ओ३म् ============= हमारे गुरुकुलों में बालक बालिकाओं को प्राचीन आर्ष संस्कृत व्याकरण अष्टाध्यायी-महाभाष्य पद्धति का ऋषि दयानन्द निर्दिष्ट पद्धति से अध्ययन कराया जाता है। अध्ययन करने के बाद कुछ प्रतिभाशाली विद्यार्थी शोध उपाधि पी.एच-डी. प्राप्त करने का प्रयत्न करते हैं। उनका प्रिय विषय वेद, दर्शन, उपनिषद, वैदिक साहित्य सहित व्याकरण आदि हुआ करते हैं। आर्यसमाज […]
Month: April 2022
राष्ट्रभाषा हिंदी और महर्षि दयानंद
स्त्रोत- स्वामी दयानन्द सरस्वती के पत्र-व्यवहार का विश्लेषणात्मक अध्ययन] लेखक- डॉ० भवानीलाल भारतीय प्रस्तोता- प्रियांशु सेठ, #डॉ_विवेक_आर्य सहयोगी- डॉ० ब्रजेश गौतमजी देश के गृहमंत्री अमित शाह जी ने हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए आग्रह किया। गृहमंत्री जी का कहना था कि हिंदी को अंग्रेजी के स्थान पर प्राथमिकता देनी चाहिए। उनके इस […]
पेट भरा लेकिन स्वाद पौष्टिकता नदारद*
______________ हरित क्रांति के साथ देश में नारा दिया गया अधिक अनाज पैदा करो नतीजा निकला देश में अनाज के भंडार लग गए अनाज उत्पादन में देश आत्मनिर्भर हो गया.. देश में गेहूं की सैकड़ों संकर प्रजाति के बीज तैयार किए गए जिनसे रिकॉर्ड अनाज उत्पादन मिला | देश के हर व्यक्ति को अनाज की […]
क्या हनुमान जी वास्तव में वानर थे ?
आज हनुमान जयंती है । हनुमानजी के भक्त भारत भर में उसे धूमधाम से मनाएंगे । अधिकांश लोग हनुमानजी को वानर(बंदर) मानते है पर क्या वह वास्तव में वानर (बंदर) थे ? आइये विचार करते है : १- हनुमान जी की माता जी का नाम ‘अंजनी’ था और पिता जी का नाम ‘पवन’ था। ये […]
गतांक से आगे…. इस तरह से मुसलमानों ने संस्कृत भाषा के द्वारा अपने भाव, अपने विचार और विश्वासों को हमारे भावों, विचारों और विश्वासों में भरा है और हमारी संस्कृति में क्षोभ पैदा कर दिया है इसी तरह उनके दूसरे दल ने गुरु बनकर और देसी भाषा में नये-नथे ग्रन्थ रचकर भी हिन्दुओं के विश्वासों […]
मोदी-बाइडन सार्थक संवाद*
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* जब से रूस और यूक्रेन का युद्ध चला है, मैं बराबर लिखता रहा हूं कि इस मामले में भारत सर्वश्रेष्ठ मध्यस्थ हो सकता है, क्योंकि अमेरिका, रूस और यूक्रेन, तीनों से उसके संबंध उत्तम हैं। मुझे खुशी है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से बात करके […]
‘राजतरंगिणी’ का शाब्दिक अर्थ भारत के प्राणतत्व के साथ किस प्रकार कश्मीर एकाकार होकर रहा है ? इस पर कल्हण जैसे मनीषी ने अपनी पुस्तक ‘राजतरंगिणी’ में विशेष प्रकाश डाला है। कश्मीर के इतिहास को जानने के लिए सचमुच ‘राजतरंगिणी’ एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इस पुस्तक के नामकरण में भी कवि की विद्वता झलकती है। […]
रमेश सर्राफ धमोरा गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रधानमंत्री मोदी से नजदीकी के चलते ही जल शक्ति जैसा बड़ा मंत्रालय दिया गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी राजस्थान भाजपा के बड़े नेता माने जाते हैं। मगर संवैधानिक पद पर रहने के कारण वह खुले तौर पर किसी भी गुट से संबंद्ध नहीं हैं। राजस्थान में […]
प्रह्लाद सबनानी नेपाल एक बहुत खूबसूरत दक्षिण एशियाई राष्ट्र है। नेपाल के उत्तर मे तिब्बत है तो इसके दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत की सीमाएं लगती हैं। नेपाल के 81.3 प्रतिशत नागरिक सनातन हिन्दू धर्म को मानते है। नेपाल पूरे विश्व में प्रतिशत के आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल की […]
उत्तराखंड की ‘टुपली’ टोपी का राजशाही सफर
व्योमेश चन्द्र जुगरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामान्य सी वस्तु में भी विशिष्टता ढूंढ लेते हैं। फिर उसका उपयोग कैसे करना है, उनसे बेहतर कोई नहीं जानता। अभी हाल में अहमदाबाद के रोड-शो में वह एक खास तरह की भगवा टोपी में दिखे और यही टोपी बीजेपी के स्थापना दिवस पर पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के […]