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आज का चिंतन

निर्जला एकादशी व्रत की वास्तविकता

निर्जला एकादशी व्रत की वास्तविकता को समझने से पहले हम यह जान लें निर्जला एकादशी व्रत क्या है? आज निर्जला एकादशी व्रत है। एकादशी यद्यपि 10 जून और 11 जून दोनों दिन की है ,लेकिन व्रत आज ही 10 जून कब मनाया जा रहा है। निर्जला एकादशी व्रत सभी एकादशियों में सबसे बड़ी एकादशी मानी […]

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इतिहास के पन्नों से

आंजनेय मंदिर को तुड़वा कर टीपू सुल्तान ने बनवाई थी जामिया मस्जिद

उगता भारत ब्यूरो मैसूर पुरातत्व विभाग की 1935 की रिपोर्ट से खुलासा “जामिया मस्जिद का निर्माण टीपू सुल्तान ने अंजनेय मंदिर को ध्वस्त करने के बाद, उसके मलबे से भूतल को भरने के बाद करवाया था।” कर्नाटक के मांड्या जिले के श्रीरंगपट्ट्नम शहर में मंदिर-मस्जिद विवाद के बीच मैसूर पुरातत्व विभाग की 1935 की रिपोर्ट […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति, तृतीय खण्ड : अध्याय – ईसाई और आर्यशास्त्र

गतांक से आगे….. हम पहिले ही लिख आए हैं कि, कोलब्रुक आदिकों ने वेदों को प्राप्त करना चाहा था, पर द्रविड़ो ने उन्हें ठग लिया और वेदों को न दिया। किंतु पादरियों ने सोचा कि लोभी द्रविडों को रुपया देकर बाइबिल के सिद्धांतों को संस्कृत में लिखवा कर एक वेद तैयार करना चाहिए। वही किया […]

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आज का चिंतन संपादकीय

क्या सचमुच मौत का कोई इलाज नहीं ?

जनसाधारण के मुंह से हम अक्सर ऐसा सुनते आए हैं कि मौत का कोई इलाज नहीं है। क्या यह सच है ? – इस लेख के माध्यम से हम इस पर ही विचार करेंगे। संसार में आकर हम छोटे-मोटे रोगों के बारे में तो बहुत विचार करते हैं, बहुत चिंतन करते हैं, बहुत चिंता करते […]

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कविता

पुस्तक समीक्षा : झरने जज्बातों के ( गजल एवं कविता संग्रह)

‘झरने जज्बातों के’ पुस्तक गजल और कविताओं का संग्रह है, जिसके लेखक अमन लेखरा ‘अमन’ हैं। अमन जी ने अपनी यह पुस्तक उर्दू मिश्रित हिंदी में लिखी है। हिन्दी के लिए समर्पित होकर काम करने वाले कवि और लेखकों के लिए यही आज की काव्य शैली भी बन चुकी है। इसके साथ साथ पाठक भी […]

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आओ कुछ जाने

उत्तराखंड हिमालय के जलस्रोतों से अनुप्रेरित वैदिक सभ्यता के आदिस्रोत

लेखक :- डॉ० मोहन चन्द तिवारी “या सृष्टिः स्रष्टुराद्या वहति विधिहुतं या हविर्या च होत्री, ये द्वे कालं विधत्तः श्रुतिविषयगुणा या स्थिता व्याप्य विश्धम्. यामाहुः सर्वबीजप्रकृतिरिति यया प्राणिनः प्राणवन्तः, प्रत्यक्षाभिः प्रसन्नस्तनुभिरवतु वस्ताभिरष्टाभिरीशः ॥” -‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’,1.1 महाकवि कालिदास के विश्व प्रसिद्ध नाटक ‘अभिज्ञान शाकुंतलम्’ में आए उपर्युक्त अष्टमूर्ति शिव की वंदना से ही मैं अपनी पर्यावरण के […]

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इतिहास के पन्नों से

मुहम्मद का लिंग चमत्कार !

मुहम्मद का लिंग चमत्कार ! 9 Votes B.N. Sharma Represent: Dr. Santosh Rai यह एक अटल सत्य है कि “जैसी मति वैसी गति “अर्थात व्यक्ति जीवन जैसे विचार और आचार रखता है ,उसकी मौत भी वैसी ही होती है .मुसलमान भले मुहम्मद को रसूल और महापुरुष कहते रहें ,लेकिन वास्तव में वह एक अत्याचारी ,कामी […]

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उगता भारत न्यूज़

द्रोणस्थली आर्ष कन्या गुरुकुल महाविद्यालय का रजत जयन्ती समारोह सोल्लास सम्पन्न- “भारत देश भव्य भी है और दिव्य भी हैः पं. चन्द्रशेखर शास्त्री”

ओ३म् ========== द्रोणस्थली आर्ष कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, देहरादून का तीन दिवसीय रजत जयन्ती समारोह एवं वार्षिकोत्सव बुधवार दिनांक 8-6-2022 को सोल्लास सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर तीन दिन से किये जा रहे यजुर्वेदीय यज्ञ की पूर्णाहुति की गई। यह पूर्णाहुति यज्ञ तीन यज्ञवेदियों में किया गया। यज्ञ के अवसर पर मंच पर अनेक विद्वान एवं […]

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इतिहास के पन्नों से

ऐसी थी महान मुगलों की महान संस्कृति

महान आसुरी संस्कृति — ——————– मुमताज महल से शाहजहाँ को इतना प्रेम था कि उसके मरने पर उसने उससे उत्पन्न १७ वर्ष की अपनी स्वयं की सगी बेटी जहाँआरा को ही अपनी बादशाह बेगम बना लिया था। यद्यपि शाहजहाँ की आठ बेगमों में से तीन जीवित थीं। किन्तु शाहजहाँ को १७ वर्ष की बेटी जहाँआरा […]

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आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

कश्मीर में आतंकवाद : अध्याय – 11 (2) महाराजा रणजीत सिंह के उपकार

महाराजा रणजीत सिंह की महानता महाराजा रणजीत सिंह अमर नायक हैं। जिन्होंने कश्मीर में उत्पीड़न और अत्याचारों का शिकार होते हिंदुत्व की रक्षा के लिए अपने आपको समर्पित किया। इतिहास उनके इस योगदान को कभी भूल नहीं सकता। जिस कश्मीर में हिंदुओं के पवित्र धर्म स्थलों को भूमिसात कर दिया गया था और उन्हें किसी […]

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