बृजेश शुक्ल राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की लाइन याद आ रही है कि ‘कौन थे, क्या हो गए हैं और क्या होंगे अभी।’ चुनावी प्रबंधन के गुरु माने जाने वाले प्रशांत किशोर यानी पीके ने कांग्रेस के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया कि वह पार्टी में शामिल हो जाएं। सवाल है, क्या देश की राजनीति में […]
