जी. पार्थसारथी बाईस फरवरी की शाम राष्ट्रपति व्लादिमीर ने अपने लोगों और शेष विश्व के नाम संबोधन में रूस को अमेरिका से दरपेश चुनौतियों के बारे में बताया। उनके दावे के मुताबिक यह सब रूस को पड़ोसी मुल्कों से दूर करने की गर्ज से है। उनका यह भाषण पड़ोसी यूक्रेन से बढ़ते तनावपूर्ण रिश्तों के […]
Month: March 2022
न्यायिक सक्रियता समय की आवश्यकता
अनूप भटनागर शीर्ष अदालत के कड़े रुख के बावजूद उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा के चुनावों के दौरान संदिग्ध छवि वाले ऐसे व्यक्तियों को उम्मीदवार बनाने का सिलसिला जारी रहा, जिनके खिलाफ गंभीर अपराधों के आरोप में मुकदमें लंबित हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों को राजनीतिक दल का प्रत्याशी बनाने का एक […]
ओ३म ========= ऋषि दयानन्द को अपने बाल्यकाल में शिवरात्रि पर्व पर सन् 1839 में अपने गृह स्थान टंकारा के शिव मन्दिर में बोध हुआ था। टंकारा में ऋषि जन्म भूमि न्यास संचालित है जहां प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि के दिन ऋषि बोध पर्व का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में हमें भी अनेक बार जाने […]
================= रांची। मार्च 2, 2022। विश्व हिंदू परिषद, झारखंड प्रांत की एक विशेष बैठक आज रांची में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री विनोद बंसल की उपस्थिति में की गई। बैठक को संबोधित करते हुए श्री बंसल ने कहा कि देश विरोधी षड्यंत्रकारियों व जनजातीय संस्कृति के शत्रुओं द्वारा झारखंड को खंड-खण्ड करने का […]
मेरे पूज्य पिता की दिव्य आत्मा …..
कविता —- 44 मेरे पूज्य पिता की दिव्य आत्मा ….. मेरे बापू ! तुम कहां गए अपने जाने का दुःख देकर, खोजती हैं नजरें मेरी, नित्य नाम तुम्हारा ले – लेकर। ना ऐसा दिन कोई आता जब याद तुम्हारी ना आती हो, मेरे उत्सव के संसार में आ, जब वो ना सेंध लगाती हो।। आपके […]
बिखरे मोती संयम खूंटे से बाँधले, वाणी रूपी गाय, खुली छोड़ने पर तेरी, यस – खेती चर जाय।।1661।। भावार्थ :- जिनकी वाणी में प्राण और प्राण में प्राण होता है, संसार में ऐसे लोग बिरले ही होते हैं। वाणी माननीय व्यक्तित्व का सर्वश्रेष्ठ गहना है। सब गहने एक दिन अपनी चमक खो देते हैं किन्तु […]
रोहित कौशिक पांच राज्यों में लोकतंत्र का चुनावी उत्सव खत्म होने वाला है। चुनावी उत्सव का वास्तविक उद्देश्य लोकतंत्र के माध्यम से देश के आखिरी आदमी तक लाभ पहुंचाना है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर कई वर्षों से अन्याय के खिलाफ लड़ रहे इंसान को न्याय न मिल पाए तो क्या इस लोकतंत्र […]
दयानंद पांडेय सावरकर का लिखा कभी पढ़ा है आप ने ? सिर्फ़ सावरकर का माफ़ीनामा ही जानते हैं या कुछ और भी ? या सिर्फ़ लतीफ़ा बन चुके राहुल गांधी के मार्फ़त जानते हैं सावरकर को ? कभी इंदिरा गांधी के मार्फ़त भी सावरकर को जानिए। कभी पता कीजिए कि इंदिरा गांधी ने सावरकर के […]
डॉ. सौरभ मालवीय उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का पांचवां चरण 27 फरवरी को संपन्न हुआ। चुनाव अब दिलचस्प मोड़ पर आ पहुंचा है। पूर्वांचल से तय होगा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की कुर्सी किसके हिस्से में रहेगी। पूर्वांचल सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का गढ़ है। अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि है, तो गोरखपुर गुरु गोरखनाथ […]
शहीद- ए -आजम भगत सिंह की मां” _______________________________________ अनादि काल से भारत माता वीरों की जननी रही है | यह एक काव्यात्मक अलंकारिक कथन है निसंदेह भारत मां वीरों को पैदा करती है लेकिन वीरों को जनने का यह पवित्र महान कार्य भारत माता अपनी पुत्रियों को सौंप देती है | ब्रिटिश साम्राज्यवादी भारत में […]