यजुर्वेद पारायण यज्ञ के अंतिम और सातवें सत्र में अपना संबोधन देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र भाटी ने कहा कि पश्चिमी देशों के तथाकथित विद्वानों के साथ-साथ कम्युनिस्ट और कांग्रेसी मानसिकता के लोगों ने वेदों के अर्थ का अनर्थ किया है। देश के पौराणिक समाज ने भी वेद के मन्त्रार्थ […]
Month: April 2022
यजुर्वेद और यज्ञों का महत्व
मनमोहन कुमार आर्य चार वेद, ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद एवं अथर्ववेद, ईश्वरीय ज्ञान है जिसे सर्वव्यापक, सर्वज्ञ व सर्वशक्तिमान सृष्टिकर्ता ईश्वर ने सृष्टि के आरम्भ में चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा को दिया था। ईश्वर प्रदत्त यह ज्ञान सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। वेद सभी मनुष्यों के लिए यज्ञ करने का विधान करते […]
जो सच्चे योगी होते हैं – वह पीर पराई हरते हैं। जो भी दुखिया उन्हें मिलता है उसकी भलाई करते हैं।। टेक।। जो दुखिया के दु:ख में हो दु:खी दु:ख हरने की युक्ति सोचे। कोई दुखिया रहे ना इस जग में हर प्राणी की मुक्ति खोजे।। जो ऊंची सोच सदा रक्खे ना कभी बुराई करते […]
योगेश कुमार गोयल दरअसल धरती की सेहत बिगाड़ने और इसके सौन्दर्य को ग्रहण लगाने में समस्त मानव जाति जिम्मेदार है। आधुनिक युग में मानव जाति की सुख-सुविधा के लिए सुविधाओं के हुए विस्तार ने ही पर्यावरण को सर्वाधिक क्षति पहुंचाई है और निरन्तर हो रहा जलवायु परिवर्तन इसी की देन है। इस साल मार्च महीने […]
यजुर्वेद का साधारण परिचय
यजुर्वेद में विशेष क्या है ? यजुर्वेद में विभिन्न प्रकार के यज्ञों की चर्चाएं हैं। कर्मकांड है। यजुर्वेद का तात्पर्य ऋग्वेद से प्राप्त ज्ञान को, विचारों को कार्य में परिणत करके अभीष्ट की सिद्धि कैसे प्राप्त हो ? इसका विवरण है। कर्म का सोपान चढ़ने के लिए जो प्रेरित करता है ,जो कर्म वेद है, […]
लेखक, चिंतक और विधिवेत्ता देवेंद्र सिंह आर्य जी एडवोकेट के विधि व्यवसाय के सफल 45 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आर्य बंधु परिवार में आयोजित चार दिवसीय यजुर्वेद पारायण महायज्ञ के अंतिम सत्र दिनांक 18 अप्रैल 2022 को समापनीय सभा की अध्यक्षता करते हुए मुझे अपार हर्ष की अनुभूति हुई। आर्य बंधु परिवार ने […]
यजुर्वेद पारायण यज्ञ के अंतिम सत्र 18 अप्रैल को मुख्य वक्ता के रूप में अपना वक्तव्य रखते हुए अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्र ने कहा कि संप्रदायवाद का अंत वेद के मानवतावाद से ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि जब मानव मानवतावादी होकर कार्य करने लगता है तो […]
यजुर्वेद पारायण यज्ञ में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुए राष्ट्र निर्माण पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष ठाकुर विक्रम सिंह ने 18 अप्रैल के अंतिम सत्र में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने प्राचीन काल में मानवता के कल्याण को अपना आदर्श बनाया। वेद के संदेश को अपने लिए आदेश मानकर हमारे […]
यजुर्वेद पारायण यज्ञ में मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित हुए राष्ट्र निर्माण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आनंद कुमार ने 18 अप्रैल को “वेद और मानव धर्म” विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने मानव को मानव बनाने के लिए एक पूरा वर्ण=ब्राह्मण वर्ण तैयार किया। विश्व के अन्य देशों […]
ललित गर्ग कैसी विसंगतिपूर्ण साम्प्रदायिक सोच है कि जब हमारी ऊर्जा विज्ञान व पर्यावरण, शिक्षा एवं चिकित्सा के जटिल मुद्दों को सुलझाने में खर्च होनी चाहिए थी, वो ऊर्जा सांप्रदायिक ताकत को बढ़ाने के लिए खर्च हो रही है। ऐसा क्यों है? समस्याएं अनेक हैं। बात कहां से शुरू की जाए। खो भी बहुत चुके […]