ललित गर्ग भारत में पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है। अकबर इलाहाबादी ने इसकी ताकत एवं महत्व को इन शब्दों में अभिव्यक्ति दी है कि ‘न खींचो कमान, न तलवार निकालो, जब तोप हो मुकाबिल तब अखबार निकालो। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 3 मई को मनाया जाता है। प्रेस किसी […]
Month: May 2022
अजय कुमार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के समय सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार अपनी चुनावी सभाओं में कहते घूमते रहे थे कि बसपा को वोट देना बेकार है। वह कह रहे थे कि बसपा, बीजेपी की बी टीम है तथा भाजपा और बसपा के बीच समझौता हो गया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के समय […]
उगता भारत ब्यूरो हिन्दू धर्म और जाति की रक्षा के लिए जिन महापुरुषों ने अपने प्राण और सर्वस्व की बाजी लगा कर हिन्दू जाति के नाम को ऊँचा किया है, उनमें छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, गुरु गोविन्दसिंह और वीर बन्दा वैरागी के साथ सरदार हरी सिंह नलवा का नाम भी बड़े आदर के साथ लिया […]
डॉ. सुरेन्द्रकुमार देश के गृहमंत्री अमित शाह जी ने हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए आग्रह किया। गृहमंत्री जी का कहना था कि हिंदी को अंग्रेजी के स्थान पर प्राथमिकता देनी चाहिए। उनके इस बयान में कुछ भी गलत नहीं था। भारतीय शिक्षा-पद्धति में सुधार, परिष्कार और समयानुकूल परिवर्तन हेतु नीति-निर्धारण के लिए […]
छठी शताब्दी के प्रारंभ में हूणों ने कश्मीर पर विजय प्राप्त की थी और यहां पर अपना शासन स्थापित किया था। हूणों के राजा मिहिरकुल ने कश्मीर पर शासन किया। इस शासक को कई इतिहासकारों ने एक क्रूर शासक के रूप में स्थापित किया है। मिहिरकुल ने बाद में शैवमत को अपना लिया था। मिहिरकुल […]
कात्यायनी उप्रेती भारत के शैक्षणिक संस्थानों को अब विदेशी संस्थानों के साथ जॉइंट डिग्री, डुअल डिग्री और ट्वाइनिंग प्रोग्राम (twining) शुरू करने का मौका मिलेगा। इस फैसले के साथ यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) ने भारत और विदेशी संस्थानों के बीच अकादमिक साझेदारी को आसान किया है। अब भारत के उच्च शिक्षा संस्थान विदेशी विश्वविद्यालयों के […]
मां गंगा का अवतरण,महर्षि परशुराम का जन्मदिन ,मां अन्नपूर्णा का जन्म, द्रौपदी का चीर हरण, कृष्ण सुदामा का मिलन ,कुबेर को आज के दिन खजाना मिलना, सतयुग त्रेता युग का प्रारंभ होना, ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय का अवतरण, प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बद्रीनारायण का कपाट खोलना, बांके बिहारी मंदिर में केवल आज ही के दिन […]
मनुष्य धर्म का सार
देवेंद्र सिंह आर्य एडवोकेट (चेयरमैन ‘उगता भारत’ समाचार पत्र) धर्म जीवन में धारण करने के नियमों का नाम है । जो हो समस्त सृष्टि का एक ही होता है। धर्म कोई ग्रहण करने की योग्य वस्तु नहीं है।धर्म भिन्न-भिन्न नहीं हो सकता। यदि कोई भिन्न-भिन्न है तो वह मत, पंथ, रिलीजन, मजहब हैं जो धर्म […]
राष्ट्रीय बनाम नकली विमर्श
पंकज जायसवाल इंटरनेट वैश्वीकरण के युग में, एक विचार या विमर्श दुनिया भर में ख़तरनाक गति से यात्रा करता है। सामाजिक और मुख्यधारा के मीडिया में वैचारिक या धार्मिक विषय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बुद्धिजीवियों, ईमानदार और बेईमान दोनों, ने ब्रेनवॉश करने या विशेष विचार प्रक्रियाओं को लागू करने में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के […]
*बहुसंख्यक हिन्दुओं को सुविधा और सुरक्षा न देना संवैधानिक अत्याचार है!- सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगले, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति* बहुसंख्यक हिन्दुओं में असुरक्षितता, बक्फ बोर्ड से सम्बंधित समस्याएं, हलाल समस्या, संविधान द्वारा हिन्दुओं से भेदभाव, हिन्दुओं पर बलपूर्वक थोपा गया सेकुलरिज्म, धर्मान्तरण, हिन्दुओं का विस्थापन जैसी बड़ी बड़ी समस्याएं संविधान की विफलता को प्रदर्शित करती हैं। इन सभी समस्याओं पर […]