शकील अख्तर इस विधानसभा चुनाव के पहले तक माना जाता था कि दलित मायावती को छोड़कर कहीं नहीं जा सकते। यह भी कहा जाता था कि इस चुनाव में भी अगर दलित भाजपा की तरफ जा रहा है तो वह मायावती की मर्जी से। मगर खुद मायावती ने ही अपनी यह छवि तोड़ दी। उनका […]
महीना: अप्रैल 2022
गर्व से कहो हम वैदिक धर्मी आर्य / हिंदू हैं संसार में भारत के ऋषियों का ज्ञान अनूठा और बेजोड़ है। जब सारा संसार ज्ञान – विज्ञान के क्षेत्र में क, ख, ग नहीं जानता था, तब हमारे ऋषियों का ज्ञान-विज्ञान अपनी ऊंचाइयों को छू रहा था। वैदिक सृष्टि संवत के अवसर पर यदि हम […]
वैदिक संस्कृति पूर्णतया वैज्ञानिकता पर आधारित संस्कृति है । इसके प्रत्येक रीति – रिवाज, तीज- त्यौहार आदि के पीछे भी कोई न कोई वैज्ञानिक कारण होता है। परंपरा और रूढ़ि की विद्रूपता ने आज चाहे इन परंपराओं, रीति-रिवाजों व तीज त्योहारों को कितना ही विद्रूपित क्यों न कर दिया हो, परंतु ध्यान से देखने […]
डॉ. सौरभ मालवीय एमएलसी भूपेन्द्र चौधरी को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वह पिछली सरकार में पंचायती राज मंत्री थे। एमएलसी जितिन प्रसाद को भी कैबिनेट में स्थान दिया गया है। वह कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। एमएलसी आशीष पटेल को भी कैबिनेट में स्थान दिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद […]
मृत्युंजय दीक्षित हम सामान्य रूप से एक जनवरी को बड़ी धूमधाम से नववर्ष मनाते हैं लेकिन हिंदूधर्म का नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को प्रारम्भ होता है। हिंदी पंचांग, ज्योतिष और धार्मिक एवं सामाजिक आधार पर भी इस तिथि और चैत्र माह का विशेष महत्व है। वैज्ञानिक मान्यता यह है कि हिंदू पंचांग व कालगणना अधिक […]
हिन्दू नववर्ष‘नवसंवत्सरोत्सव’ सृष्टि की उत्पत्ति का प्रकरण हर मनुष्य के लिए कौतूहल और जिज्ञासा का विषय सृष्टि के प्रारंभ से ही रहा है। इसके लिए कोई भी ऐसा प्रामाणिक साक्ष्य वेदों के अतिरिक्त संसार में प्राप्त होना असंभव है जिससे इस जिज्ञासा की पूर्ण तृप्ति हो सके। वेद तो है ही सब सत्य विद्याओं की […]
जीवन में कर्म की प्रधानता और वेद
पण्डित गंगाप्रसाद उपाध्याय कुर्वन्नेवेह कर्माणि जिजीविषेच्छतँ समा:। एवं त्वयि नान्यथेतोऽस्ति न कर्म लिप्यते नरे।। (यजुर्वेद अध्याय ४०, मन्त्र २) अन्वय :- इह कर्माणि कुर्वन् एव शतं समा: जिजीविषेत्। एवं त्वयिनरे न कर्म लिप्यते। इत: अन्यथा न अस्ति। अर्थ- (इह) इस संसार में (कर्माणि) कर्मो को (कुर्वन् एव) करते हुए ही मनुष्य (शतं समा:) सौ वर्ष […]
राजनीति अपराधी वृत्ति को बढ़ावा देने का माध्यम नहीं है अपितु आपराधिक वृत्ति को समाप्त कर जनसाधारण के जीवन में इहलौकिक और पारलौकिक उन्नति के सारे अवसर उपलब्ध कराने का पवित्रतम माध्यम है। यदि धर्म की परिभाषा पर भी विचार किया जाए तो वह भी मानव मात्र को इहलौकिक और पारलौकिक उन्नति प्रदान करने की […]
‘दि कश्मीर फाइल्स’ चलचित्र ने भारत में बडी क्रांति उत्पन्न की है । 32 वर्ष जो सत्य जनता से छिपाकर रखा गया था, वह लोगों के सामने आने से बडी जागृति हुई है । इस चलचित्र के पश्चात प्रदर्शित अनेक चलचित्रों से लोगों ने मुंह मोड लिया है । इससे लोगों ने स्पष्ट किया है […]
इमरान के पास कौनसा तुरुप का पत्ता?*
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* अब पाकिस्तान में इमरान सरकार का बचना मुश्किल है। कल पाकिस्तान के सेनापति क़मर बाजवा और आईएसआई के मुखिया जनरल नदीम अंजुम से इमरान की काफी लंबी भेंट हुई। ये दोनों इमरान से नाराज हैं। यदि इमरान ने इन दोनों को पटा लिया हो तो हो सकता है कि इमरान हारी हुई […]