमोरा गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रधानमंत्री मोदी से नजदीकी के चलते ही जल शक्ति जैसा बड़ा मंत्रालय दिया गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी राजस्थान भाजपा के बड़े नेता माने जाते हैं। मगर संवैधानिक पद पर रहने के कारण वह खुले तौर पर किसी भी गुट से संबंद्ध नहीं हैं। राजस्थान में […]

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मुद्दा

*नेताओं पर कुछ पाबंदियां जरुरी*

*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* संसद की संयुक्त समिति ने एक आदेश जारी किया है, जिसके कारण अब सांसदों को सिर्फ अपनी एक ही पेंशन पर गुजारा करना होगा। अभी तक एक सांसद को, यदि वह विधायक भी रहा हो और सरकारी कर्मचारी भी रहा हो तो तीन-तीन पेंशनें लेने की सुविधा बनी हुई है। हमारे सांसदों […]

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इतिहास के पन्नों से

*मृत्यु नास्तिक को भी आस्तिक बना देती है*

======================= यह नीचे चित्र में महान फ्रांसीसी गणितज्ञ खगोल शास्त्री लाप्लास हैं, उच्च गणित कैलकुलस, cosmology का अध्ययन करने वाला विद्यार्थी शायद ही कोई इनके नाम से परिचित ना हो.. ब्रह्मांड में ब्लैक होल के अस्तित्व का सिद्धांत सबसे पहले इन्होंने ही दिया था | फ्रांस के महान योद्धा नेपोलियन बोनापार्ट के समा कालीन थे […]

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इतिहास के पन्नों से

जब ईरान से आए नादिर शाह ने दिल्ली में मचाई भयंकर तबाही

6 घंटे, 30000 का कत्लेआम: अनुपम कुमार सिंह काबुल के सरदार जब नादिर शाह के दूत के साथ उसका सन्देश लेकर दिल्ली के लिए निकले, तो रास्ते में जलालाबाद के गवर्नर मीर अब्बास ने उसे मार डाला। मीर अब्बास को इसका खामियाजा नादिर शाह के हमले के रूप में भुगतना पड़ा, जिसमें उसकी हत्या कर […]

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आतंकवाद

दुष्ट का यशोगान क्यों?

शिबन कृष्ण रैणा जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के सरगना तथा कुख्यात आतंकी यासीन मलिक लगभग सभी टीवी चैनलों पर जिस तरह से छाए रहे,उससे लगा कि, सच में, दुर्जन की वंदना पहले और सज्जन की बाद में होती है। दरअसल,बुधवार को यासीन मलिक को अदालत में उसके दुष्कर्मों की सजा सुनाई जानी थी।दुर्दांत आतंकी यासीन […]

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इतिहास के पन्नों से संपादकीय

ऐसे स्पष्ट वादी मुस्लिमों की आवश्यकता है आज

ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर मिले शिवलिंग को लेकर इस समय टीवी चैनलों पर जितने भर भी मुस्लिम वक्ता- प्रवक्ता आ रहे हैं वह सभी कह रहे हैं कि यह शिवलिंग नहीं बल्कि फव्वारा है। उनके इस मूर्खतापूर्ण बयान पर सभी को हंसी भी आ रही है, क्योंकि उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं […]

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