Categories
इतिहास के पन्नों से

स्वतंत्रता सेनानी विजय सिंह पथिक की 68 वी पुण्यतिथि पर विशेष आलेख

देवेंद्र सिंह आर्य (एडवोकेट) (चेयरमैन ‘उगता भारत’ समाचार पत्र) पश्चिम उत्तर भारतवर्ष, वर्तमान के देश पाकिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान ,जॉर्जिया आदि देशों में एक जाति पाई जाती है जिसको जुज्र कहा जाता था जिसके नाम पर रूस के तथा कश्यप सागर के पश्चिम में जॉर्जिया देश अवस्थित है। इसी का अपभ्रंश करके गुर्जर कहते […]

Categories
राजनीति

अब नहीं तो कब सुधरेगी सबसे पुरानी पार्टी

वेदप्रताप वैदिक उदयपुर में हुआ कांग्रेस का चिंतन-शिविर और राहुल गांधी की लंदन-यात्रा- दोनों घटनाएं ऐसी हुई हैं, जिनसे कांग्रेस के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जगना आसान नहीं लग रहा है। वैसे चिंतन-शिविर, यह नाम अपने आप में बहुत आशा जगा देता है। उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस के नेता इस शिविर में […]

Categories
आतंकवाद

हिंदू हाथों में इस्लाम की तलवार

यासीन मलिक को सजा– कश्मीर में जो नरसंहार हुआ उसका अपराधी केवल यासीन मलिक नहीं है। इसके साथ वे सैंकड़ों बौध्दिक आतंकी हैं जिन्हें दुनिया एक्टिविस्ट कहती है। ये सब लोग आराम का जीवन जी रहे हैं। इनको शायद ही कभी कोई सजा मिले। JNU के टुकड़े टुकड़े गैंग जब बोलता है कि मकबूल ने […]

Categories
मुद्दा

राजनैतिक दल स्पष्ट करें डिलिस्टिंग के पक्ष में हैं या विरोध में ?

जनजातीय मुद्दों पर प्रतिदिन अपने स्वार्थ की रोटियां सेंकने वाले विभिन्न संगठन व राजनैतिक दल डिलिस्टिंग जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुप क्यों हैं? स्पष्ट है कि वे कथित धर्मान्तरित होकर जनजातीय समाज के साथ छलावा और धोखा देनें वाले लोगों के साथ खड़े हैं. ये कथित दल, संगठन और एनजीओ भोले भाले वनवासी जनजातीय समाज […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

दिलवाड़ा के जैन मंदिरों की स्थापत्य कला पर है भारत को नाज

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल मन्दिर की छतों पर झूमते, लटकते कमलआकृति के गुम्बज का पेंडेंट नीचे की ओर आते हुए गोलाकार संकरा होता हुआ एक बिन्दु बनाता है जो कमल की तरह प्रतीत होता है।जगह-जगह पर अम्बिका, पद्मावती, शीतला, सरस्वती, नृत्य करती नायिकाएं हाथी-घोड़े, हंस, वाद्य बजाते वादक। स्तम्भों एवं तोरण द्वारों पर बनी कलात्मक […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

पहले सत्याग्रही : विजय सिंह ‘पथिक’

सत्याग्रह के प्रथम पथिक ‘पथिक’ ही हो सकते थे यहां, भला उनके समान वीर योद्धा हमको मिलता है कहां ? जब तक जिये संसार में सम्मान पूर्वक ही जिए, सर्वत्र ‘विजय’ ही मिली, कदम रख दिए थे जहां।। विजयसिंह ‘पथिक’ भारतीय स्वाधीनता संग्राम के काल में सत्याग्रह का सबसे पहले प्रयोग करने वाले सफल राजनेता […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

सोने के जेवरों का भी प्रयोग करते थे हड़प्पा वासी

विनोद कुमार यादव 350 हेक्टेयर में फैले मशहूर राखीगढ़ी पुरास्थल की खुदाई से यह सिद्ध हो गया है कि हड़प्पा सभ्यता का सर्वाधिक सुनियोजित, सुव्यवस्थित, खूबसूरत और बड़ा नगर मोहनजोदड़ो नहीं, बल्कि यही है। फिलहाल जो खुदाई चल रही है, उसमें कब्रें, कंकाल, नगरीय व्यवस्था के साथ-साथ सोने के जेवरों की फैक्ट्री भी मिली है। […]

Categories
राजनीति

भाजपा राहुल को दे धन्यवाद

डॉ. वेद प्रताप वैदिक राहुल गांधी ने लंदन जाकर भारत की राजनीति, सरकार, संघवाद, विदेश मंत्रालय आदि के बारे में जो बातें कहीं, वे नई नहीं हैं लेकिन सवाल यह है कि उन्हें विदेशों में जाकर क्या यह सब बोलना चाहिए? भारत में रहते हुए वे सरकार की निंदा करें, यह बात तो समझ में […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

भारत की प्राचीन स्थापत्य कला के गीत गाते रणकपुर के भव्य मंदिर

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल देश के अनेक जैन मंदिरों की श्रंखला में राजस्थान के रणकपुर जैन मन्दिर को धर्म और आस्था के साथ शिल्प का चमत्कार कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। भारत में आश्चर्यों की कमी नहीं है। दुनिया में अद्भुत मंदिरों, गुफाओं और खूबसूरत विरासतों के लिए पहचान बनाने वाला हमारा देश बहुत […]

Categories
कविता

गीता मेरे गीतों में, गीत संख्या — 5 , देहावस्था और ज्ञानीजन

देहावस्था और ज्ञानीजन बचपन, जवानी और बुढ़ापा यह इस देह में देखे जाते हैं, ये होकर नहीं रहने वाले , एक दिन साथ देह ले जाते हैं। ‘देहवाला’ भी छोड़ निकल भागे ना हाथ किसी के आता, धीरपुरुष सचमुच में अर्जुन ! स्वयं को भव से दूर हटाते हैं।। अर्जुन ! बचपन और लड़कपन दोनों […]

Exit mobile version