— – इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, महामन्त्री, वीर सावरकर फ़ाउंडेशन ——————————————— आज जब ‘द कश्मीर फाइल्स’ के माध्यम से वस्तुस्थिति को हमने बहुत कुछ समझ लिया है , तब कश्मीर के बारे में और भी कुछ जानने , समझने व सुनने की हमारी जिज्ञासा बढ़ने लगी है । यह अच्छी बात है कि आज का […]
Month: March 2022
नई दिल्ली। यहां स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय के सर शंकरलाल ऑडिटोरियम में अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए सत्येंद्र कुमार आर्य ने हमें बताया कि 22 मार्च, भारत सरकार के राष्ट्रीय कलेंडर शक संवत नव वर्ष को गुर्जर समुदाय प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय गुर्जर दिवस के रूप में बड़े […]
कश्मीर का गौरवपूर्ण वैदिक काल
वैदिक संस्कृति और सभ्यता के निर्माण में कश्मीर का विशेष और महत्वपूर्ण स्थान है। सृष्टि के प्रारंभिक काल से ही भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा को और भी अधिक मुखरित करने में कश्मीर का बहुत भारी योगदान रहा है । अनेकों ऋषियों ने यहां से वेदों की ऋचाओं के माध्यम से संसार को सुख – […]
वेदों में जल का महत्व
उगता भारत ब्यूरो विश्व जल दिवस 22 मार्च पर वेदों में जल कई प्रकार के वर्णित किये गए हैं और उनके सम्बन्ध में यह कहा गया है कि वे सबके लिए प्रदूषणशामक एवं रोगशामक हों: शं त आपो हैमवती: शमु ते सन्तूत्स्या:। शं ते सनिष्यदा आप: शमु ते सन्तु वर्ष्या:।। शं त आपो धन्वन्या: […]
एक सच्चे साधु की कहानी
आचार्य मित्रसेन सिद्धान्तालंकार एक दिन स्वामी ध्यानानन्द अपनी प्रचार-यात्रा को चल दिये। वे प्रचार करते हुए हिमालय पर्वत के पास पहुंचने वाले ही थे कि उन्हें कहीं से विचित्र ध्वनि सुनाई पड़ी। उन्होंने देखा कि धू धू करके जंगल जल रहा था। जंगल के निकट रहने वाले अपनी सम्पत्ति को बचाने का यत्न कर रहे […]
प्रह्लाद सबनानी 23 मार्च, 2022 से अमर शहीद हेमू कालाणी का जन्म शताब्दी वर्ष प्रारम्भ हो रहा है इतिहास गवाह है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में वीर सेनानियों ने, मां भारती को अंग्रेजों के शासन से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से, देश के कोने कोने से भाग लिया था। इन वीर सेनानियों में […]
गांधी के कुटिल राष्ट्र घातक चिंतन कुविचारो का सर्वप्रथम वैचारिक बौद्धिक वध भगत सिंह ने ही किया। ___________________________________________ आर्य सागर खारी✍✍✍✍ मोहनदास करमचंद गांधी हाड मास का पुतला ही नहीं जैसा भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टाइन ने उनके विषय में कहा था। गांधी अनेक दुर्गुण दोषो का भी पुतला थे। गांधी को परनिंदा करने में बहुत […]
(23 मार्च भगत सिंह के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रकाशित) ‘मैं नास्तिक क्यों हूँ? शहीद भगत सिंह की यह छोटी सी पुस्तक वामपंथी, साम्यवादी लाबी द्वारा आजकल नौजवानों में खासी प्रचारित की जा रही है, जिसका उद्देश्य उन्हें भगत सिंह के जैसा महान बनाना नहीं अपितु उनमें नास्तिकता को बढ़ावा देना है। कुछ लोग […]
भारत माता को गुलामी के बंधनों से काटने के लिए जिन अनेक वीर योद्धाओं ने अपना बलिदान दिया उनमें भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव का नाम सर्वोपरि है। इन जैसे क्रांतिकारियों के कारण अंग्रेजों को दिन में चैन और रात में नींद नहीं आती थी। उन्हें चौबीसों घंटे सतर्क होकर रहना पड़ता था। कब कहां क्या […]
मंगलवार 22 मार्च 2022, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में 91 वे बलिदान दिवस पर “शहीदों के स्वपनो का भारत” विषय पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया । आज कॅरोना काल 22 मार्च 2020 की दूसरी वर्षगाँठ पर परिषद ने 375 वेबिनार पूरे कर लिए । मुख्य वक्ता नरेंद्र आहुजा विवेक(पूर्व राज्य ओषधि […]