डॉ. विवेक आर्य शंका- एक नास्तिक ने प्रश्न किया की ईश्वर विश्वास पाप से कैसे बचाता है? समाधान- ईश्वर विश्वासी व्यक्ति सर्वव्यापक अर्थात ईश्वर को जगत में हर स्थान पर स्थित होना मानता है। जो व्यक्ति ईश्वर को मानेगा तो वह ईश्वरीय कर्मफल व्यवस्था में भी विश्वास करेगा। कर्मफल सिद्धांत जो जैसा बोयेगा वो वैसा […]
महीना: मार्च 2022
*महाशिवरात्रि पर्व एवं महर्षि दयानन्द बोधोत्सव धूमधाम से सम्पन्न* *”त्रेतवाद का सिद्धान्त” महर्षि दयानन्द सरस्वती की अनुपम देन है-चौधरी सत्यवीर* गाजियाबाद,मंगलवार,01/03/2022 को आर्य केंद्रीय सभा महानगर गाजियाबाद के तत्वाधान में महाशिवरात्रि पर्व पर महर्षि दयानन्द बोधोत्सव का भव्य कार्यक्रम आर्य समाज राज नगर में धूमधाम से सम्पन्न हुआ जिसमें मुख्य वक्ता आचार्य वीरेन्द्र विक्रम (दिल्ली)ने […]
सिकंदराबाद। ( विशेष संवाददाता) यहां स्थित गुरुकुल सिकंदराबाद में महाशिवरात्रि ऋषि बोधोत्सव के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य व्याख्याता के रूप में उपस्थित रहे इतिहासकार एवं ‘उगता भारत’ के मुख्य संपादक डॉ राकेश कुमार आर्य ने कहा कि ‘कृण्वन्तो विश्वमार्यम्’ ही महर्षि दयानंद के जीवन का एकमात्र उद्देश्य था। डॉक्टर आर्य ने कहा […]
ओ३म् ========== आज मंगलवार दिनांक 1 मार्च, 2022 को ‘ऋषि-बोधोत्सव’ का पर्व आर्यसमाजों व आर्य संस्थाओं में सर्वत्र मनाया जा रहा है। आज से 183 वर्ष पूर्व टंकारा के एक शिवमन्दिर में शिवरात्रि का व्रत-उपवास करते हुए ऋषि दयानन्द को चूहे की एक घटना से बोध प्राप्त हुआ था। उन्हें बोध हुआ था कि मन्दिर […]
आज आर्य समाज महर्षि दयानंद का बोधोत्सव मना रहा है। इस अवसर पर समाज में फैले हुए पाखंड को समझ कर उसे रोकना उतना ही अनिवार्य हो गया है जितना महर्षि दयानंद के समय में आवश्यक था। आर एस एस के लोगों को हेडगेवार जी के जीवन से इस संदर्भ में बहुत कुछ सीखने की […]
बागपत। दिनांक 1 मार्च 2022 को राकेश आर्य के आवास दिल्ली रोड बागपत पर पर महर्षि दयानंद बोध दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें नगर तथा आसपास से काफी आर्य पुरुषों एवं विदुषी महिलाओं ने प्रतिभाग किया इस अवसर पर सर्वप्रथम एक यज्ञ यज्ञ का आयोजन किया गया तथा उसके उपरांत महर्षि दयानंद के […]
ओ३म् ============= आज दिनांक 26 फरवरी को हिन्दी तिथि के अनुसार ऋषि दयानन्द जी महाराज का 197वां जन्मदिवस है। ऋषि दयानन्द जी ने विलुप्त वेदों व वैदिक ज्ञान का पुनरुद्धार किया था। विलुप्त वेद संहिताओं को प्राप्त किया था और उन्हें उनके सत्य अर्थों सहित वेदार्थ को जनसामान्य तक पहुंचाया था। उन्हीं की कृपा से […]
डॉ. पवन सिंह मलिक सावरकर दुनिया के अकेले स्वातंत्र्य योद्धा थे जिन्हें दो-दो आजीवन कारावास की सजा मिली, सजा को पूरा किया और फिर से राष्ट्र जीवन में सक्रिय हो गए। वे विश्व के ऐसे पहले लेखक थे जिनकी कृति 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को दो-दो देशों ने प्रकाशन से पहले ही प्रतिबंधित कर […]
अशोक मधुप रूस के अलावा जापान, हंगरी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में लोग यूक्रेन पर हमले की कड़ी निंदा कर रहे हैं। लोग ‘युद्ध नहीं चाहिए’ के नारे लिखे पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस युद्ध को रोकने की मांग कर रहे हैं। यूक्रेन पर हमला करने […]
कमलेश पांडेय सिर्फ रक्षा क्षेत्र की ही बात करें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने बीतते लगभग पौने आठ साल के कार्यकाल में रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की जो पहल की है, वह बदलते वक्त की मांग तो है ही और समसामयिक उग्र वैश्विक परिस्थितियों में एक अहम राष्ट्रीय जरूरत भी समझी जाने लगी […]