प्रह्लाद सबनानी भारत में जापान का लगातार बढ़ रहा विदेशी निवेश भारत के लिए बहुत अच्छी खबर है। 3.5 लाख करोड़ येन की इतनी बड़ी राशि के निवेश के लक्ष्य को समय सीमा के अंदर हासिल करना जापान की भारत के प्रति गहरी आस्था को दर्शाता है। भारत और जापान के बीच आध्यात्मिक बंधुत्व एवं […]
महीना: मार्च 2022
डॉ. विवेक आर्य चुनावी माहौल आते ही राजनीतिक दल दुकानों पर लगने वाली सेल के समान रेवड़ियां बाँटने लगते है। मगर देश में बस रहे बंगला देशी और रोहिंग्या मुसलमान की समस्या को लेकर गंभीर कोई भी नहीं दिखता। जो दिखनी चाहिए। केवल आसाम में इस समस्या को लेकर कुछ प्रयास हुए है। पर उसका […]
उगता भारत ब्यूरो सोचिए! क्या बीती होगी उन लाखों कश्मीरी पंडितों पर जिन्हें इन्हीं आतंकियों के कारण अपना घर, अपना काम, अपनी जमीन सब छोड़ना पड़ा था। मनमोहन सिंह के साथ यासीन की मुलाकात की आज भी चर्चा होती है। कश्मीर में हिंदू नरसंहार और पलायन की अंतहीन कहानियों का एक सच ये भी है […]
जरुरत :—-सरकार एक ऐसी नई नीति लेकर आए जिसकी शुरुआत गांव से हो . सरकार अपनी हिस्सेदारी के साथ गांव सत्तर पर क्लस्टर बना कर रूरल इंडस्ट्री स्थापित करे और खुद गुणवत्ता पर कंट्रोल कर के मार्केटिंग की जिम्मेदारी ले भारत की पहली और सबसे विकट समस्या यह है की एक बहुत बड़ी आबादी(लगभग 60 […]
ललित गर्ग उत्तराखंड के पुनः मुख्यमन्त्री बने पुष्कर सिंह धामी ने जिस तरह राज्य में एक समान नागरिक आचार संहिता को लागू करने के अपनी पार्टी भाजपा के चुनावी फैसले को लागू करने का इरादा जाहिर किया है उसका देश के सभी राज्यों में बिना आग्रह, पूर्वाग्रह एवं दुराग्रह के स्वागत किया जाना चाहिए। समान […]
डॉ. विवेक आर्य महात्मा गाँधी के जीवन को मैं जितना पढ़ता जाता हूँ। उतना मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचता हूँ कि वर्तमान में देश की जितनी भी समस्याएं है। उन सभी की जड़ में उनका एकपक्षीय चिंतन है। अति-अहिंसावाद और मुस्लिम तुष्टिकरण की उनकी विचारधारा में देश के विभाजन होने एवं लाखों हिन्दुओं की हत्या […]
680 कश्मीरी पंडितों की हत्या, 200 केस, हत्यारों को बचाती रही सरकारें उगता भारत ब्यूरो सोचिए! क्या बीती होगी उन लाखों कश्मीरी पंडितों पर जिन्हें इन्हीं आतंकियों के कारण अपना घर, अपना काम, अपनी जमीन सब छोड़ना पड़ा था। मनमोहन सिंह के साथ यासीन की मुलाकात की आज भी चर्चा होती है। कश्मीर में हिंदू […]
ओ३म् ========= आचार्य भद्रसेन जी, अजमेर (1900-1975) वैदिक साहित्य तथा येाग के उच्च कोटि के विद्वान एवं प्रचारक थे। आपने अनेक पुस्तकें लिखी हैं। आपकी एक प्रसिद्ध पुस्तक ‘योग एवं स्वास्थ्य’ है। इस पुस्तक के कई संस्करण प्रकाशित हुए हैं। इसका एक संस्करण सन् 1998 में वैदिक साहित्य के प्रसिद्ध प्रकाशक ‘विजयकुमार गोविन्दराम हासानन्द, दिल्ली’ […]
देश के जननायक नहीं धन के नायक लोग । धर्म से ‘निरपेक्ष ‘ हैं, जो महामारी का रोग।।35।। देशहित नहीं बोलते, करें स्वार्थ की बात। गिद्ध देश में पल रहे, नोंच रहे दिन रात।।36।। राष्ट्रीयता की बात कर, राष्ट्रधर्म से है दूर । सबके हित कुछ ना करें ,स्वार्थ में गये डूब॥37॥ देश को आंख […]
नीरज पिछले दिनों कर्नाटक हाईकोर्ट ने ये कहते हुए शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर रोक लगा दी कि हिजाब इस्लामी परम्परा का हिस्सा नहीं है। फैसले के बाद मुख्य न्यायाधीश रितु राज अवस्थी को जान से मारने की धमकी दी गई। इस बारे में एक वीडियो सामने आया जिसमें धमकी देने वाले बता रहे […]