डॉ. वेदप्रताप वैदिक जो मेहनतकश लोग हैं, वे बीमार कम पड़ते हैं लेकिन जब पड़ते हैं तो उनके इलाज का ठीक-ठाक इंतजाम किसी भी राज्य में नहीं होता। उत्तर प्रदेश में भी 70 प्रतिशत मरीज निजी अस्पतालों में जाते हैं। सरकारी अस्पतालों में भयंकर भीड़ होती है। भारत में सरकारी अस्पतालों को देखकर हमारे केंद्र […]
Month: May 2022
भीड़ तंत्र की अराजकता से सभ्य समाज को समझना चाहिए ज्ञानव्यापी स्थल पर तथाकथित मस्जिद की वीडियोग्राफी को उस भीड़ तंत्र के माध्यम से प्रतिबंधित किया गया। जिसका नेतृत्व उन कठमुल्लाओ द्वारा हो रहा है जो आक्रामक,अराजक, हिंसात्मक होने के पश्चात भी पीड़ित व्यक्ति का कार्ड खेलकर,संविधान व् न्यायालय का सहारा लेकर सदैव कटटरवादी मानसिकता […]
वी भगैया *जो देश शांतिकाल में जितना अधिक स्वेद(पसीना ) बहाता हैं उस देश को युद्धकाल में उतना ही कम रक्त बहाना पड़ता है। *संघ के स्वयंसेवक शांतिकाल में स्वेद(पसीना) बहा रहे हैं ताकि युद्धकाल में देश को लिए कार्य कर सके। *जब हमें कूलर में भी गर्मी लग रहीं है, उस समय संघ के […]
प्रियांशु सेठ सूर्यवंशी और चन्द्रवंशी राजाओं की सन्तान ही राजपूत लोग हैं। मेवाड़ के शासनकर्त्ता सूर्यवंशी राजपूत हैं। ये लोग सिसोंदिया कहलाते हैं; जो श्रीरामचन्द्र जी के पुत्र लव की सन्तान हैं। वाल्मीकि रामायण में आया है कि श्रीराम जी ने अपने अन्तिम समय लव को दक्षिण कौशल और कुश को उत्तरीय कौशल का राज्य […]
आकर्षण का केंद्र है कोहिनूर टॉय ट्रेन
डॉ. प्रभात कुमार सिंघल भारत के पर्वतीय स्थलों को हर किसी का सपना होता हैं। जब भी इनकी यात्राओं का कार्यक्रम बनता है मन में रोमांस की हिलोरें उठने लगती हैं। ऊँचे-ऊँचे हरे-भरे पर्वत, पेड़-पौधे, झील,झरने, वन्यजीव से सरोबार वादियां-घाटियां, हॉर्स राइडिंग,माउंटेन बाइकिंग, ट्रेकिंग,बोटिंग चाय एवं कॉफी के बागान , सूर्योदय एवं सूर्यास्त के दृश्य […]
शाहमीर के शासन काल से ही मुस्लिमों के लिए कश्मीर को सुरक्षित बनाने की प्रक्रिया आरंभ हो गई। कहने का अभिप्राय है कि भविष्य की धारा 370 और उससे उपजी जटिलताओं का श्रीगणेश इसी काल में हुआ। इसके शासनकाल में एक नहीं अनेक विदेशी मुस्लिम बड़ी सहजता से कश्मीर में प्रवेश पाने में सफल हो […]
अशोक मधुप दिल्ली भाजपा के नेता तजिंदर बग्गा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बारे में कुछ ट्वीट किए। आप पार्टी के लोगों ने इन्हें आपत्तिजनक माना। दिल्ली की पुलिस केंद्र के अधीन काम करती है। ऐसी हालत में उससे कोई उम्मीद नहीं थी। दिल्ली के भाजपा के नेता तजिंदर बग्गा की गिरफ्तारी के […]
खिलाफत आंदोलन के नाम पर हिन्दुओं के नरसंहार को भूलकर आजादी के आंदोलन का हिस्सा बताना गांधी जी की गलती को दोहराना है । 1919 से 1924 का वह कालखंड जिसमें भारत के मुसलमान ब्रिटेन का विरोध इसलिए कर रहे थे की तुर्की में खलीफा की सत्ता को विस्थापित न किया जाए । खलीफा मुस्लिम […]
ओ३म् -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। आर्यसमाज की शिरोमणि सभा सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, दिल्ली के लगभग चार दशक पूर्व मंत्री रहे श्री ओम्प्रकाश पुरुषार्थी जी ने एक लघु पुस्तक ‘आर्यसमाज और अस्पर्शयता निवारण’ (कार्य प्रणाली और सफलतायें) लिखी है। इस पुस्तक के द्वितीय संस्करण का प्रकाशन सन् 1987 में हुआ था। पुस्तक की भूमिका सभा […]
समुंद्र की सरताज ,बजाऊ जनजाति”
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” हिंद महासागर , पेसिफिक ओसियन में इंडोनेशिया, ब्रुनेई फिलिपींस जैसे दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के समुद्र तट दीपों पर बजाउ जनजाति लाखों वर्षों से निवास करती है| दुनिया में इनकी संख्या केवल 12 लाख के लगभग है| समुंदर इन का घर बन गया है यह समुंदर में ही तैरते हुए घर बनाती है… इस […]