बहादुर शाह ज़फर (1775-1862) भारत में मुग़ल साम्राज्य के आखिरी शहंशाह, और उर्दू के जानेे-माने शायर थे। उन्होंने 1857 का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय सिपाहियों का नेतृत्व तो किया मगर काफी हील हुज्जत के बाद ,क्योंकि तब तक उनको बुढ़ापा आ चुका था ,उनका उत्साह पुराना हो चुका था। युद्ध में हार के […]
Month: May 2022
*- विनोद बंसल, प्रवक्ता – विहिप* काशी में मां श्रंगार गौरी के दर्शन पूजन के अधिकारों को पुन: प्राप्त करने के लिए हिंदू समाज दशकों से प्रतीक्षा कर रहा है। इस संबंध में काशी के न्यायालय में वाद पर माननीय न्यायाधीश ने उस परिसर की वीडियोग्राफी और सर्वे का आदेश दिया। एडवोकेट कमिश्नर के माध्यम […]
ओ३म् ========= मनुष्य शरीर में एकदेशी, अल्प परिमाण, सूक्ष्म व चेतन आत्मा का निवास होता है। चेतन पदार्थ का गुण-धर्म ज्ञान प्राप्ति व ज्ञानानुरूप कर्मों को करके अपनी उन्नति करना होता है। जीवात्मा व मनुष्य पर यह बात लागू होती है। संसार में जीवात्माओं से भिन्न एक परम सत्ता ईश्वर की भी है जो सत्य, […]
व्यक्ति विशेष: स्व. बलराज मधोक (25-02-1920 * 02-05-2016) ——————— भारतीय राजनीति के वर्तमान को समझने के लिए इतिहास की मदद ले तो उसमें कई ऐसे पृष्ठ मिलते हैं जिन पर धूल जम गई है। ऐसा ही एक पृष्ठ है प्रो. बलराम मधोक। मुख्यधारा को दिशा देने वाले भी कभी कभी गुमनामी की गुफा में खो […]
-प्रियांशु सेठ सूर्यवंशी और चन्द्रवंशी राजाओं की सन्तान ही राजपूत लोग हैं। मेवाड़ के शासनकर्त्ता सूर्यवंशी राजपूत हैं। ये लोग सिसोंदिया कहलाते हैं; जो श्रीरामचन्द्र जी के पुत्र लव की सन्तान हैं। वाल्मीकि रामायण में आया है कि श्रीराम जी ने अपने अन्तिम समय लव को दक्षिण कौशल और कुश को उत्तरीय कौशल का राज्य […]
उदयन देव की मृत्यु और रानी रानी के जीवन में कई ऐसे अवसर आए जब उसे नियति ने कड़ी मार लगाई। पहले पिता का वध किया गया । उसके पश्चात पति का देहांत हुआ और फिर दूसरे पति उदयन देव से विवाह किया तो अब वह भी साथ छोड़ गया। यह सन 1338 की घटना […]
डॉ॰ राकेश कुमार आर्य 1947 में भारत के पहले शिक्षामंत्री बने मौलाना अबुल कलाम आजाद। उन्होंने कांग्रेस के द्वारा अपनी वर्धा योजना के अंतर्गत भारत के लिए प्रस्तावित की गई शिक्षा नीति के अंतर्गत भारत के शिक्षा संस्कारों को बिगाड़ने का काम आरंभ किया।उन्होंने ही इतिहास का विकृतिकरण करते हुए मुस्लिम मुगल शासकों को हिंदू […]
मनोज कुमार बिटिया का आसमांं ऊंचा होता जा रहा है और बिटिया कह रही है कि आसमां थोड़ा और ऊंचा हो जाओ ताकि मैं तुम्हें छू सकूं। आज जब हम भारतीय सांस्कृतिक परम्परा के सबसे बड़े त्यौहार अक्षय तृतीया मना रहे हैं तब हमारे सामने दशकों से जड़ें जमायी हुई सामाजिक कुरीति के रूप में […]
शिथिल करो बंधन तर्ज : – बचपन की मोहब्बत को …. माया में रमा मानव ना भगवान से मिल पाता। सत , रज, तम तीनों के महा-भ्रम में पड़ जाता।। टेक।। सत , रज , तम – तीनों से माया ने रचा जीवन। इन से ही जगत बना भोगों का पड़ा बंधन ।। जो इन […]
*महाराणा का हाथी*____________
साथियों हम में से अधिकांश ने मेवाड़ केसरी महाराणा प्रताप के घोड़े *चेतक के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन उनका एक हाथी भी था जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। उदयपुर के टाइगर हिल स्थित प्रताप गौरव केंद्र में महाराणा प्रताप और उनके प्रिय हाथी जिसका नाम *रामप्रसाद* था की प्रतिमा […]