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विविधा

दिपक से एलईडी बल्ब तक कितना रोशन हुआ जग*!

_________________________________________ 1760 से लेकर 1840 तक का समय यूरोप ,अमेरिका में औद्योगिक क्रांति के नाम रहा…. औद्योगिक क्रांति के दौरान ,पश्चात अनेक अविष्कार हुए जिन्होंने मानव जीवन, विश्व व्यवस्था को ही बदल डाला….. 19वीं शताब्दी आविष्कारों की शताब्दी रही…. बैटरी ,कैमरा माइक्रोफोन, सिलाई मशीन ,रिवाल्वर ,वाशिंग मशीन रेफ्रिजरेटर जैसे अविष्कार हुए…. इतने आविष्कारों के पश्चात […]

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पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा: ईशादि नौ उपनिषद ( काव्यानुवाद)

मुंडकोपनिषद डॉक्टर मृदुला कीर्ति भारतीय वैदिक परंपरा के माध्यम से भारत की कीर्ति को बढ़ाने की सतत साधना का नाम है। एक गृहिणी के रूप में रहकर भी वे देश की सांस्कृतिक परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने की गहरी साधना कर रही हैं। देश से बहुत दूर ऑस्ट्रेलिया में बैठकर उनका हृदय भारत के लिए […]

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आतंकवाद

पंजाब में देश विरोधी गतिविधियों के विरुद्ध अब कठोर कार्रवाई होनी ही चाहिए

ललित गर्ग  स्वर्ण मन्दिर में कट्टरपंथी सिख संगठनों के अलावा शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने भी हिस्सा लिया। अकाल तख्त के जत्थेदार ने ‘सिख राज’ की मांग उठाते हुए कहा कि इस बार सिख युवकों को बाकायदा हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। चालीस साल पहले जो पंजाब अलगाववाद एवं आतंकवाद की चपेट में था, […]

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इतिहास के पन्नों से

राम की पौढ़ी अयोध्‍या को दुर्घटनाओं से बचाएं

डा. राधे श्याम द्विवेदी प्राचीन समय में राम की पौढ़ी वाले स्थल पर सरयू बहती थीं, भगवान राम समेत चारों भाई यहीं स्नान करते थे। धीरे धीरे नदी और उत्तर को हटती चली गई और सारे पुराने घाट सूख गए। राम घाट ,जानकी घाट और बासुदेव घाट पर पहले कभी नदी सटकर बहती थी ।आज […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

अज्ञात योद्धा पं. जगतराम हरियाणवी

स्वामी ओमानन्द सरस्वती पं. जगतराम का जन्म हरयाणा जिला होशियारपुर के नगमापरू नाम के कस्बे में हुआ। आप सदैव प्रसन्नवदन और मस्त रहते थे। मैट्रिक पास करके दयानन्द कालेज लाहौर में प्रविष्ट हुए , किन्तु परीक्षा देने से पूर्व आप उच्च शिक्षा प्राप्त करने के विचार से अमेरिका पहुंच गए। वहां पहुंचने पर देशभक्त ला० […]

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Uncategorised

भारत विरोधी शक्तियों की साजिशों के जाल में फंसने से बच कर रहें

सुरेश हिन्दुस्थानी  भारत में सर्व धर्म समभाव की अवधारणा वाली संस्कृति पुरातन काल से चली आ रही है। इसका आशय यही है कि सभी की आस्था और श्रद्धा का सम्मान करना चाहिए, लेकिन विसंगति यही है कि ऐसा व्यवहार करने की केवल हिन्दू समाज से ही अपेक्षा की जाती है। किसी शायर ने कहा है […]

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इतिहास के पन्नों से

विदेशियों को भारत की पवित्र भूमि से भगाने का पहला अभियान चलाया था चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने

डॉ. राजेश कुमार मीणा यह जानना रोचक है कि छठी सदी में दो अवन्ति जनपद हुआ करती थी जिसमें उत्तर अवंति की राजधानी उज्जयिनी थी और दक्षिण अवंति की राजधानी महिष्मती हुआ करती थी। भण्डाकर का भी यही विचार है कि छठीं सदी ई.पू. दो अवन्ति जनपद थे। विक्रमादित्य ने भारत की भूमि को विदेशी […]

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इतिहास के पन्नों से

हिंदू साम्राज्य के निर्माता छत्रपति शिवाजी महाराज

पंकज जायसवाल जब मुगल आक्रमणकारियों के शोषण, अन्याय, हमारी माताओं और बहनों पर शारीरिक और मानसिक अत्याचार, प्राकृतिक संसाधनों को लूटने और हिंदू धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को नष्ट करने के परिणामस्वरूप पूरा देश पीड़ित था। इस विनाशकारी अवधि के दौरान, एक गुलाम मानसिकता विकसित हुई जिसने कहा कि “कुछ नहीं किया जा सकता है।” […]

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इतिहास के पन्नों से

महात्मा गाँधी इतिहास के आईने में

#डॉ_विवेक_आर्य 1920 के आरम्भ की बात है। महात्मा गाँधी ने देश के आज़ादी की लड़ाई के साथ मुसलमानों के खिलाफत आंदोलन को नत्थी कर दिया। यह मुसलमानों का निजी मामला था। गाँधी जी यह सोचते थे कि इससे भारतीय मुसलमान भारतीय स्वाधीनता संग्राम में भाग लेने लगेंगे। स्वामी श्रद्धानन्द भी उसी काल में राष्ट्रीय राजनीती […]

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धर्म-अध्यात्म

“स्वामी विद्यानन्द विदेह वर्णित वैदिक नारी के छः भूषण”

ओ३म् ========= ऋग्वेद एवं अथर्ववेद में एक मन्त्र आता है जिसमें वैदिक नारी के छः भूषणों का उल्लेख वा वर्णन है। हम इस मन्त्र व इस पर आर्यजगत के कीर्तिशेष संन्यासी स्वामी विद्याननन्द विेदेह जी के पदार्थ व व्याख्या को प्रस्तुत कर रहे हैं। मन्त्र निम्न हैः इमा नारीरविधवाः सुपत्नीरांजनेन सर्पिषा सं विशन्तु। अनश्रवोऽनमीवाः सुरत्ना […]

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