वामपंथी मकड़जाल कुछ वर्ष पूर्व (2018 में) केरल में पैदा हुए और कर्नाटक में रहने वाले ‘करण आचार्य’ ने “क्रोधित हनुमान” की एक पेंटिंग बनाई थी, अचानक यह पेंटिंग देश भर में सुर्खियों में आ गया था। OLA-UBER समेत निजी वाहन वाले हनुमान जी की इस तस्वीर को अपने-अपने कारों के ऊपर लगाने लग गये। […]
Month: May 2022
‘ विश्व कवि रामधारी सिंह दिनकर’ – इस ग्रंथ के प्रधान संपादक साहित्य जगत के जाने-माने हस्ताक्षर और मां भारती के प्रति समर्पित व्यक्तित्व के धनी हरिबल्लभ सिंह ‘ आरसी’ (विद्यासागर) हैं। इस अद्भुत ग्रंथ के माध्यम से श्री आरसी जी ने भारतीय संस्कृति के प्रति समर्पित एक कवि को ही अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित […]
दहेज का दानव और सूचना तकनीक*
•••○•••○•••○•••○••• 🦹🏿♂️😈🗿💻💸💎💵💻⌨️💻 21वीं सदी सूचना तकनीक की सदी है। वैश्विक व्यवस्था में सूचना तकनीक के बल पर शिक्षा व्यापार अर्थव्यवस्था मे धरातलीय सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। चाहे सर्विस सेक्टर हो या मैन्युफैक्चरिंग कृषि क्षेत्र सूचना तकनीक की धमक प्रत्येक क्षेत्र में दिखाई देती है। आज के युग मे आप चाहे किसी भी देश के नागरिक […]
ओ३म् ========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के दिनांक 11-5-2022 से 15-5-2022 तक आयोजित पांच दिवसीय ग्रीष्मोत्सव के समापन आयोजन में आर्यजगत् के शीर्ष विद्वान डा. वागीश आर्य जी का सम्बोधन हुआ। उन्होंने अपना सम्बोधन एक वेदमन्त्र बोलकर आरम्भ किया। अपने सम्बोधन के आरम्भ में उन्होंने प्रश्न किया कि आर्य और हिन्दू शब्द में क्या […]
सुरेश हिन्दुस्थानी सत्य पर कितना भी परदा डाला जाए, लेकिन एक समय ऐसा भी आता है कि उसका वास्तविक स्वरूप सामने आ ही जाता है। हालांकि यह विसंगति भी रही है कि सच को झूठ प्रमाणित करने के लिए भी कवायद की जाती रही हैं। समाज को भ्रमित करने वाली इस प्रकार की साजिश के […]
डा. राधे श्याम द्विवेदी बाबा विश्वनाथ का मंदिर काशी में भगवान शिव और माता पार्वती का आदि स्थान कहा जाता है। 11वीं सदी तक यह अपने मूल रूप में बना रहा। काशी शिव की नगरी के रूप में पूरे विश्व के सनातनियो द्वारा पूजी जाती रही है। विश्वनाथ मंदिर पर घात प्रतिघात सबसे पहले इस […]
*कृषक हितैषी, कृषि में सहयोगी परिंदे*
_________________________________ इमानदारी पक्षपात पूर्ण भाव से कृषि के विकास, किसानों के कल्याण के लिए कोई पुरस्कार दिया जाए तो ऐसे किसी पुरस्कार को पाने के प्रथम अधिकारी पक्षी ही होंगे। फल, सब्जी, दलहन तिलहन जैसी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटो को खाकर पक्षी सदियों से किसानों की अपूर्व अतुलनीय निशुल्क मदद करते आए हैं। […]
पूरे दिन स्वयं को जलाकर उच्चतम तपिश को झेलने के पश्चात अपने प्रकाश को पृथ्वी के भूभाग पर फैलाने के बाद और अंधेरे को दूर भगा कर अपनी यात्रा के अवसान पर सूर्य देव के मन में एक प्रश्न उठ रहा था, बार बार उसको परेशान और उद्वेलित कर रहा था प्रश्न कि मेरे अस्त […]
महात्मा बुद्ध एवं माँसाहार
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रकाशित महात्मा बुद्ध महान समाज सुधारक थे। उस काल में प्रचलित यज्ञ में पशु बलि को देखकर उनका मन विचलित हो गया और उन्होंने उसके विरुद्ध जन आंदोलन कर उस क्रूर प्रथा को रुकवाया। महात्मा बुद्ध जैसे अहिंसा के समर्थक एवं बुद्ध धर्म के विषय में दो बातें उनके आंदोलन […]
पाखण्डवाद के बढ़ते कदम*
!!ओ३म्!! *लेखक:- डॉ. सोमदेव शास्त्री(मुम्बई)* 9869668130 आर्य समाज के नियमों का पाठ करते हुए आर्य जन अपने साप्ताहिक सत्संग में कहते हैं कि अविद्या का नाश और विद्या की वृद्धि करनी चाहिए। ईश्वर और धर्म के नाम पर प्रचलित सभी प्रकार के पाखंडों का पुरजोर खंडन आर्य समाज करता रहा है। चाहे वह पाखंडवाद,अंधविश्वास हिंदू […]