— भारतीय समाज में आजकल धर्मांतरण और हिन्दू धर्म में घर वापसी एक बड़ा विषय चर्चित और उल्लेखनीय हो चला है. यह विषय राजनैतिक कारणों से चर्चित भले ही अब हो रहा हो, किन्तु सामाजिक स्तर पर धर्मांतरण हिन्दुस्थान में सदियों से एक चिंतनीय विषय रहा है. इस देश में धर्मांतरण की चर्चा और चिंता […]
महीना: फ़रवरी 2022
ललित गर्ग स्वामी दयानन्द सरस्वती ने न केवल धर्मक्रांति की बल्कि परतंत्रता में जकड़े देश को आजादी दिलाने के लिये राष्ट्रक्रांति का बिगुल भी बजा दिया। इसके लिये उन्होंने हरिद्वार पहुँच कर वहां एक पहाड़ी के एकान्त स्थान पर अपना डेरा जमाया। महापुरुषों की कीर्ति किसी एक युग तक सीमित नहीं रहती। उनका लोकहितकारी चिन्तन […]
अंकित सिंह विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सीपेक पर कहा कि तथाकथित सीपेक में परियोजनाओं पर हमने अपनी चिंताएं हमेशा चीन और पाकिस्तान के समक्ष उठाई हैं, जो भारतीय क्षेत्र में हैं और जिस पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है। हाल में ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन का […]
कविता – 39 मानव उसको मानिए , करे परहित के काम। स्वार्थ की नहीं सोचता रखे सभी का ध्यान ।। सत्य असत्य के बीच में विवेक करत है न्याय। जो जन स्वार्थ में फंसा सदा करे अन्याय ।। मानुष गिरता है वही, जिसके गिरे विचार। मानव का उत्थान हो यदि ऊंचे रहें विचार।। आत्मा के […]
3 अप्रैल 1967 को जब चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में दो मुसलमान विधायक थे, एक दिन विधानसभा भवन में कमाल यूसुफ नाम के एक विधायक ने चौधरी चरण सिंह से कहा : चौधरी साहब आप केवल हिंदुओं की वोटों से ही मुख्यमंत्री नहीं बने हो, […]
उगता भारत ब्यूरो १९४७ के देश के विभाजन के बाद पाकिस्तान बड़ी संख्या में मुजाहिदों को प्रशिक्षण देकर भारत में हमला करने के लिए तैयार कर रहा था। प्रशिक्षण देने के बाद पाकिस्तान ने उन्हीं हथियारबंद मुजाहिदों को घुसपैठियों (कबाली) को लद्दाख पर कब्जा करने की नीयत से भेजा था, इन कबालियों के साथ पाकिस्तानी […]
कश्मीर के पुलवामा में हुई आतंकी घटना में भारतीय सेना के 45 योद्धा वीरगति को प्राप्त हुए। इस घटना से सारे देशवासी स्तब्ध हैं और इस घटना के जिम्मेदार लोगों को यथोचित सबक सिखाने को प्रेरित हैं। वही दूसरी ओर हमारे ही देश के टुकड़ों पर पलने वाली कुछ शहरी नक्सली अपनी राजनीतिक रोटियों को […]
एक गांव में राजपूत, ब्राह्मण, बनिये, तेली, हरिजन आदि जातिके लोग रहते थे, सभी मिलजुल कर शान्ति से रहते थे। एक दिन गांव के मुखिया के पास एक मुस्लिम अपनी पत्नी और आठ बच्चों के साथ आया और गांव मे रहने की भीख मांगने लगा। रातों को जागकर गाँव की देखभाल करने वाले एक चौकीदार […]
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जिहाद की सबसे बड़ी प्रयोगशाला है… पाकिस्तान का जन्म अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की इसी लैब से ही हुआ है… और अब इसी से हिजाबी आंदोलन यूपी मेंव शुरू हो चुका है… सबसे पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में ही मुस्लिम औरतें और छात्राएं काला बुर्का पहनकर सड़कों पर उतरीं ताकि यूपी के चुनावी […]
(व्यभिचारी एवं चरित्रहीन व्यक्ति नष्ट हो जाता है।) आज समाज में अश्लीलता को आधुनिकता के नाम पर परोसा जा रहा है। इसे एक प्रकार से बौद्धिक आतंकवाद भी कहा जा सकता ह। युवावस्था के अपरिपक्व मस्तिष्क को अफीम के समान व्यभिचार कि लत के लिए प्रेरित कर उसे भोगवाद के अंधे कुएँ में धकेल दिया […]