*”योग करे निरोग” पर गोष्ठी सम्पन्न* गाजियाबाद,रविवार 24 अप्रैल 2022,केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “योग करे निरोग” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कोरोना काल में 388 वां वेबिनार था। मुख्य वक्ता योगाचार्या रजनी चुघ ने कहा कि शारीरिक,मानसिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए दैनिक योग अत्यंत आवश्यक है। अपने […]
Month: April 2022
हिमाचल प्रदेश के अंब में प्राची राणा की हत्या नहीं हुई, बहुत क्रूर तरीके से गला काटकर हत्या हुई। हत्यारा उस घर में अखबार देनेवाला आसिफ मोहम्मद था। प्राची राणा दसवीं में पढनेवाली बच्ची थी और मां बाप की इकलौती संतान थी। मां बाप दोनों नौकरी करते थे, इसलिए दिन भर घर से बाहर ही […]
डॉ. प्रभात कुमार सिंघल प्राय: देखने में आता है कि आज के इंटरनेट युग में पाठकों ने पुस्तकों से दूरी बना ली है। एक समय था जब किताबें मानव के मनोरंजन के साथ – साथ ज्ञान, शिक्षा का भंडार और संस्कृति का संवाहक मानी जाती थी। बच्चों से लेकर बूढ़े तक अपनी – अपनी रुचि […]
‘राजतरंगिणी’ का शाब्दिक अर्थ भारत के प्राणतत्व के साथ किस प्रकार कश्मीर एकाकार होकर रहा है ? इस पर कल्हण जैसे मनीषी ने अपनी पुस्तक ‘राजतरंगिणी’ में विशेष प्रकाश डाला है। कश्मीर के इतिहास को जानने के लिए सचमुच ‘राजतरंगिणी’ एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इस पुस्तक के नामकरण में भी कवि की विद्वता झलकती है। […]
गेंहू निर्यात और भारत का मेहनती किसान
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा पहले कोरोना और अब यूक्रेन-रूस युद्ध ने दुनिया के सामने सारी तस्वीर ही बदल कर रख दी है। रूस और यूक्रेन पर पूरी तरह से निर्भर मिस्र जैसे अनेक देश आज भारत की ओर ताक रहे हैं। पिछले दिनों ही मिस्र ने भारत से गेहूं आयात करने को लेकर हरी झंडी […]
उगता भारत ब्यूरो कलकत्ते में पिछले २० वर्षो में खास करके वृहत्तर बड़ा बाजार में हावड़ा ब्रिज से ले कर राइटर्स बिल्डिंग तक और हावड़ा ब्रिज से ले कर सियालदह स्टेशन तक जो कि मुख्यता वाणिज्यिक क्षेत्र है वहां पर देखा गया है कि अधिकांश दुकान, गद्दी, ऑफिस, मकान, आवासिक घर कमोबेश ९०% तक मुस्लिम […]
श्रीमत् स्वामी समर्पणानन्दजी सरस्वती देश के गृहमंत्री अमित शाह जी ने हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए आग्रह किया। गृहमंत्री जी का कहना था कि हिंदी को अंग्रेजी के स्थान पर प्राथमिकता देनी चाहिए। उनके इस बयान में कुछ भी गलत नहीं था। – भारत में फूट के लिए सबसे अधिक उत्तरदाता विदेशी […]
डॉ. राजेन्द्र साहिल 21 अप्रैल को 400वें प्रकाश पर्व पर विशेष.. डॉ. राजेन्द्र साहिल संसार को ऐसे बलिदानियों से प्रेरणा मिलती है, जिन्होंने जान तो दे दी, परंतु सत्य का त्याग नहीं किया। नवम पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी भी ऐसे ही बलिदानी थे। गुरु जी ने स्वयं के लिए नहीं, बल्कि दूसरों के […]
यजुर्वेद में यज्ञ की अनेकों स्थानों पर बड़ी अच्छी व्याख्या की गई है।यजु० अ० १८ मन्त्र ६२ में ‘यज्ञम्’- ‘अध्ययनाध्यापनाख्यम्’ – अध्ययनाध्यापन कर्म का नाम यज्ञ है। यजु० अ० २२ मन्त्र ३३ में ‘यज्ञ’ शब्द बहुत बार आया है। यदि इस मंत्र को यजुर्वेद का सार तत्व कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति न होगी । […]
यजुर्वेद में यज्ञ की महिमा
श्री सायण, उव्वट, महीधर ने जिस प्रकार वेदों के अश्लील परक अर्थ किए। उससे ईश्वरीय वाणी के रूप में स्थापित रहे वेदों की महिमा का बहुत अधिक हनन हुआ। इन अश्लील परक अर्थों को पकड़कर दूसरे मत, पंथ व संप्रदायों के लोगों ने हमारे पवित्र धर्म ग्रंथों का उपहास […]